2008-12-23 10:58:31

रुपहली खरगोश केशप्रसाधन समूह

वर्ष 1996 में उन्हों ने सिन्चांग का रुपहली खरगोश ब्युटि व केश प्रसाधन तकनीक ट्रेनिंग स्कूल खोला । उसी साल में कई सौ छात्रों को दाखिला कराया गया । कुछ सालों के भीतर ही स्कूल ने कुल 60 हजार से ज्यादा छात्रों को प्रशिक्षित किया । उन्हों ने सिन्चांग के विभिन्न स्थानों में अपना केरियर चलाया , जिन में से सौ से अधिक लोगों ने अपनी दुकान और कंपनी भी स्थापित की ।

वर्ष 2002 में सिन्चांग रुपहली खरगोश तकनीक प्रशिक्षण स्कूल को सिन्चांग के एकमात्र राष्ट्रीय स्तरीय व्यवसायी शिक्षा संस्था की उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया । साथ ही स्कूल ने राष्ट्रीय व्यवसाय संघ की ओर से प्रसिद्ध चीनी स्कूल का पुरस्कार भी पाया । इस स्कूल के कुलपति श्री चु त्यांगछुन ने स्कूल की सफलता पर बड़ा गर्व महसूस करते हुए कहा,वर्ष 1997 में मैं रुपहली खरगोश स्कूल में प्रवेश कर पढ़ाने का काम करने लगा । किताबी और व्यवहारिक दोनों तरह के ज्ञान पढ़ाता हूं , हम छात्रों को केश विन्यास के हर कौशल सिखाते हैं और उन्हें मास्टर केश प्रसाधक के रूप में प्रशिक्षित करने की कोशिश करते हैं । जब उन्हों ने स्नातक होने के बाद अपना मनपसंद जॉब हासिल किया और अंत में अपनी दुकान खोली , तो हमें भी बड़ा गर्व महसूस हुआ ।

इधर के सालों में रुपहली खरगोश समूह ने विलयन के जरिए अपने व्यवसाय का लगातार विस्तार किया । ऊरूमुची के रौनक वाणिज्य क्षेत्र में भी श्री फङ श्यांग कुंग ने एक बड़ा प्रशिक्षण भवन बनवाया , जिस में एक साथ 700 से ज्यादा छात्र पढ़ सकते हैं। रूपहली खरगोश समूह ने एक बड़ा होटल भी खोला । श्री फङ ने जर्मनी और कोरिया गणराज्य आदि विदेशों के साथ भी ब्युटि व केशप्रसाधन क्षेत्र में सहयोग किया और विदेशों से ब्युटि व केशप्रसाधन की समुन्नत तकनीकों और उत्पादों का आयात किया । वर्तमान में रुपहली खरगोश समूह ने एक ऐसे बहुमुखी व्यवसाय समूह का रूप ले लिया है , जिस में तकनीक प्रशिक्षण और ब्युटि व केश प्रसाधन सेवा के अलावा रेस्ट्रांरेट , मनोरंजन और विज्ञान तकनीकी अनुसंधान के व्यवसाय शामिल हैं ।

रुपहली खरगोश समूह श्री फङ श्यांगकुंग के अथक प्रयासों के साथ साथ कदम ब कदम विकसित हो गया , इस तरह श्री फङ भी एक नाई से एक व्यवसायी समूह के उच्च स्तरीय मेनेजर बन गए । उन की सफलता पर बहुत से विश्वविद्यालय छात्रों में भी गहरी रूचि पैदा हुई । सिन्चांग के कुछ उच्च शिक्षालयों ने उन्हें छात्रों को अपना अनुभव सिखाने के लिए आमंत्रित किया । श्री फङ ने अकसर छात्रों को बताया, सर्वप्रथम आप लोगों को अपने चुने गए व्यवसाय को पसंद करना चाहिए , इस के बाद अपने चुने गए व्यवसाय के लिए परिश्रम करना चाहिए । मैं हमेशा समझता हूं कि ग्राहक स्वयं मैं है , ग्राहक का संतोष मेरा अपना ध्येय है । अपने व्यवसाय के संचालन में हमें अवश्य कड़ी मेहनत , मित व्यय और अथक प्रयत्न करना चाहिए । कोई भी उद्योग धंधा शून्य से प्रस्थान हो कर धीरे धीरे विकसित हो जाता है । हमें नयी चीजों से भी सीखना चाहिए और नए चीजों को परम्परागत चीजों के साथ जोड़ने से अपनी पहचान वाली चीजों का विकास करना चाहिए ।

इधर के सालों में श्री फङ श्यांग कुंग और रुपहली खरगोश समूह ने सामाजिक कल्याण कार्य का समर्थन करते हुए गरीब व संकट ग्रस्त क्षेत्रों , वृद्ध सदनों तथा बाल कल्याण सदनों को दसियों लाख य्वान की राशि और सामग्री चंदा स्वरूप प्रदान की । इन के अलावा उन्हों ने अकसर सेना , स्कूल , निर्माण स्थल आदि में जा कर सैनिकों , छात्रों और मजदूरों को मुफ्त केश प्रासाधन की सेवा प्रदान की । श्री फङ का कहना है कि उन का रूपहली खरगोश समूह आगे लगातार नए नए सृजन के साथ समाज के लिए ज्यादा से ज्यादा कल्याण काम करेगा । (श्याओयांग)