चीन में टेबल-टेनिस को राष्ट्रीय खेल की संज्ञा दी गयी है.यह इसलिए कि यह खेल यहां अत्यंत लोकप्रिय है और खेलने वालों की तादाद दुनिया में सर्वाधिक है.हर जगह,हर कारखाने,हर गांव,हर स्कूल,हर बैरक और हर संस्था में पुरूष-स्त्री,बूढे-बच्चे टेबल-टेनिस खेलने नजर आ सकते हैं.
उल्लेखनीय बात यह है कि नए चीन का पहला विश्व चैंपियन टेबल-टनिस खिलाड़ी रोंग क्वोथ्वान था.उन्हों ने 1959 में 25वीं विश्व टेबल-टेनिस चैंपियनशिप में पुरूष एकल का स्वर्ण पदक जीता था.तब से विश्व टेबल-टेनिस खेल में चीन का वर्चस्व बना रहा है.2000 में सिडनी औलिंपियाड और 2004 में एथेंस औलिंगपियाड में चीन ने टेबल टेनिस स्पर्द्धाओं के चारों स्वर्ण पदक बटोर लिए.विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में चीनी खिलाडियों की शानदार उपलब्धियों से आम चीनियों को टेबल-टेनिस खेलने में प्रोत्साहन मिला है.और फिर इस खेल की लोकप्रियता से बड़ी संख्या में श्रेष्ठ टेबल टेनिस खिलाड़ी तैयार हुए हैं.टेबल-टेनिस जापान और दक्षिण कोरिया में भी लोकप्रिय है.इसलिए इन दोनों देशों में टेबल-टेनिस खेल के विकास का बहुत मजबूत जनाधार है.विभिन्न स्तरों के अंतर्राष्ट्रीय टेबल-टेनिस प्रतियोगिताओं में उन के खिलाड़ी हमेशा अच्छे अंक लेकर अग्रिम 3 पायदान पर खड़े हैं.
बांदा उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार सोनी पूछते हैं कि चीन में रेल बजट कितनी होती है?
चीन में वार्षिक रेल-बजट अलग अलग है। 2006 में रेल बजट लगभग 14 अरब अमरीकी डालर थी।इस धन-राशि से पेइचिंग और शांघाई के बीच ,पेइचिंग से शीच्याज्वाग तक और थ्यानचिन से छिनह्वांगतओ तक सुपर फ़ास्ट रेलवे का निर्माण किया गया।चीनी राष्ट्रीय रेल परियोजना के अनुसार वर्ष 2010 तक चीन में 200 किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक रफतार वाली रेलगाड़ियों की लाइनों और सुपर फास्ट रेल-लाइलनों की कुल लम्बाई 9800 किलोमीटर तक जा पहुंचेगी,जो देश में रेल-लाइनों की कुल लम्बाई का कोई 49 प्रतिशत बनेगी।
मऊ उत्तर प्रदेश के एच आई फारूकी,एम एन फारूकी,और ताउसीफ फारूकी पूछते हैं कि चीन में सरकारी स्कूलों और प्राइवेट स्कूलों की संख्या कितनी? मोलवी बाजार बंगलादेश के प्रियतोष सूत्रभार भी जानना चाहते हैं कि चीन में कितने सरकारी विश्वविद्यालय है और कौनसा विश्वविद्यालय बहुत मशहूर है?
मित्रों,अभी तक हम चीन में सरकारी स्कूलों और प्राइवेट स्कूलों की गणना के बारे में कोई भी जानकारी हासिल नहीं कर सकते हैं.चीन की किसी भी संबंधिक सामग्री में उन की सही संख्या नहीं बतायी गयी है.हमारे विचार में ऐसा इसलिए क्योंकि चीन में 23 प्रांतों और 5 स्वायत्त प्रदेशों के अधीन अनगिनत गांव हैं.बहुत कम संख्या में दूरदराज व गरीब पहाड़ी गांवों को छोड
बाकी सभी गांवों में स्कूल होते हैं.सो आप सोचिए कि इन की साफ़-साफ़ गणना कैसे की जाए.यहां हम आप को सिर्फ इतना ही बता सकते हैं कि चीन में प्राइवेट स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूल बहुत ज्यादा हैं.चीन में विश्वविद्यालयों की संख्या लगभग 1225 है,वयस्कों के उच्च शिक्षालायों की संख्या 772 हैं और ग्रेजुएट स्ट्यूटेंड को डिग्री प्रदान करने वाली अनुसंधान-संस्थाओं की संख्या 738 हैं.पेइचिंग विश्वविद्यालय,छिंगह्वा विश्विविद्यालय,नाखाई विश्वविद्यालय,फूतान विश्वविद्यालय,च्चांग विश्वविद्यालय और नानचिंग विश्वविद्यालय आदि बहुत मशहूर हैं.
चीन में शिक्षा की आर्थिक व सामाजिक विकास में अहम भूमिका रही है.चीनी शिक्षा मंत्रालय की योजना के अनुसार वर्ष 2010 तक चीन में विश्वविद्यालयों में 18 से 22 साल तक की उम्र वालों की दाखिला-दर वर्तमान 9 प्रतिशत से बढकर 15 प्रतिशत तक जा पहुंचेगी.
रमेश नगर दिल्ली के राजेन्द्र कुमार पूछते हैं कि चीन में कितने लोग इंटरनेट युस करते?
भया,चीन में इस समय करीब 11 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।वे या तो अपने घरों से या दफ्तरों से या फिर सायबर कैफे से इस का प्रयोग करते हैं।वे मुख्यत:देशी व विदेशी सामयिक घटनाओं के बारे में जानकारियां,विभिन्न क्षेत्रों की सूचनाएं व सामग्रियां और तरह तरह का बौधिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते है।बेशक इंटरनेट उपभोक्ता चीनियों में से गेम खेलने और चैटिंग करने वाले लोगों की सख्या कम नहीं है।हां,
63 प्रतिशत लोग खरीददारी के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते है।