2008-02-19 11:59:04

सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण पर श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं

यह है गुरदीप सिंह का पत्र , जो कपुरथाल पंजाब से आया है । श्री गुरदीप सिंह ने अपने इस पत्र में कहा कि सी .आर .आई के सभी प्रोग्राम काबिले तारीफ है । दूसरी बात ये कि जहां प्रोग्राम बहुत साफ सुनाई देते हैं , तीसरी बात ये कि आप प्रोग्राम बहुत प्यार से मीठी आवाज में पेश करते हैं ।

प्रोग्राम के दौरान चीन के बारे में काफी जानकारी मिलती है , जो कहीं और से नहीं मिल सकती है । एक दिन प्रोग्राम के दौरान चीनी महिलाओं के बालों के बारे में बताया गया कि बालों की वे इतनी देखभाल करती हैं ।

हमारे भारत से चीन में सी .आर .आई में पहुंचे लोगों से मुलाकात की , वो सुनी , बहुत अच्छी लगी । आप के प्रोग्राम के दौरान सी .आर .आई की वेबसाइट के बारे में ज्यादा बताया जाता है , जबकि पोस्ट आड्रेस बताया ही नहीं जाता है और प्रोग्राम के फार्म मंगवाने पड़ते हैं , फार्म को बीच से निकाल दो और रेडियो पर प्रश्न बता देना चाहिए , ताकि ज्यादा से श्रोताओं को प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिले । मुझे यकीन नहीं कि ये पत्र आप को मिल जाएगा , अगर मिल जाए तो बहुत अच्छा है। खुदा से यह ही दुआ है कि यह पत्र आप को मिल जाए।

हमारी शुभकामनाएं है कि सी . आर .आई दिन दुगुनी , रात चौगुनी तरक्की करे । मेरी खुदा से यह ही दुआ है , जिन्दगी में नये मिलेंगे , कहीं ज्यादा तो कहीं कम मिलेंगे , एक बार जरा सोच समझ कर करना , मुमकिन नहीं है कि हर जगह आप को हम मिलेंगे । तेरी दोस्ती की तारीफ जुबां पे आने लगी , तुम से दोस्ती की ओर जिन्दगी मुस्कराने लगी , ये मेरा प्यार था या तेरी अच्छाई की मेरी हर सांस से तेरे लिए दुवा आने लगी ।

गुरदीप सिंह जी ,खुदा की दुआ से आप का पत्र सी .आर .आई के यहां पहुंच गया है , जिस का जवाब हम ने भी दे किया था । आप के प्यार से भरे इस पत्र को आप का पत्र मिला कार्यक्रम में शामिल करना हम बेहतर समझते हैं , इसलिए आज ये पत्र श्रोताओं को पढ़ कर सुनाया । ताकि आप और सी .आर.आई हिन्दी परिवार के बीच और श्रोताओं के बीच दोस्ती जिन्दगी मुस्कराती रहेगी । आप के सुझाव के लिए भी हम आप के बहुत बहुत आभारी हैं ।

झांग सिटी पंजाब पाकिस्तान के अली अहमद ने हमें खत लिख कर कहा कि मैं आप को क्लब की ओर से पहली बार खत भेज रहा हूं । आशा है कि आप मेरे इस खत का जवाब जरूर देंगे । सी .आर .आई के कार्यक्रम मनोरंजन है , खास कर चीनी गीत संगीत ,आप का पत्र मिला , आप की पसंद और आज का तिब्बत कार्यक्रम मेरे अनार क्लब के सारे अरकान पसंद करते हैं । इस समय हमारे क्लब सी .आर .आई हिन्दी भाषा के कार्यक्रम भी शोक से सुनता है । आशा है कि सी .आर .आई हिन्दी विभाग हमारे क्लब को हिन्दी सेवा में पंजीकृत करेगा , इस समय हमरा क्लब सरगमेअमल है ।सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम बहुत मनोरंजन होते हैं ।

हम अली अहमद का हमारे नियमित श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं । आप ऊर्दू भाषी श्रोता है , लेकिन आप को सी .आर .आई का हिन्दी प्रसारण भी बहुत पसंद आता है , खास कर आप को हमारे साप्ताहिक कार्यक्रम चीनी गीत संगीत , आप की पसंद तथा आप का पत्र मिला आदि बहुत पसंद है । इसे जान कर हमें बड़ी खुशी हुई है और हमारी उम्मीद है कि आप को हमारे अन्य कार्यक्रम भी जरूर पसंद आएंगे और आप हमारे नियमित श्रोता की तरह हमारे सभी हिन्दी कार्यक्रम सुनते रहेंगे और उन के बारे में अपनी राय लिख कर हमें भेजेंगे ।

पाकिस्तान से हमारे एक दूसरे श्रोता का खत भी आया है , जो पाक के खानपूर से जलील अहमद हाशमी द्वारा भेजा गया है । उन का खत संक्षिप्त है , किन्तु पाक श्रोता होने की वजह से हम उन के खत का खास स्वागत करते हैं और यहां प्रस्तुत करना चाहते हैं ।

श्री जलील अहमद हाशमी ने अपने खत में कहा कि मैं सी .आर .आई की हिन्दी सेवा का श्रोता हूं । इस से पहले भी आप को एक खत रवाना किया था , जिस का जवाब अभी तक नहीं आया , पता नहीं वह आप को मिला है या नहीं । क्या आप पाकिस्तानी श्रोता को जवाब नहीं देते हैं , मैं जल्द ही आप को ई मेल भी भेजूंगा , कृपया हमें हिन्दी सेवा की प्रोग्राम सूची भेज दें ।

हम श्री जलील अहमद हाशमी का हमारे नियमित श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं । हम विश्व के किसी भी देश या क्षेत्र में रहने वाले सी.आर .आई हिन्दी सेवा के श्रोता का स्वागत करते हैं , और उन का खत मिलने के बाद जवाब देने की कोशिश करते हैं । जहां तक हमारी याद है कि हमें आप का पहला खत नहीं मिला है । आप का यह खत पा कर हमें बड़ी खुशी हुई है और उसे आप का पत्र मिला कार्यक्रम में शामिल करने का फैसला भी किया । आशा है कि आप संतुष्ट होंगे । हमारी उम्मीद है कि आप आइंदे हमारा हिन्दी कार्यक्रम सुनते रहेंगे और कार्यक्रमों के बारे में अपना विचार बताएंगे । आप के नए खत के इंतजार में हैं ।

पाकिस्तान से हमारे रिजवान आफताब श्रोता भाई का खत भी आप के सामने है , उन्हों ने अपने खत में कहा कि हमें इंटरनेट पर बहुत सी अच्छी जानकारी मिली है , मैं ने सी .आर .आई की हिन्दी सेवा की वेबसाइट देखा है , आप की राय पर भी मैं ने अपना विचार लिखा था । कृपया हमारे लिस्नर्स क्लब को सी .आर .आई हिन्दी सेवा में शामिल करें और हमें सी .आर .आई हिन्दी सेवा की प्रोग्राम सूची भेजें ।