2008-05-26 15:23:29

प्रीतम आन मिलो

राकेशः अब आप सब ज़रा यह गीत भी सुनिए।

ललिताः अरे यह तो वही गीत है पर यह आवाज़ किस की है?

राकेशः हां यह वही गीत है, और इस के पीछे की कहानी यह है कि यह गीत श्री ओ. पी. नैय्यर ने सिर्फ 16 वर्ष की आयु में संगीतबद्ध किया था और यह उन की अपनी पहली कम्पोजीशन भी थी। इसे लिखा था उन की पत्नी ने और गाया था उन के सहपाठी और दोस्त श्री सी. एच. आत्मा राम ने। कई सालों के बाद इस गीत को फिल्म "मिस्टर एंड मिसेज 55" में इस्तेमाल किया गया, जहां गीता दत्त ने इसे गाया।

ललिताः चाइना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं हिंदी फिल्मी गीत-संगीत पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद। यह कार्यक्रम प्रति सप्ताह शनिवार शाम को पौने सात बजे से सवा सात बजे तक और रविवार सुबह पौने नौ बजे से सवा नौ बजे तक प्रसारित किया जाता है। यदि आप भी कोई गीत सुनना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से या हमारी वेइबसाइट के जरिए अपनी फरमाइश भेज सकते हैं।

राकेशः पत्र लिखने और ई-मेल के हमारे पते इस प्रकार हैं, पी. ओ. बॉक्स न 4216, सी. आर. आई.-7, पेइचिंग, चीन, 100040। आप हमें नई दिल्ली के पते पर भी पत्र लिख सकते हैं, नोट कीजिए, नई दिल्ली में हमारे दो पते हैं। पहला पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पहली मंजिल, ए ब्लॉक छ बटा चार, वसंत विहार, नई दिल्ली, पोस्ट-110057।

ललिताः और दूसरा पता है, चीनी दूतावास, हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पचास डी, शांति पथ, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, पोस्ट-110021।

राकेशः यदि आप के पास इंटरनेट की सुविधा है, तो आप हमारी वेबसाईट अवश्य देखें hindi.cri.cn। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.cn। हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।

ललिताः सी. एच. आत्मा राम का नाम तो मैंने पहली बार सुना। इन की आवाज तो बहुत अच्छी है। इन के बारे में कुछ और बताएंगे।

राकेशः बहुत कुछ तो मुझे भी नहीं मालूम लेकिन इन की आवाज़ 40 के दशक के प्रसिद्ध गायक के एल सहगल की आवाज से काफी मिलती-जुलती है। तुम खुद अंदाज लगाओ इन की आवाज़ें आपस में मिलती हैं या नहीं।

राकेशः यह दोनों गीत थे के एल सहगल की आवाज में फिल्म माई सिस्टर और स्ट्रीट सिंगर से और अब सुनें यह गीत।

राकेशः यह सी. एच. आत्मा राम की आवाज़ में गीत था फिल्म "आसमान" से।

ललिताः सचमुच इन दोनों की आवाज़ें कितनी मिलती जुलती हैं। और इन की आवाज़ों में एक खास तरह की कशिश है।

राकेशः इसीलिए इतने सालों के बाद आज भी इन की आवाज और इन के गीत लोगों को बहुत पसंद हैं।

ललिताः तो क्या अगली बार हम किशोर कुमार पर कार्यक्रम पेश करें? इस बहाने मुझे भी उन के बारे में कुछ और जानकारी मिल जाएगी।

राकेशः ठीक है अगली बार हम किशोर कुमार पर करेंगे।

ललिताः इस के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप की प्रतिक्रिया का हमें इंतजार रहेगा। पत्र लिख कर आप जरूर बताएं यह कार्यक्रम आप को कैसा लगा। अगली बार तक के लिए आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

राकेशः नमस्कार।