2009-01-20 09:35:05

तैई जाति के विवाह की झलक

रुपांतरण व खुलेपन के बाद आम लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। अधिकांश किसान रबर और केला उगाने से समृद्ध बने हैं। अब हम वियतनाम के लोगों के साथ व्यापार करते हैं। हम वियतनाम जाकर कुछ चीज़ें भी खरीदते हैं।

तैई जाति के किसान अभी भी कम खर्च की परम्परा को बरकरार रखते हैं, लेकिन, शादी की रस्म में वे खूब पैसा खर्च करते हैं। श्री फडं हुंग च्यांग के अनुसार,पहले दहेज केवल हमारे द्वारा बनाए गए कपड़े होते थे और कुछ बर्तन , अब दहेज में मोटर गाड़ी, सोलर पानी हीटर्स और टी वी सेट आदि शामिल हैं।इन के अलावा, दूल्हा का परिवार आम तौर पर दुल्हन को सोने या चांदनी के गहने भी देता है, जबकि पहले केवल तांबा के गहने दिए जाते थे।

श्री फडं हुंग च्यांग ने कहा कि तैई जाति के रीति रिवाज के अनुसार, शादी से पहले दूल्हा व दुल्हन के माता-पिता एक साथ बैठ कर शादी की रस्म के आयोजन पर विचार विमर्श करते थे। दूल्हे के परिवार को दुल्हन के परिवार को कुछ पैसे देने होते थे, जबकि दुल्हन का परिवार अपनी बेटी के लिए दहेज की तैयारी करता था।लोगों के जीवन स्तर के निरंतर उन्नत होने के साथ-साथ, दूल्हा का परिवार ज्यादा से ज्यादा पैसे दुल्हन के परिवार को देने लगा है।

अंधेरा हो गया। लोग भी गपशप करके थक गए । दूल्हा-दुल्हन के कमरे से गीतों की आवाज़ सुनायी दे रही है। तैई जाति की शादी का गीत-संगीत समारोह शुरु हो गया है।

दुल्हन के परिवार के लोगों ने गीत गाए, हमने दूर से बेटी को बिदाई दी और आशा है कि बेटी एक अच्छी बहू बन सकेगी। दूल्हे के परिवार के लोगों ने जवाब में गाया,कि आप लोगों को चिंता करने की ज़रुरत नहीं है, बहू हमारी भी बेटी है। दुल्हन ने गाया, हम एक साथ नये जीवन की रचना करेंगे। तो दूल्हे ने गाया, कि हम आजीवन एक दूसरे से मुहब्बत करते रहेंगे।

हालांकि समय बदल गया है और अर्थतंत्र का विकास हुआ है, फिर भी तैई जाति के लोग विवाह की रस्म में गाना गाने की परम्परा को बरकरार रखे हुए हैं। ये गीत तैई जाति के लोगों द्वारा खुद रचे गये हैं।लेकिन, जीवन में आखिरकार परिवर्तन आया है। तैई जाति के युवकों के बीच मुहब्बत प्रकट करने के तरीकों में भी परिवर्तन आ रहा है। अपनी पत्नी की चर्चा में श्री फडं हुंग च्यां के चेहरे पर मुस्कराहट आ गयी । उन्होंने कहा कि वे और अपनी पत्नी चिन श्वेई ह गांव के किसान हैं, जो पहले हुंग ह प्रिफेक्चर के ग च्यो शहर में मक्का बेचते थे।

उस समय मैं अपनी पत्नी को पत्र लिखकर प्रेम प्रकट करता था।मुझे याद है कि एक बार मैंने लिखा कि यदि मैं एक छोटी घास का तिनका हूं, तो तुम सुबह मुझे गीला करने वाली ओस हो। फडं हुंग च्यांग ने कहा कि आजकल उन के भतीजे और भतीजे की पत्नी इंटरनेट के जरिये एक दूसरे को जानते हैं। आजकल युवक सच्चे माइने में इंटरनेट युग में प्रवेश कर चुके हैं।

फडं हुंग च्यांग ने कहा कि विवाह होने के बाद वे घर में कृषि का काम करेंगे और केला व रबर उगाएंगे। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि अब गांव में बहुत कम लोग बाहर जाकर काम करते हैं। पहले जो लोग शांगहाई व पेइचिंग में काम करते थे, अब वे सब लोग वापस लौट चुके हैं। चूंकि आजकल केला व रबर का दाम अच्छा है और इन दोनों के उगाने से भी लोग समृद्ध बन सकेंगे।

आधी रात हो गयी, लेकिन, लोग अभी भी गाना गा रहे हैं।

चांदनी में रबर जंगल बहुत सुहावना दिखाई देता है। (श्याओयांग)