चीन की अल्प संख्यक जाति कार्यक्रम सुनने के लिए आप का हार्दिक स्वागत। सिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ऊरूमुची में रुपहली खरगोश नामक केशप्रसाधन समूह सर्वविदित है , जिस के मेनेजर जनरल श्री फङ श्यांगकुंग पहले एक नाई थे , जो अपने अथक परिश्रम के जरिए एक उच्च स्तरीय व्यवसाय धंधे के मेनेजर बन गए । आज के अल्पसंख्यक जाति कार्यक्रम के अन्तर्ग सिन्चांग का दौरा श्रृंखला में आप सुनेंगे फङ श्यांगकुंग की कहानी ।
श्री फङ श्यांगकुंग का जन्म एक साधारण मजदूर परिवार में हुआ , बड़े होने के बाद वे ऊरूमुची शहर की एक नाई दुकान में काम करने लगे , इस के दौरान उन्हों ने केशप्रसाधन के उत्तम कौशल पर महारत हासिल की और सेवा करने की श्रेष्ठ गुणवत्ता का परिचय किया । इस तरह वे ऊरूमुची में एक मशहूर केशप्रसाधन कर्मचारी बन गए । वर्ष 1986 में श्री फङ श्यांग कुंग ने ठेके पर अन्य कुछ नाइयों के साथ मिल कर अपनी नाई दुकान खोली और उस का नाम रुपहली खरगोश रखा । अपने तत्कालीन परिश्रम की याद करते हुए श्री फङ ने कहा, उस समय हम रोज सुबह आठ बजे से काम शुरू करते थे और देर रात के दो बजे घर लौटते थे । दुकान चलाने में हम ने बड़ी मेहनत की थी ।
श्री फङ की नाई दुकान खुलने के दूसरे साल में ऊरुमुची में प्रथम यौवन कप नामक ब्युटि व केशप्रसाधन प्रतियोगिता आयोजित की , श्री फङ श्यांग कुंग ने प्रतियोगिता में भाग लिया और चैम्पियनशिप भी जीती , इस सफलता से श्री फह श्यांगकुंग और उन की नाई दुकान रुपहली खरगोश का नाम शहर में फैल गया , ऊरुमुची शहर के रेडियो स्टेशन और टीवी स्टेशन के उद्घोषकों और उद्घोषिकाओं ने भी उन की दुकान में आकर श्रृंगार व केशप्रसाधन करवाये ।
कुछ सालों के कठोर प्रयासों के फलस्वरूप श्री फङ श्यांग कुंग ने प्रचूर अनुभव और बड़ी पूंजी जुटाई और उन का विश्वास और पक्का हो गया । गत शताब्दी के नब्बे दशक में उन्हों ने एक लाख 80 हजार य्वान की राशि निकाल कर रुपहली खरगोश दुकान का विस्तार किया और दुकान का शानदार सजावट करवाया । लेकिन बदकिस्मत से सात दिन बाद दुकान में भीषण आग लगी और श्री फङ की पूरी कोशिश राख बन कर नष्ट हुई। इस की चर्चा में उन्हों ने कहा,देखते ही देखते मेरी नव सुसज्जित हुई दुकान आग में जल कर भस्म हो गयी, मेरा दिल सुई से चुभोने की भांति असाधारण दुखी हुई थी , आगे काम करने का मन भी नहीं रहा । लेकिन मेरी दुकान के सभी कर्मचारी मेरे साथ रहे और उन्हों ने नए सिरे से काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की ।
श्री फङ उन के दुकान कर्मचारियों के बहुत आभारी हैं कि उन्हों ने कठिन समय पर उन्हें नहीं छोड़ा । अग्नि घटना के बाद श्री फङ ने फिर से बंदोबस्त कर पूंजी जुटायी और अपनी नयी रुपहली खरगोश दुकान खोली।
रुपहली खरगोश नाई दुकान के केश प्रसाधकों की कुशल कार्यक्षमता और श्रेष्ठ सेवा भावना और फङ श्यांग कुंग के उचित प्रबंधन के कारण नए सिरे से खुली रूपहली खरगोश दुकान के ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ी , इस स्थिति के मुद्देनजर श्री फङ ने दूसरी दुकान खोलने की योजना बनायी । ज्यादा समय नहीं बीता कि ऊरुमुची शहर में क्रमशः चार रुपहली खरगोश नाई दुकानें खुलीं , इस से रुपहली खरगोश दुकानों का एक समूह लगातार विकसित हो गया ।
ऊरूमुची के बेराजगारों को रोजगार के नए मौके दिलाने के लिए नब्बे के दशक में श्री फङ श्य़ांग कुंग ने केशप्रसाधन प्रशिक्षण कक्षा खोलने की सोच की ।
इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े।(श्याओयांग)