2008-05-06 10:40:37

श्रोताओं के शब्दों में सी .आर .आई

 यह है श्री अरूण कुमार चौहान का पत्र , जो वाराणसी उत्तर प्रदेश से भेजा गया है ।

श्री अरूण कुमार चौहान ने अपने पत्र में कहा कि मैं प्रथम बार अपने प्रिय मित्र भैया लाल प्रजापति के रेडियो द्वारा सी .आर .आई के बैंड पर आप के द्वारा प्रसारित किए गए चीनी समाचार, विश्व समाचार , दक्षिण एशिया का समाचार एवं चीन के बारे में सामयिक वार्ता , विश्व के अन्य क्षेत्रों के विषय में जानकारी प्राप्त हुई , जिस से मैं अति प्रसन्न हुआ हूं । मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं दिन भर आप के कार्यक्रम सुनता रहूं , आप के द्वारा भेजे गए बिना टिकट पोस्ट की सहायता से लिए गए लिफाफे में यह पत्र प्रेषित कर रहा हूं , मुझे विश्वास है कि मेरा यह पत्र आप अपने कार्यक्रम में अवश्य शामिल करेंगे । मैं आप का आजीवन श्रोता बनना चाहता हूं, आप मुझे कार्यक्रम के विषय में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने की कृपा करें , ताकि मैं आप के द्वारा प्रसारित होने वाले कार्यक्रम को सुन कर पुनः पत्र भेजने का आनंद ले सकूं ।

दरभंगा बिहार के प्रहलाद कुमार ठाकुर ने अपने पत्र में कहा कि आप का समाचार व समीक्षा सरब , निष्पक्ष और उच्च स्तर का होता है । आज खेल जगत में दिल्ली संवाददाता की शाहिद आजमी जी से भेंटवार्ता सुनी , जो भारत पाकिस्तान के बीच होने वाली क्रिकेट मैचों को टेस्ट व एकदिवसीय श्रृंखला आधारित था । आप का खेल जगत नाम का ही खेल जगत है । आप चीन के खेल गतिविधियों पर जानकारी नहीं देते । खेल कूद में चीन अब विश्व में एक महाशक्ति बन गया है । फिर भी आप के पास खेल समाचार की कमी है क्या , आप खेल जगत के प्रत्येक अंक में सुप्रसिद्ध चीनी खिलाड़ी की जीवनी या भेंटवार्ता प्रस्तुत करें ।

आज समाचार व रिपोर्ट में चीन सरकार द्वारा थाईवान से सीधे संपर्क स्थापित करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने के बारे में सुना । यह एक समुचित कदम होगा । क्योंकि विश्व के कुछ साम्राज्यवादी देश स्वतंत्रता के नाम विश्व के कई देशों के अखंडता व संप्रभुता को बाधित कर रहे हैं । थाईवान चीन का एक अभिन्न अंग है ,चीन के इस के ऐतिहासिक प्रमाण मौजूद है । कुछ देशों ने इसके अनुचित समर्थन व सहायता दे कर एक व्यर्थ का विवाद उत्पन्न कर रखा है । अब इस विवाद को समाप्त करने का समय आ गया है । इस रिपोर्ट के लिए धन्यावाद।

चीन में कार निर्माण उद्योग पर रिपोर्ट ज्ञानवर्धक था , इस में कार व्यापार व आने वाली समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई थी । आप ने बताया कि एक किस्म की कार 30 हजार य्वान की कीमत पर मिलती है । भारतीय रूपए में इस का मूल्य क्या होता है ।

प्रहलाद कुमार ठाकुर जी, आप ने चीन में कार उद्योग पर चर्चा की और 30 हजार य्वान की छोटी कार में रूचि प्रकट की है । दरअसल , चीन में कार उद्योग का विकास इधर के सालों में अभूतपूर्व तेज गति से हो रहा है । चीन में महंगी कार से लेकर सस्ती छोटी कार तक हर किस्म की विश्वविख्यात कार सड़कों पर दौड़ती नजर आती है । चीन में तीस चालिस हजार य्वान की कीमत वाली हल्का आकार वाली कार मिलती है , जो भारत की मारूति से थोड़ी सी छोटी है , क्यों कि वह सस्ती है और कम तेल का खर्च होता है , इसलिए इस प्रकार की कार कुछ लोगों में लोकप्रिय है । इस समय , चीनी मुद्रा रन मिन बी का एक य्वान भारत के पांच रूपए से थोड़ा ज्यादा है ।

अब आप के सामने है , रोहतास बिहार के हाशिम आजाद का पत्र । उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि मैं सी .आर .आई का एक नियमित श्रोता हूं । लगभग हर कार्यक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया लिख भेजता हूं , पर खेद की बात है कि पूरे पत्रों को आप का पत्र मिला कार्यक्रम में स्थान बहुत कम दिया गया है , इस से मेरे मन में थोड़ी निराशा होती है । सुनामी की वर्षगांठ के अवसर पर सुनामी पीड़ितों के संबंध में एक रिपोर्ट सुना , चाओ ह्वा द्वारा इस रिपोर्ट से यह जानकारी मिली कि चीन सरकार द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय ही नहीं , बल्कि उल्लेखनीय कदम था । चीन सरकार द्वारा दी गई सहायता से अनेकों नहीं , हजारों हजार सुनामी पीड़ितों को लाभ मिला , यह बिलकुल सच है । चीन सरकार और चीनी जनता हर एक इंसान को अपना भाई या मित्र समझती है । चीन श्रीलंका सहयोग से जो सुनामी पीड़तों के लिए आवास बनाए गए हैं , उस की जानकारी भी एक अद्भुत जानकारी थी ,इस उल्लेखनीय कार्य के लिए चीन सरकार को बधाई ।

चीन में निर्माण और सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत बहन शाओ थांग जी द्वारा आर्थिक व्यापारिक विकास मंच के संबंध में एक रिपोर्ट सुना , जो भारत व चीन के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण मंच साबित होगा । इसे भारत और चीन की दोस्ती और मजबूत होगी और साथ ही साथ व्यापारिक विकास में बढ़ोतरी होगी , इस तरह की मंच स्थापित करने के लिए चीन सरकार को हार्दिक बधाई ।

हम हाशिम आजाद को हम धन्यावाद देते हैं कि आप बराबर हमारा हिन्दी कार्यक्रम सुनते रहते हैं और समय समय पर पत्र भी लिखते हैं , आप हमारे पुराने श्रोता हैं , हम आप के पत्रों को पूरा का पूरा कार्यक्रम में शामिल तो नहीं करते हैं , फिर भी आप के पत्रों को कार्यक्रम में शामिल करना नहीं छोड़ते हैं , आशा है कि आप को निराशा न होगी ।