सी .आर .आई एक ऐसा स्टेशन होता है , जहां पर श्रोता का सादर किया जाता है । और श्रोताओं के पत्रों पर प्रसारित किया जाता है । सी .आर .आई से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की जितनी तारीफ की जाए , कम है । क्योंकि सी .आर .आई की आवाजें कुछ ऐसी ही कार्यक्रम में रस घोल कर चांर चांद लगा देती है , इस के लिए हम और हमारे क्लब की तरफ से दिली मुबारकबाद देते हैं ।
फिरोजबाद उत्तर प्रदेश के प्रभाकर शाक्य का पत्र इस वक्त यहां पर है । उन्हों ने पत्र में कहा कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल हिन्दी सेवा के सभी कार्यक्रम इन दिनों हम नियमित रूप से सुन रे हैं । हमें सब से ज्यादा रूचि चीनी भाषा , जन जीवन लोक संस्कृति में है , इसलिए ऐसे विषयों पर आधारित कार्यक्रम हम ज्यादा पसंद करते हैं । चीनी लोक जीवन से संबंधित सामायिक चर्चा बहुत अच्छी लगी । रूपा जी द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम आप की पसंद सुना , रूपा जी के कार्यक्रम पेश करने का अंदाज सराहनीय है , बहुत दिनों से श्रोता वाटिका पढ़ने के लिए नहीं मिला है , उसे नियमित रूस से भेजें , यह चाइना व मित्रों का दर्पण है । आप को बताते हुए खुशी हो रही है कि हम अपने नए संघ के साथ डी एच टाइम्स न्यूज लैटर का मासिक प्रकाशन करने जा रहा है , जिस में हम समय समय पर चाइना के विषय में भी लेख प्रकाशित करने का प्रस्ताव है । हम इस के प्रचार प्रसार में आप का सहयोग चाहते हैं , आप विभिन्न श्रोता व पत्र मित्रों को हमारा पता दे कर इस में सहयोग कर सकते हैं ।
प्रभाकर शाक्य जी , आप चीन के विषयों पर लेख प्रकाशित करने की जो कोशिश कर रहे हैं , वह सराहनीय है , हमें विश्वास है कि आप अपनी कोशिश में सफल होंगे । आप के अनुरोध पर यहां हम आप का पता पढ़ कर सुनाएंगे और रूचि लेने वाले श्रोता मित्रों से आग्रह है कि आप नोट कर संपर्क करें । श्री प्रभाकर शाक्य का पूरा पता हैः डी एच टाइम्स न्यूज लेटर , एडीटर प्रभाकर शाक्य , एन . गदुवा कैलाई—205122, डिस्ट्ट फिरोजबाद , उत्तर प्रदेश इंडिया ।
आशा है कि श्रोता दोस्त श्री प्रभाकर शाक्य के साथ पत्राचार करेंगे ।
बहनो और भाइयो , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के वाकर हैदर ने सी .आर .आई के हिन्दी विभाग के नाम पत्र लिख कर कहा कि सी .आर .आई दुनिया भर के सभी मुख्य रेडियो स्टेशनों में एक अलग स्थान रखता है । सी . आर .आई के उद्घोषक और उद्घोषिका विश्व भर के सभी श्रोताओं को एक नजर से देखते हैं । जिस से श्रोताओं को कार्यक्रम में भाग लेने का काफी हौसला बढ़ता है । सी .आर .आई ही ऐसा रेडियो स्टेशन है , जहां पर श्रोताओं का काफी कदर किया जाता है । तथा श्रोताओं के पत्रों व सुझावों पर प्रोग्राम ब्रोडकास्ट किया जाता है । सी .आर .आई से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की जितनी भी तारीफ की जाए , कम ही है । क्योंकि सी .आर .आई के उद्घोषक की आवाज ही कुछ ऐसी है कि कार्यक्रम में चार चांद लगा देती है ।
अब आप के सामने है रायपुर छत्तीसगढ़ से श्रीमती फुलमाला बैन का पत्र । उन्होंने पत्र में कहा कि सी .आर .आई को प्यार भरा नमस्कार । आशा है कि आप और सी .आर.आई के सभी कार्यकर्ता सकुशल से होंगे । दिल्ली से भेजे गए रिपोर्ट हम सुनते हैं , आप लोगों द्वारा पढ़े हुए समाचार मुझे अच्छे लगते है । क्योंकि घर बैठे हमें दुनिया की खबरें मिल जाती है । ऐसे में हमें पता चलता है कि विश्व भर में कहां और कब क्या हुई है और क्या हो रहा है । आप लोगों को धन्यावाद देना चाहती हूं कि इतनी मेहनत करके हम श्रोताओं तक समाचार पहुंचाते हैं।
मऊ नाथ भजन उत्तर प्रदेश के अबल्लैस अंसारी ने हमें पत्र लिख कर यह कहा कि यह मेरा पहला पत्र है , मैं सी .आर.आई का कार्यक्रम बहुत दिनों से सुनता हूं । लेकिन पहला पत्र लिख रहा हूं । आज ने आप का कार्यक्रम सुना , खेल जगत , सवाल जवाब , विज्ञान शिक्षा और स्वास्थ्य और खबरें बहुत अच्छा लगा । मैं आप का बहुत आभारी हूं कि आप इतने अच्छे अच्छे कार्यक्रम पेश करते हैं । मैं यह पत्र सी .आर .आई के हिन्दी मानिटर श्री शाहिद आजमी के सहयोग से लिख रहा हूं , क्योंकि लिफाफा उन्हों ने हमें दिया है और कुछ फार्म भी दिया और कहा कि आप इसे भर कर भेज दो । हम आप का धन्यावाद अदा करता हूं कि आप ने श्री शाहिद आजमी को मानिटर बनाया है , क्योंकि वह बहुत मेहनत करते हैं और दिल खोल कर आप के कार्यक्रम के बारे में बताते हैं ।
युवा श्रोता श्री मंजर आलम ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं पढ़ने के साथ ही साथ आप का कार्यक्रम भी रातों में सुनता हूं।
पहली बार जब मैं ने आप के सवालों का जवाब दिया , तो आप के द्वारा मैं ने नया साल का कार्ड पाया , मुझे बहुत खुशी हुई कि मैं पहली बार किसी फार्म को भरा और आप लोगों के द्वारा उसे चुन कर लिया गया। मेरा सुझाव है कि सी .आर .आई को एक शिक्षा कार्यक्रम खोलना चाहिए , जिस में आप छात्रों से पूछ सकते है कि छात्र स्कूली शिक्षा के बाद क्या करना चाहिए , कैसे पढ़ना चाहिए और क्या पढ़ना चाहिए । यदि हमारा राय आप को पसंद हो , तो इस तरह का कार्यक्रम शुरू करें ।
हम भाई मंजर आलम को धन्यावाद देते हैं कि आप ने अच्छा सुझाव पेश किया । पर इसे अमल में लाने के लिए हमें बहुत कुछ करना बाकी है , इसलिए इस समय हम आप की इस इच्छा को पूरा नहीं कर सकते । आशा है कि आप समझेंगे ।