2008-04-28 17:13:26

चीन में सब से बड़ी मस्जिद

 कोआथ बिहार के सुनिल केशरी,सीताराम केशरी, किशोर कुमार केशरी, प्रियंका केशरी, बविता केशरी, डी डी साहिबा, संजय केशरी ने पूछा कि चीन में सब से बड़ी मस्जिद कौन सा हैं और कहां पर हैं? मुर्शिदाबाद वेस्ट बंगाल की ममुन मनदल ने भी इस संदर्भ में जानकारी हासिल करने की इच्छा व्यक्त की.

चीन की सब बड़ी मस्जिद सिंगच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेख के दक्षिणी भाग के मशहूर शहर काशी में स्थित है,जिस का नाम एतिकार है.बहुत से विशेषज्ञों का कहना है कि यह मस्जिद इस्लामिक वास्तुशैली में निर्मित एक अनूठी कृति है,जो गुणवत्ता में विश्व के दूसरे देशों में खड़ी किसी भी प्रसिद्ध मस्जिद से कम नहीं है.एतिकार मस्जिद का निर्माण वर्ष 1442 में शुरू हुआ.लोककथा हैं कि आज से कोई 560 साल पहले एक रईस महिला की मक्का की हज-यात्रा के रास्ते में बीमारी से मौत हो चली.उन की संपति से यह मस्जिद बनायी गयी.मस्जिद के परिसर में नमाज पढने का हाँल,स्नान-घर,विश्रामगृह आदि शामिल हैं.कुल फर्शीक्षेत्रफल 16 हजार 800 वर्गमीटर है.नमाज-पढने के हाँल में 20 हजार सीटें हैं.

एतिकार मस्जिद के सामने एक चौक है.वह भी मशहूर है.ऐसा इसलिए क्योंकि वहां स्थित एक बड़े बाजार में भारत,पाकिस्तान और रूस जैसे पड़ौसी देशों से आयातित वस्तुएं खूब बिकती हैं.जो पर्यटक वहां गए,उन में से बहुत कम लोग ऐसे थे,वापसी के समय जिन के हाथ इन विदेशी वस्तुओं से भरे नहीं थे.

ढोली सकरा बिहार के दीपक कुमार दास, उजाल दास, चदंन दास, मिताली दास, हेम चन्द गुरू पूछते हैं कि चीन सरकार पर्यावरण सुरक्षा के लिए किन किन परियोजना पर कर रही है?

चीन सरकार ने पर्यावरण सुरक्षा क्षेत्र में अनेक कदम उठाए हैं और वांछित उपलब्धियां हासिल की हैं.इधर के कुछ वर्षों में चीन सरकार ने अनवरत विकास को पर्यावरण संरक्षण कार्य में प्राथमिकता दी है.अथक प्रयासों के बाद चीन में पारिस्थितिकी पर्यावरण काफी सुधर गया है.संसाधनों के कारगर प्रयोग का स्तर भी काफी उन्नत हुआ है,जिस से मनुष्य और प्रकृति के समंव्यपूर्वक साथ साथ रहने,समूचे समाज को उत्पादन के विकास,जीवन की खुशहाली और पारिस्थितिकी पर्यावरण के अच्छे संचालन की सभ्य राह पर ले जाने में बड़ी मदद मिली है.

चीन सरकार ने देश के अर्थतंत्र के तेजी से बढने के दौरान प्रदूषण रोकने का भगीरथ प्रयास किया.फलस्वरूप पूरे देश में दूषित वस्तुओं की निकासी-मात्रा को 10 प्रतिशत कम किया गया.प्रदूषण से पीड़ित क्षेत्रों में प्रदूषण-निवारण के कार्य में तेजी लायी गयी.प्रमुख शहरों के वायुमंडल में प्रदूषण के स्तर को बहुत नीचा कर दिया गया.पिछले 5 सालों में पूरे देश के पर्वतीय इलाकों में लगभग 50 लाख 30 हजार हेक्टर भूमि पर पेड़ पौधे लगाए गए.21 लाख 63 हजार हेकटर भूमि से अनुचित खेती हटाकर उस पर पुन:वनरोपण किया गया.

पिछले 5 वर्षों में चीन सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी निर्माण में कुल 5 खरब 80 अरब चीनी य्वान लगाया,जो सकल घरेलू उत्पादन का लगभग 1.3 फीसदी रहा.चीन सरकार की नयी योजना के अनुसार निकट भविष्य में और 7 खरब य्वान का निवेश कर देश में प्रदूषण की निकासी-मात्रा में और 10 प्रतिशत कमी लायी जाएगी,ताकि शहरों के वातावरण में नया सुधार आ जाए.

चीनी पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो ने पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र मे अंतरराष्ट्रीय सहयोग को काफी महत्व दिया है.उस ने वर्ष 1992 में पर्यावरण व विकास के लिए चीनी अंतरराष्ट्रीय सहयोदग समिति की स्थापना की,जिस की संबंधित क्षेत्र में चीन और विदेशों के बीच सहयोग में बड़ी भूमिका रही है और चीन के अनवरत विकास-कार्य को आगे बढाने में भी भारी योगदान हुआ है.

पिछले साल के अंत में चीन की राजधानी पेइचिंग में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग के उपनिदेशक चांगश्योछ्यांग ने कहा कि चीन सरकार ऊर्जा,कच्चे माल,जल व भूमि आदि संसाधनों की किफायत और संसाधनों के बहुपयोग के कार्य़ को पूर्ण बढावा देगी और ऊर्जा के प्रयोग को कारगर बनाने पर बल देगी,ताकि चीन में किफायतकृत समाज के निर्माण में तेजी लायी जाए और ऊर्जा की किफायत व पर्यावरण के संरक्षण संबंधी वैशविक कार्य को आगे ले जाने में नया योगदान किया जाए.

श्री चांग ने बल देकर कहा कि संसाधनों की किफायत करना चीन का एक दीर्धकालिक कार्य है और दुनिया के अनवरत विकास में अहमियत योगदान करने वाला कार्य भी है,जिसे पूरा करने के लिए पूरे चीनी समाज की जिम्मेदारी है.भविष्य में भी चीन सरकार प्रदूषण फैलाने वाले उपक्रमों में सुधार लाने या उन्हें बन्द करने के कार्य को बखूबी अंजाम देने का भगीरथ प्रयत्न जारी रखेगी, उत्पादन के दौरान प्रदूषण पैदा करने वाली प्रणालियों को हटाने पर डटी रहेगी और व्यवसायों के ढांचे को प्रदूषणरहित आधुनिकीकृत बनाएगी.