2008-03-04 10:31:00

सी . आर .आई हिन्दी प्रसारण पर विभिन्न श्रोताओं की रायें

बद्री प्रसाद वर्मा अनजान , जो गोरखपुर उत्तर प्रदेश से पत्र लिखते हैं । वे हमारे पुराने श्रोता हैं , उन के इस पत्र में कहा गया है कि सी .आर .आई के समाचार इतने सूचना प्रद होते हैं कि समाचार सुने बिना जी नहीं मानता है । चीन थाईलैंड की मैत्री की 30 वीं सालगिरह पर उपाध्यक्ष कु छु लेन का सारांस काफी पसंद आया ।

चीन का भ्रमण और चीन का संक्षिप्त इतिहास यह दोनों प्रोग्राम बड़े ही रोचक तथा ज्ञान वर्धक प्रोग्राम है ,इसे सुन कर हमारी जानकारी खूब बढ़ती है ।

मेरा सुझाव है कि आप से मिले प्रोग्राम में श्रोताओं के साथ भेंट वार्ता प्रसारित की जाए, इस से श्रोता एक दूसरे के बारे में काफी कुछ जान सकेंगे तथा परिचय बढेगा।

खेल जगत प्रोग्राम में आप भारत के खेल समाचार नहीं देते हैं ,कृपया भारत के खेल समाचार जरूर दीजिए । 2008 के ओलंपिक खेल गांव का फोटो , जानकारी तथा प्रतीक चिंह का स्टीकर भेजें ।

बद्री प्रसाद जी , आप के पत्र और सुझाव के लिए आप को धन्यावाद है । हम आप के सुझाव पर ध्यान देंगे । आप ने 2008 पेइचिंग ओलंपिक गांव के फोटो और प्रतीक चिंह के स्टीकर मांगे हैं । वास्तव में पेइचिंग ओलंपिक खेल से अभी समय काफी ज्याद है । ओलंपियाड के लिए चीन में संबंधित बल्डिंग इस समय निर्माणधीन हो रहे हैं , जो पूरा नहीं हुआ है । इसलिए इस समय हम आप को खेल गांव के बारे में कुछ सामग्री नहीं भेज सकते हैं , क्यों कि हमारे पास भी नहीं है । जब उस का निर्माण पूरा होगा , हम उस के बारे में परिचय देंगे ।

अब रांच झाड़खंड की कैसर जहां का पत्र , जो सी .आर .आई हिन्दी विभाग की नयी श्रोता है ।

आप ने पत्र में कहा कि मैं आप का कार्यक्रम हमेशा सुनती हूं , मगर मैं आप को यह पहला पत्र लिख रही हूं । मेरे एक दोस्त ने मुझे आप को पत्र लिखने को कहा , इस वजह से मैं आप को पत्र लिख रही हूं । मुझे उम्मीद है कि मुझे मेरे इस पत्र का जवाब अवश्य मिलेगा । और इसी आशा के साथ मैं आप के पत्र का इंतजार करती रहूंगी ।

मुझे आप के द्वारा पेश किया गया हर कार्यक्रम अच्छा लगता है और मैं हमेशा आप का कार्यक्रम सुनती हूं । जिस दिन भी किसी भी कारण से आप का कार्यक्रम मिस हो जाता है , तो मेरे दिल में अजीब सी बेचैनी रहती है , जो दूसरे दिन आप का कार्यक्रम सुन कर ही ठीक होता है ।

हम सुश्री कैसर जहां का सी .आर .आई हिन्दी परिवार के श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं । आप का पत्र पढ़ कर हमें बड़ी खुशी हुई है कि आप को हमारा कार्यक्रम बहुत बहुत अच्छा लगता है और कभी सुनने से छूटना नहीं चाहती है । आप के अनुरोध पर हम ने आप को चाइना टुडे व श्रोता वाटिका भेजे हैं , आशा है कि आप को मिल जाएगा । आप के नए पत्रों की अपेक्षा है ।

कानपुर उत्तर प्रदेश के तंवीर उल इस्लाम का पत्र हमारे पास है ,देखों सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण पर उन्हों ने क्या क्या कहा । आप के कार्यक्रम बहुत रोचक और ज्ञानवर्धक हैं । इन की प्रस्तुति बेहद आकर्षक है । मुझे आप के प्रसारित कार्यक्रमों में जो अत्याधिक पसंद है , वह है चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आज का तिब्बत तथी चीनी बोलना सीखे इत्यादि ।

मैं आप से पत्रों के माध्यम से बहुत पहले ही जुड़ना चाहता था , ताकि मैं अपने सुझाव और निष्कर्ष भेज सकूं । परन्तु आप का पता ज्ञात न मालूम होने पर मैं सजबूर था । मैं ने आप का पता ज्ञात करने की बहुत कोशिश की , मैं ने कई लोगों को पत्र लिखा , जो आप के रेडियो से पहले से जुड़े हुए थे , पर मेरे हाथ निशारा ही लगी । अंत में मैं ने आप की वेबसाइट से आप का पता मालूम करके आप को पत्र लिख रहा हूं । मुझे अत्यन्त खुशी है कि मैं आप से जुड़ गया हूं । मैं आप की हिन्दी व उर्दू सेवा दोनों का श्रोता हूं ।

मेरा आप को एक सुझाव है कि जो आप दिन में चार सभाएं प्रसारित करते हैं , आप की चारों सभाएं एक ही कार्यक्रम पर आधारित होती है , अतः आप दो सभाओं में एक प्रकार तथा बाकी दो सभाओं में दूसरे कार्यक्रम प्रस्तुत करें । आशा है कि आप सुझाव पर अवश्य ध्यान देंगे । चीनी गीतों पर आधारित कार्यक्रम का समय बढ़ाने का कष्ट करें ।

तंवीर उल इस्लाम का पत्र पढ़ कर हमें बड़ी खुशी हुई है कि आप ने बड़ी कोशिश कर अखिर में सी .आर .आई हिन्दी वेबसाइट से हमारा पता मालूम किया और तुरंत हमें लिख कर हमारे प्रसारण पर अपना सुझाव भेजा । हम आप की इस अद्मय भावना से बहुत प्रभावित हुए हैं और आप के बहुत आभारी भी हैं । हमें विश्वास है कि आप की इस भावना के चलते आप की सी .आर .आई के साथ दोस्ती अवश्य ही लगातार प्रगाढ़ हो जाएगी तथा आप हमारे सक्रिय श्रोता बन जाएंगे ।

अब मऊ उत्तर प्रदेश के शफीक अहमद का पत्र ।

श्री शफीक अहमद ने अपने पत्र में लिखा है कि हम सब दोस्तों ने मिल कर एक क्लब बनाया है और क्लब के सदस्यों की संख्या अधिक है । हम सभी सदस्य सी .आर .आई के प्रोग्राम सुनते हैं । और इस से लाभ उठाते हैं । हम लोगों ने आप के कार्यक्रम के प्रचार के लिए एक बैठक की , ये निर्णय लिया कि अपने क्लब का नामांकन कराया जाए, न्यूजलेटर तथा चार्टर मंगा कर लोगों से बांटा जाए , ताकि प्रोग्राम का प्रसार प्रचार हो सके ।

श्री शफीक अहमद को धन्यावाद है कि आप ने सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रम सुनने तथा उस का प्रचार करने के लिए क्लब बनाया है और प्रसार करने का प्रयास किया है । हमें आशा है कि आप का प्रयास सफल होगा । आप की खुशखबरी के इंतजार में है ।