2008-12-09 10:02:48

थ्येनशान पर्वत

थ्येनशान पर्वत के प्राकृतिक सौंदर्य और थ्येनछी झील की मोहकता ने पर्यटकों को इस कदर आकृष्ट कर दिया है कि बहुत से लोग इस अनोखी खूबसूरत को कैमरों में उतारना नहीं छोड़ना चाहते हैं । सर्दियों के दिन भी थ्येन छी झील के सौंदर्य को फोटो बनाने का बेहतर मौका है । फोटोग्राफ के प्रेमी श्री वांग ची छ्यांग ने हमें बताया,सर्दियों में थ्येनछी का दृश्य अद्भुत उत्तम है , यहां के बेशुमार नजारे असाधारण खूबसूरत है । खास तौर पर थ्येन छी झील का क्षेत्र सर्दियों में भी ठंडा नहीं है , उस का तापमान घूमने , खेलने तथा फोटो खींचने के काबिला है , यहां बड़ी मात्रा में सुन्दर चित्र खींचे जा सकते हैं । उदाहरण के लिए झील का समग्र दृश्य बहुत सुन्दर है और बर्फ से ढकी झील और अधिक आकर्षक है ।

सर्दियों में जब थ्येन छी झील के पानी से बर्फ बनी , तो वह बेहद मजबूत हो गयी , जिस पर स्केटिंग का खेल खेलना बड़ा मजेदार है , अब झील पर हिम मोटर गाड़ी का इंतजाम भी होता है , उसे चला कर चिकनी व चमकदार बर्फ पर दौड़ने का एक अलग आनंद महसूस होता है , फिर सर्दियों का शीतल वायु और खूब खिली हुई धूप दूसरे स्थानों में बहुत कम मिलते हैं ।

थ्येन छी झील चारों ओर से पहाड़ों से घिरी हुई है , झील घाटी क्षेत्र में जीव जंतु , वनस्पतियां और मछली पक्षी प्रचूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं । झील के निकट घास मैदान में गाय बकरी चरते दिखाई देते हैं , बर्फीली पहाड़ों पर स्नॉ लुटस तथा स्नॉ कुक्क जैसे दुर्लभ मूल्यवान पौधे और जंगली पक्षी मिलते हैं , चीड़ की जंगल में जगह जगह कुकुमर्ता जैसी स्वास्थ्य पोषक वनस्पतियां हैं , पहाड़ी वादि में दुलर्भ जंगली जानवर और चिड़ियां हैं और झील के पानी में मछलियां और जल पक्षियां प्रचूर मात्रा में प्राप्त होती हैं । चारों ओर ऊंची खड़ी पर्वत चोटियों पर आधुनिक युग की हिम नदियां हैं और भूमि के भीतर तांबा , लोह और अभ्रक तरह तरह की किस्मों के खनिज्य गर्भित हैं ।

थ्येन शान पर्वत के घास मैदान में रहने लाली कजाख जाति की रीति रिवाज भी लोगों को बरबस आकृष्ट करती है । कजाख जाति के लोग घूमांतू जीवन बिताते हैं , जहां घास और पानी का अच्छा वातावरण होता है , वे वहां गाय घोड़ा चराने जाते हैं । कजाख लोग गाने के शौकिन हैं और उन के बीच अनगिनत लोक कथाएं प्रचलित होती हैं । इस तरह थ्येन शान पर्वत और झील के क्षेत्र में प्राकृतिक सौंदर्य और अनूठी मानवीय संस्कृति साथ साथ देखने को मिलती हैं ।

अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों और अनोखी सांस्कृतिक विशेषता ने बहुत से फिल्मनिर्माताओं को भी अपनी ओर खींचा है । इधर के सालों में बहुत से टीवी धारावाहिकों और प्राचीन चीनी कुंफू संबंधी फिल्मों की शुटिंग थ्येन शान पर्वत पर की गई है , जो चीनी दर्शकों में काफी लोकप्रिय हुई हैं।

थ्येनछी दर्शनीय क्षेत्र की प्रबंधन कमेटी के प्रधान श्री रन वुनचे ने हमें बताया कि इन सालों में थ्येनछी झील का दौरा करने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि होती गई । उन्हों ने कहा,इस का कारण यह है कि थ्येनशान पर्वत और थ्येनछी झील का प्राकृतिक दृश्य लोगों को चित्त प्रसन्न कर देते हैं । यहां की विशेष सांस्कृतिक परम्परा , खास कर कजाख जैसी अल्पसंख्यक जातियों की अनोखी रीति रिवाज लोगों को अलग अनुभूति देती हैं और चीनी प्राचीन कुंफू की फिल्म बनाने का अच्छा वातावरण देती है । इस के अलावा यहां पर्यावरण संरक्षण भी बहुत अच्छा है , जिस के चलते स्केटिंग जैसे बर्फ से जुड़े खेल आयोजित किए जा सकते हैं । पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए भी अच्छा बंदोबस्त होता है ।

हां , थ्येन छी झील के हर प्राकृतिक दृश्य में कुदरती सृष्टि की दिव्य शक्ति और करिश्मा झलकती है । विशेष कर सर्दियों के दिन,यहां शांति , मुक्ति , स्वच्छ वायु , नीला आसमान , सफेद बादल तथा हिम पर्वत के मिश्रित सौंदर्य ने लोगों को यह अनूभव दिलाया है , मानो वे देव लोक में पधारे हों । घनी पहाड़ी जंगल से जो पक्षियों की कलरव आती है , वह लोगों का मानस शुद्ध कर स्वर्ग लोक पहुंचा देती है ।(श्याओयांग)