चीन और ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह निर्मित होने का 20 वां वर्षगांठ सम्मेलन हाल ही में पेइचिंग में आयोजित हुआ। हमारे संवाददाता ने उक्त सम्मेलन से यह जानकारी हासिल की कि चीन और ब्राजील द्वारा समान रूप से निर्मित पृथ्वी संसाधन उपग्रह वर्तमान संबंधित देशों द्वारा व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा हैं और चीन व संबंधित देशों को राष्ट्रीय भूमि की जांच, विकास , प्रयोग व प्रबंधन करने आदि पहलुओं में सेवा प्रदान कर रहा है। आज के इस कार्यक्रम में हम आप को चीन और ब्राजील पृथ्वी उपग्रह के वास्तविक प्रयोग पर कुछ जानकारी देगें।
पृथ्वी संसाधन उपग्रह मुख्य तौर से पृथ्वी की प्राकृतिक संसाधन का सर्वेक्षण व अनुसंधान करने में प्रयोग किया जा रहा है। उक्त उपग्रह निचले भूमिगत को पूरी तरह देख सकता है जो हमारी आंखे नीचे जमीन के ढांचे में छुपे खजानों को पहचान नहीं सकती हैं, इस के साथ यह उपग्रह वन, समुद्र व वायु आदि संसाधनों की निगरानी करने के साथ विभिन्न गंभीर प्राकृतिक विपत्तियों की भविष्यवाणी भी कर सकता है। चीनी अंतरिक्ष ब्यूरो के निदेशक सुन लाए येन ने जानकारी देते हुए कहा कि बीस साल पहले चीन ने संसाधन प्रचुर बड़े देश ब्राजील के साथ पृथ्वी संसाधन उपग्रह का अनुसंधान व निर्माण करना शुरू किया था, अब तक तीन चीन और ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रहों को सफलतापूर्वक छोड़ा गया है, जो अंतरिक्ष की उच्च कोटि तकनीक क्षेत्र में दक्षिण दक्षिण सहयोग का एक आदर्श मिसाल माना जाता है। श्री सुन ने कहा
"अब तक चीन और ब्राजील द्वारा छोड़े तीन पृथ्वी संसाधन उपग्रहों ने चीन में कुल 500 हजार डेटा वितरण किए हैं, जो चीन की पूरी भूमि को लगभग तीन सौ बार कवरेज कर सकता है। चीन-ब्राजील पृथ्वी उपग्रह ने चीन के राष्ट्रीय भूमि संसाधन, शहरी योजना, पर्यावरण निगरानी आदि अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इस के साथ चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह ब्राजील के आर्थिक निर्माण, सामाजिक विकास में अधिकाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।"
वर्तमान चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह द्वारा छोड़े तीन उपग्रहों में से दो उपग्रह कक्षा में सतत रूप से संचालित हैं। वे दिन रात पृथ्वी का सर्वेक्षण करने के साथ तीव्र गति डेटा ट्रांस्फर व्यवस्था के सहारे प्राप्त डेटा को भूमि स्वीकार केन्द्र में वापस ला रहे हैं और इन डेटा के प्रोसेसिंग व उनका निपटारा करने के बाद जरूरत चित्रों व आंकड़ो के रूप में सरकारी विभागों को निर्णायत्मक नीति तय करने का आधार प्रदान कर कर रही है। कृषि को ही लीजिए, चीन में संसाधन उपग्रह को मुख्य तौर से कृषि उपजों की बुवाई क्षेत्रफल की जांच , उनकी पैदावर की निगरानी व उत्पादन मात्रा आदि पहलुओं में इस्तेमाल की जाती है। उत्तरी चीन के सानशी प्रांत रिमोट सेन्सर केन्द्र के निदेशक ली वन खे ने जानकारी देते हुए कहा कि इधर के सालों में उन्होने कृषि पहलु में भारी मात्रा में संसाधन उपग्रह की निगरानी आंकड़ो का इस्तेमाल किया है। उन्होने कहा
"चीन और ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह डेटा की कुछ विशेषताएं यह है कि पहले उनका दाम फ्रांस के स्पोट उपग्रह, अमरीका के टीएम उपग्रह से कहीं ज्यादा सस्ता है। दूसरा, समय प्रयोग की दृष्टि से हम सही व समय पर तथा कारगर रूप से चीन-ब्राजील उपग्रह के आंकड़े हासिल कर सकते हैं . तीसरा, अंतरिक्ष पहचान दर भी कृषि उत्पादन की मांग को बेहतरीन रूप से पूरी कर सकती है। "
इस के अलावा, चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के आंकड़े विपत्तियों की निगरानी, शहरी योजना आदि पहलुओं में अदा कर रही भूमिका दिनों दिन उल्लेखनीय होती जा रही है। मिसाल के लिए, छै महीने पहले चीन के वनछुआन में रिएक्टर पैमाने पर 8.0 तीव्र भूंकप आने के बाद, चीन सरकार ने संबंधित विभागों से चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के जरिए भूंकपग्रस्त क्षेत्रों की भूस्थिति की निगरानी की थी। चीनी संसाधन उपग्रह उपयोग केन्द्र के निदेशक को च्येन लिंग ने हमें बताया कि उक्त उपग्रह द्वारा भेजे आंकड़ो ने हमें सही तौर से विपत्तिग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी हासिल करने में भारी मदद दी थी। उन्होने कहा
"वनछुआन भूंकपग्रस्त क्षेत्र की निगरानी पहलु में चीनी संसाधन उपग्रह केन्द्र ने चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह का प्रयोग कर चीनी भूंकप ब्यूरो, जल संरक्षण मंत्रालय, सीछ्वान प्रांत आदि कुल 40 मंत्रालयों को भूंकप से पहले व भूंकप के बाद के तीन डिमेनशन तस्वीरें भेजी थी। भूंकप के बाद हमने 23 बार निगरानी का इन्तेजाम किया और 86 भूस्खलन जगहों व 14 जल मार्गों को काट देने वाली झीलों व एक टूटे पुल का पता लगाया।"
ब्राजील में चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह को भी व्यापक रूप से प्रयोग किया गया है, विशेषकर यामोसुन उष्णकटिबन्धीय वन की निगरानी व वन कटाव को नियंत्रण करने के पहलुओं में कारगर भूमिका अदा की हैं। आंकड़ो के अनुसार, वर्तमान ब्राजील के 15 हजार से अधिक संस्थाए चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के आंकड़ो का प्रयोग कर रही हैं।
चीन संसाधन उपग्रह उपयोग केन्द्र के निदेशक को च्येन लिंग ने कहा कि चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के व्यापक प्रयोग व उसकी उम्दा गुणवत्ता की बदौलत , अन्तरराष्ट्रीय में चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह आंकड़ो के उत्पाद के प्रति अधिकाधिक रूचि बढ़ रही है। इस पर चीन सक्रियता से चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह आंकड़ो को विदेशों में सिफारिश कर रहा है। उन्होने कहा
"अब तक चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के संबंधित आंकड़ो ने नोर्वे, स्वीडेन, कनाडा और आस्ट्रेलिया आदि देशों व क्षेत्रों में भूमि प्रयोग क्रिया करने का काम पूरा कर लिया है। और तो और राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो की रहनुमाई में चीन-ब्राजील संसाधन उपग्रह व फ्रांस के रिमोट सेन्सर ने महामारी निगरानी , पर्यावरण व पारिस्थितिकी जांच आदि पहलुओं में कई साल का सहयोग कार्य विकास प्रोग्राम भी शुरू कर दिया है। "
इस के अतिरिक्त, चीन-ब्राजील संसाधन उपग्रह को अन्तरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा संबंधित अनुसंधान मुददों के बखूबी अंजाम देने में भी प्रयोग किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, गत वर्ष में चीन सरकार ने चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के अंतरिक्ष व महत्वपूर्ण विपत्ति अन्तरराष्ट्रीय चार्टर व्यवस्था में भाग लेने के समय , पूरे विश्व को गंभीर विपत्तियों की निगरानी व भविष्यवाणी सेवा प्रदान करने के कार्य की जिम्मेदारी भी संभालना शुरू कर दिया है।
इस के अलावा, चीन और ब्राजील ने अफ्रीकी देशों को चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के संबंधित आंकड़े प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस तरह उक्त उपग्रह के आंकड़ो का प्रयोग अन्तरराष्ट्रीय परिवार में और एक कदम आगे बढ़ गया है। चीन स्थित ब्राजील दूतावास की अधिकारी सुश्री लुसीयाना ने कहा कि आशा है कि चीन-ब्राजील तथा संबंधित देश चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह के प्रयोग पहलु में सहयोग को अधिक गहन करेगें। उन्होने कहा 20 सालों के प्रयोग दौर में चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन उपग्रह को अनेक अन्तरराष्ट्रीय परिवारों ने स्वीकार कर लिया है, विशेषकर विकासशील देशों ने। हम आशा करते हैं कि यह सहयोग संबंध नए चीन-ब्राजील संसाधन उपग्रह के विकास के दौर में अधिक सुदृढ़ व गहन होगा। जानकारी के अनुसार, चीन और ब्राजील अलग अलग तौर से 2010 व 2013 में उपग्रह नम्बर तीन और उपग्रह नम्बर चार को छोड़ेगें।