कोआथ बिहार के विश्व रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष सुनील केशरी और उन के साथियों ने पूछा है कि चीनी रेड क्रोस सोसाइटी की स्थापना किस वर्ष की गयी थी ?
दोस्तो,चीनी रेड क्रोस सोसाइटी चीन लोक गणराज्य का एक एकीकृत रेड क्रोस संगठन है,जो मानवतावादी भावना से सामाजिक सहायता व राहत कार्य में संलग्न है।
हां,चीनी रेड क्रोस सोसाइटी की स्थापना सन् 1904 में हुई।अपनी स्थापना के बाद वह घायल सैनिकों,शरणार्थियों और विपत्ति से ग्रस्त लोगों को बचाने व राहत देने की गतिविधियों तथा अन्य मानवीय कार्यक्रमों में सक्रिय रही है।
चीनी रेड क्रोस सोसाइटी चीनी केंद्रीय सरकार की तवज्जो में अगस्त 1950 में पुन:गठित की गई।वर्ष 1952 में अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रोस सोसाइटी और रेड क्रेसेंट संघ में चीनी रेड क्रोस सोसाइटी का कानूनी स्थान पुन:माना गया।उस ने सरकार को 《जेनेवा-संधि 》के क्रियान्वयन में मदद देने,देश के विभिन्न विभागों से राष्ट्रीय समाजवादी निर्माण में सहयोग करने औऱ जनता के स्वास्थय को बढाने में ढेर सारे काम किए हैं।सन् 1993 में 8वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई समिति के चौथे अधिवेशन में《चीन लोक गणराज्य का रेड क्रोस सोसाइटी संबंधी कानून》पारित किया गया,जिस से चीन में रेड क्रोस कार्य की कानूनी गारंटी निश्चित हो गयी.वर्ष 1994 में चीनी रेड क्रोस सोसाइटी की छठी प्रतिनिधि सभा ने तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष श्री च्यांग ज-मिंग को चीनी रेड क्रोस सोसाइटी का सम्माननीय अध्यक्ष चुना गया।
वर्ष 1978 के बाद चीन में रेड क्रोस कार्य का सतत व तेज विकास होता रहा है।चीन के विभिन्न क्षेत्रों में रेड क्रोस सोसाइटियां एक के बाद एक जल्दी ही पुन:कायम हो गयी हैं।इस समय चीनी रेड क्रोस सोसाइटी की देश के 31 प्रांतों और हांगकांग व मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों में भी अपनी शाखाएं हैं।उस की 70 हजार से अधिक बुनियादी इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या करीब 2 करोड़ तक जा पहुंची है।
चीनी रेड क्रोस सोसाइटी अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रोस आन्दोलन के मानवतावाद,गुटनिर्पेक्षता, सदिच्छा,एकीकरण और व्यापकता जैसे सात बुनियादी सूत्रीय सिद्धांत का पालन करते हुए चीनी जनता की खुशहाली के लिए कोशिशें जारी रखेगी और पूरी मानवजाति की प्रगति में और ज्यादा योगदान करेगी।
सीतामढ़ी बिहार के मोहम्मद जहांगीर ने अपने पत्र में चीन में पुरूषों और स्त्रियों का अनुपात जानने की इच्छा व्यक्त की।
भया,2005 में चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा देश भर में करवायी गयी नमूना जनसंख्या गणना के अनुसार 2005 के अंत तक चीन की कुल जनसंख्या 1 अरब 30 करोड़ 75 लाख 69 हजार तक जा पहुंची है।इस से पहले 5 वर्षो में चीन में 4 करोड़ 4 लाख 50 हजार व्यक्तियों का जन्म हुआ।हर साल जनसंख्या में औसत 80 लाख 90 हजार की वृद्धि हुई।
चीनी आबादी में से 42.99 प्रतिशत लोग शहरों में और बाकी 57.01 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं।पुरूषों की संख्या और स्त्रियों की संख्या क्रमश:67 करोड़ 30 लाख 90 हजार और 63 करोड़ 31 लाख 90 हजार है।पुरूषों की संख्या स्त्रियों की संख्या से 3.06 प्रतिशत अधिक है।पुरूषों और स्त्रियों का अनुपात 106.30:100 है।
मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के चाबाद आजमी का सवाल है कि चीन की सब से ऊंची इमारत कहां है?
आजमी जी,चीन की सब से ऊंची इमारत शाँघाई शहर के नव विकसित फूतुंग क्षेत्र के वाणिज्यिक व व्यापारिक केंद्र में स्थित है,जिस की नजर ह्वांगफू नदी के उस पार विश्वप्रसिद्ध वानथान पर्यटन-स्थल से मिलती है.इस इमारत का नाम चिगमाओ बिल्डिग है और इस का डिजाइन अमरीकी एस.ओ.एम कंपनी ने किया.अद्भुत डिजाइन और शानदार सजावट के कारण उसे 20वें अंतरराष्ठ्रीय वास्तुकला सम्मेलन में प्रथम श्रेष्ठ पुस्कार से सम्मानित किया गया.यह इमारत विश्व की तीसरी ऊंची इमारत भी मानी जाती है.ओह,माफ कीजिए इतनी चर्चा करने पर अभी हम ने उस की ऊंचाई आप को नहीं बतायी है.उस की ऊंचाई 420.5 मीटर है और मंजिलों की संख्या 88 है.इमारत का कुल फर्शीक्षेत्रफल 2 लाख 40 हजार वर्गमीटर है.अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस इमारत में कंपनियों के कार्यालय,रेस्ट्राँ,हाटल,सभागार,प्रदर्शन-कक्ष,मनोरंजन-केंद्र और शोपिंग-सेंटर समाविष्ट हैं.
इस इमारत की सब से ऊपरी मंजिल देश का सब से बड़ा दर्शन-हाँल है,जिस की ऊंचाई 340.1 मीटर है और क्षेत्रफल 1520 वर्गमीटर है.प्रतिसेकंट 9.1 मीटर गति वाले दो लिफ्ट किसी भी समय यात्रियों को पहली मंजिल से सीधे दर्शन-हाँल तक पहुंचा सकते हैं,जिस में सिर्फ 45 सेकंट का समय लगता है.दर्शन-हाँल में यात्री विभिन्न सुविधाओं के जरिए पूरे शांघाई का सुन्दर दृश्य देख सकते हैं.