2008-11-24 17:14:44

क्वेई च्यो की काउंटी में अग्रेजी की अध्यापिका

क्वेई च्यो की एक सुदूर छोटी काउंटी में कनाडा से आयी एक अध्यापिका रहती है। उन का नाम सुजान है। इस काउंटी में लगातार आठ वर्षों से रहने के कारण वे न केवल अच्छी चीनी बोल सकती हैं, बल्कि स्थानीय बोली भी बोलने में भी सक्षम हैं। स्थानीय नागरिक उनसे अपने रिश्तेदार की तरह व्यवहार करते हैं। आज हम आप को सूजान की कहानी सुनायेंगे।

क्वेई च्यो प्रांत चीन के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है। जब सुजान वहां पहुंची, तो उनकी उम्र केवल 26 वर्ष थी। वे क्वेई च्यो की राजधानी क्वेई यांग से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित फिंग थांग नाम की एक छोटी सी काउंटी में रहती हैं। हालांकि यह काउंटी बहुत छोटी है, पर है बहुत सुन्दर। इस काउंटी के तीनों ओर पानी और एक ओर पहाड़ है। काउंटी के जातीय मिडिल स्कूव में सूजान अनेक वर्ष अंग्रेजी पढ़ा चुकी हैं।

जब हम उनके मिडिल स्कूल पहुंचे, तो छात्रों ने बताया कि उन्हें सूजान बहुत पसंद हैं।

अध्यापिका सूजान बहुत अच्छी हैं। हम उनकी हमें दी जाने वाली मदद के लिए बड़ी प्रशंसा करते हैं।सूजान ने मेरी फ़ीस दी और मुझे पढ़ने का मौका दिया। जब हमें कोई कठिनाई होती है, हम उन्हें बताते हैं।

कनाडा से आयी सुजान बहुत बातूनी हैं। वे दिखने में सुन्दर भी हैं। जब हम ने सूजान से पूछा कि वे क्यों चीन की एक छोटी काउंटी में इतने लम्बे समय से रह रही हैं तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा,

मैं इस बारे में साफ़-साफ़ नहीं बता सकती। यहां मेरे अनेक मित्र हैं। मैं जहां कहीं जाती हूं, मुझे वहां विद्यार्थी मिल जाते हैं। स्थानीय लोग कहते हैं, आप हमारे बच्चों की अध्यापिका हैं तो मुझे लगता है कि वे मेरा गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं। मुझे अपने स्कूल पर पूरा विश्वास है। मैं फिंग थांग काउंटी को बहुत पसंद करती हूं। यहां मेरे लिए बहुत काम है।

सुजान की चीनी बहुत अच्छी है। उन्होंने बताया कि कनाडा में पढ़ने के समय से वे चीन को पसंद करती रहीं। वे चीन की संस्कृति जानना चाहती थीं, लेकिन, उन्हें मालूम नहीं था कि इसके लिए उन्हें चीन के किस स्थल में पढ़ना चाहिए। तब उन के एक रिश्तेदार चीन के क्वो च्यो प्रांत की छ्येन नान शिक्षा अकादमी में विदेशी भाषा पढ़ाते थे। इसलिए, वर्ष 1996 में वे इस अकादमी में आयीं और यहा चीनी सीखने लगीं।

इसके बाद एक दिन, सुजान फिंग थांग काउंटी के जातीय मिडिल स्कूल में पढाने वाले अपने एक मित्र को देखने के लिए फिंग थांग गयीं। उन के इस मित्र को स्वदेश वापस लौटना था और इस स्कूल को विदेशी अध्यापक की बड़ी आवश्यकता थी। सुजान ने इस मित्र के सुझाव पर इस स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाने का फैसला लिया। इस तरह, सुजान फिंग थांग काउंटी आयीं। फिंग थांग जातीय मिडिल स्कूल ने सुजान के लिए चीनी सीखने की व्यवस्था की। एक वर्ष की मेहनत के बाद, सुजान आराम से चीनी लोगों के साथ उनकी भाषा में बातचीत करने लगीं।

मिडिल स्कूल के प्रधान श्री ल्यू श्यांग व्येन ने बताया कि सुजान ने अपनी विशेष शैली से अंग्रेजी में विद्यार्थियों की रुचि उन्नत की। इस के अलावा, सुजान ने कुछ गरीब छात्रों को मदद देने के लिए वर्ष 1998 से लगातर कनाडा के अपने मित्रों व रिश्तेदारों से पैसे इकट्ठे किये। उन की मदद से कुछ गरीब छात्रों ने अपनी पढ़ाई पूरी की। श्री ल्यू श्यांग व्येन ने कहा कि सुजना ने अपने प्रेम से फिंग थांग काउंटी के लोगों का सम्मान प्राप्त किया। अब सुजान फिंग थांग में बहुत लोकप्रिय हैं। उन के अनुसार,

आप किसी भी गांव में जायें, लोग हर जगह उन्हें स्नेह से अध्यापिका सू कह कर बुलाते हैं और उन्हें अपने घर खाने पर आमंत्रित करते हैं। यहां के सभी लोग जानते हैं कि वे बहुत अच्छी हैं।

फिंग थांग काउंटी में चार वर्ष अंग्रेजी पढ़ाने के बाद, सुजान को पूर्वी चीन के च्यांग सू प्रांत के नान चिन शहर में चीन-अमरीका संस्कृति केंद्र में एम ए की उपाधि के लिए पढ़ने का मौका मिला। दो वर्षों की पढ़ाई के बाद, चीन के अनेक शहरों के बेहतर स्थिति वाले स्कूलों ने उन्हें अपने यहां आमंत्रित किया, लेकिन, सुजानी पुनः फिंग थांग वापस लौट आईं। उन्होंने कहा कि वे इस काउंटी के लोगों को बहुत पसंद करती हैं।

जब हम सुजान के घर से बाहर आये, तो हमने भी उन के प्रति फिंगथांग वासियों का स्नेह महसूस किया। स्थानीय लोग मुस्कराते हुए सुजान को नमस्ते कहते हैं। लाल सूरज नामक एक रेस्तरां को पार करते समय सुजान ने हमें बताया कि यह उन का पसंदीदा रेस्तरां है। इस रेस्तरां के मालिक श्री येई ने कहा,

वे अकसर हमारे यहां खाना खाती हैं और उन्हें मिर्च बहुत पसंद है। इसलिए, मैं अकसर उनसे मजाक में कहता हूं कि आप हमारे फिंग थांग के लोगों की ही तरह हैं। गत वर्ष मेरी मां का देहांत हुआ तो उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या वे मेरी मां के लिए प्रार्थना कर सकती हैं। मुझे इस बात से पता लगा कि वे कितनी अच्छी हैं, उन का दिल कितना कोमल व उदार है।

सुजान के लिए सब से बड़ी खुशी की बात यह है कि फिंग थांग काउंटीवासी उन्हें विदेशी नहीं मानते। सुजान ने कहा,

मेरे लिए सब से बड़ी खुशी की बात यही है कि फिंग थांग के लोग मुझे विदेशी नहीं मानते। वे मुझसे अपने परिजनों की तरह व्यवहार करते हैं। मैं भी उन की मदद करने की कोशिश करती हूं। इससे मुझे और खुशी मिलती है।