अब हम उत्तरी चीन के जी लीन प्रांत के यैन प्यैन कोरियाई जाति स्वायत प्रिफेक्चर की कोरियाई जाति के लोगों के आर्थिक विकास की कहानी सुनाएंगे।
जी लीन प्रांत की यैन प्यैन कोरियाई जाति स्वायत प्रिफेक्चर उत्तर पूर्वी चीन में स्थित है। पिछली शताब्दी के 80 के दशक से लाखों लोग क्रमशः विदेशों में गये। चिन शींग ल्यैई जी लीन प्रांत के यैन प्यैन कोरियाई प्रिफेक्चर के लुंग चीन शहर की जी शिन कस्बे की शिनह्वा गांव के किसान है। कुछ समय पहले चिन शींग ल्यैई लाईबीरिया से वापस लौटे हैं। उन की बेटी अमरीका में काम करती है, जबकि पत्नी व बेटा कोरिया गणराज्य के रेस्तरां में काम करते हैं।
कई वर्ष पहले, चिन शींग ल्यैई ने अफ्रीका जाकर व्यापार किया, और लाखों चीनी य्वान गवां दिए। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी। वे तीसरी और चौथी बार बाहर गये और आखिरकार पैसे कमाये और अपने बेटे बेटी को भी बाहर भेजा।
पिछली शताब्दी के 80 व 90 के दशक में कोरियाई जाति के लोग आम तौर पर कुछ आसान श्रम करते थे, जबकि अब उन्होंने तकनीकी काम करना शुरु किया है।अब अधिकांश लोग देश में संबंधित प्रशिक्षण लेने के बाद विदेशों में काम करने जाते हैं। ये लोग अपनी जन्मभूमि में वापस लौटने के बाद न केवल समृद्ध जीवन जीते हैं, बल्कि बाहर से नयी तकनीक व नयी विचारधारा भी ले कर आते हैं।
हाल में यैन प्येन की कोरियाई जाति प्रिफेक्चर के ची शिन कस्बे में आधे से ज्यादा किसानों के घरों में कुछ लोग विदेशों में काम करते हैं। ज्यादा से ज्यादा किसानों ने विदेशों में काम करके पैसे कमाये हैं। इस गांव के किसान श्री च्याओ चिन ज ने कहा, भारी परिवर्तन हुआ है। इस गांव में 10 लाख य्वान कमाने वाले परिवार अनेक हैं। गांव के लोगों के मकान सभी नव निर्मित हैं, जो बहुत सुन्दर हैं।
इधर के वर्षों में यैन प्येन कोरियाई जाति के अधिकांश लोग निरंतर कोरिया गणराज्य, जापान, अमरीका, कानाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड व फ्रांस आदि 20 से ज्यादा देशों में जाकर काम करते हैं।केवल वर्ष 2006 में ही विदेशों में श्रमिक भेजने से प्रिफेक्चर को एक अरब 60 करोड़ अमरीकी डॉलर की आमदनी हुई। किसान च्याओ चिन ज ने कहा कि घर वापस लौटने के बाद उन में से अनेक लोगों ने अपना व्यवसाय चलाना शुरु किया।
वर्ष 2007 यैन प्येन प्रिफेक्चर की मॉडल महिला श्रमिक वू शी लैन उन में से एक प्रतिनिधि हैं। हाल ही में उन के द्वारा खोले गए रेस्तरां की शाखा यैन प्येन कोरियाई जाति प्रिफेक्चर की राजधानी यैन प्येन, चिन लीन प्रांत की राजधानी छांग छ्वन, हेइलुंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्बिन और ल्याओ नींग प्रांत के दा ल्यैन शहर आदि स्थलों में फैल गई हैं।सुश्री वू शी लैन ने कोरिया गणराज्य से विशेष खाना बनाने की तकनीक सीखी। स्वदेश वापस लौटने के बाद उन्होंने कोरिया गणराज्य एवं चीन के लोगों के मिश्रित स्वाद में लगभग 20 किस्मों का खाना बनाने का अध्ययन किया और ये रेस्तरां खोले। अब वू शी लैन ने खाद्य पदार्थों के प्रोसेसिंग कारखाने की स्थापना भी की है।(श्याओयांग)