2008-04-15 15:23:32

हिन्दी कार्यक्रमों पर श्रोताओं की समीक्षा

यह मऊ उत्तर प्रदेश के जफर हैदर का पत्र , उन्हों ने अपने पत्र में विशेष कर हमारी पत्रिता श्रोता वाटिका की चर्चा की है , जो इस प्रकार हैः

आप के द्वारा भेजी गई डाक हमें सही सलामत मिल गयी , जिस में श्रोतै वाटिका को साथ नव वर्ष का कैलंडर भी प्राप्त हुआ । इसकेलिए धन्यावाद।

इस माह की पत्रिका मुझे और हमारे पूरे क्लब सदस्यों को बहुत ही रूचिकर लगी और चंद्रिमा जी ने संपादक के रूप में हमें बहुत प्रभावित किया।

श्रोता वाटिका के इस माह की प्रति के बारे में जो कुछ भी लिखा जाए कम है । क्योंकि इस बार की पत्रिका में भारत की कुछ प्रमुख विशेषताओं का वर्णन किया गया , जैसे भारत के जानवर , भारतीय व्यंजन , त्यौहार और इन में प्रमुख दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को नजदीक से देखने में आया । सचमुच चंद्रिमा जी के भारत दौरे के बारे में पढ़ कर हमें बहुत खुशी हुई है ।

अब आप के सामने है , रोहतास बिहार के मोहम्मद मसाइद खान का पत्र , अपने पत्र में उन्हों ने कहा कि मैं आप लोगों द्वारा प्रसारित कार्यक्रम अपनी सेवानिवृति 1996 के पश्चात लगातार सुनता आ रहा हूं । तत्पश्चात पत्राचार के लिए सोचते सोचते इस अन्तराल में आप लोगों द्वारा प्रसारित प्रायः अच्छे अच्छे कार्यक्रमों ने मुझे पत्र लिखने हेतु बाध्य किया ।

मैं किसी विशेष कार्यक्रम के विषय में क्या लिखूं , जबकि सभी कार्यक्रम खास विशेषताओं सहित प्रसारित होते हैं । कार्यक्रम जैसे आप से मिले , चीन में निर्माण व सुधार , खेल जगत , शिक्षा , स्वास्थ्य व विज्ञान , जीवन और समाज , आप का पत्र मिला , आप की पसंद , तिब्बत के बारे में रिपोर्ट क्रमशः सोमवार से रविवार तक रूचि सहित सुनता हूं । अंत में और अधिकाधिक अच्छे कार्यक्रमों के प्रसारण की कामनाओं सहित चाइना रेडियो इंटरनेशनल के हिन्दी विभाग को शुभकामनाएं देता हूं ।

मोहम्मद मसाइद खान जी , हम सी .आर.आई के हिन्दी परिवार की ओर से आप को धन्यावाद देते हैं कि अपनी सेवा निवृति के बाद से ही आप ने सी .आर .आई . हिन्दी प्रसारण सुनना शुरू किया और लगातार बारह सालों से सुनते आए हैं , हम आप का अपने पुराने नियमित श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं , हमें आशा है कि आप को हमारे विभिन्न कार्यक्रमों से न केवल चीन के बारे में जानकारी मिलती रहेगी , साथ ही मनोरंजन भी प्राप्त होगा , जिस के कारण आप हमेशा खुश रहेंगे और स्वस्थ रहेंगे और दीर्घआयु रहेंगे । हमारी इसी तरह की शुभकामानाओं सहित आप को फिर एक बार धन्यावाद देते हैं ।

अब प्रस्तुति के लिए जो पत्र है , वह समस्तीपुर बिहार के पी .सी .गुप्ता ने भेजा है ।

उन्हों ने अपने पत्र में लिखा है कि आप का हिन्दी कार्यक्रम हम लोगों को चीन के बारे में रोचक जानकारियां देता है । आशा है कि नए साल में आप लोग और अधिक मनोरंजक एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम प्रसारित करेंगे । इस पत्र के साथ मैं अपनी दो कविताएं आप के श्रोता वाटिका के लिए भेज रहा हूं , संभव हो सके , तो उसे मेरा पूरा पता उस में स्थान दीजिएगा , जिस से कि पाठकों के विचारों से मैं अवगत हो सकूं ।

श्री पी .सी. गुप्ता ने पिछले सालों में भी अनेक कविताएं लिख कर हमें भेजी थी , जिन में से कुछों को हम ने अपने कार्यक्रमों में शामिल किया था । इस बार जो श्रोता वाटिका के लिए दो कविताएं भेजी गयी हैं , वह भी अच्छी लगती है । हम कम से कम दोनों में से एक को वाटिका में शामिल करने की कोशिश करेंगे , ताकि उन की तमन्ना पूरी होगी और अन्य श्रोताओं के साथ सदभाव का विनिमय भी हो सके।

यह इलाहाबाद उत्तर प्रदेश के ईश्वर दीन प्रजापति का पत्र । उन्हों ने अपने इस पत्र में कहा कि वर्ष की पहली तारीख को सी . आर .आई द्वारा वर्ष 2006 के नव वर्ष के उपलक्ष्य में सी .आर .आई के महा निदेशक का भाषण अच्छा रहा । उन का वार्षिक अवलोकन अच्छा रहा , क्योंकि इस से निम्न से उच्च वर्ग के विकास का ब्योरा सुनने को मिला है । साथ ही कार्यक्रम आज का तिब्बत द्वारा सी .आर.आई दोस्तों को नव वर्ष संदेश दिया जाना अच्छा लगा , यह हमारी मित्रता को ही प्रतिबिंबित करता है ।

तिब्बती बुद्ध लामा द्वारा हमारे लिए प्रार्थना हमारे लिए वरदान साबित होगा । कुलमिला कर कार्यक्रम की प्रस्तुतिकरण अच्छा रहा ।