2008-11-18 15:19:52

सुखमय दादा छन

उत्तर पश्चिमी चीन के नींग श्या ह्वेई स्वायत प्रदेश की राजधानी ईंग छ्वान में एक सुखी वृद्ध रहते हैं, जिन का नाम छन गुंग तुंग है।

दादा छन गुंग तुंग ईंग छ्वान शहर के चिनफडं जिले के चिन च्या श्यांग में रहते हैं। वे ख्वेई बैन नामक एक लोकप्रिय लोकगीत पसंद करते हैं।ख्वेई बैन चीन का एक परम्परागत ऑपेरा है। लोग बांस से बनाये गये ख्वेई बैन से धुन बजाते हुए गाते हैं।हर हफ्ते दादा छन गुंग तुंग ईंग जल्दी ही जिले के वृद्ध केंद्र में आकर मुफ्त लोगों को ख्वेई बैन सिखाते हैं।

जब हमारे संवाददाता वृद्ध केंद्र पहुंचे, श्री छन गुंग तुंग अभ्यास कर रहे थे। दादा छन गुंग तुंग छोटे कद के हैं। हालांकि देखने में वे पतले हैं, फिर भी वे बहुत अच्छी तरह ख्वेई बैन बजा सकते हैं।वे बोलते या गाते समय हंसी मजाक भी करते हैं। उन के ख्वेई बैन सुनते हुए लोग हंसते रहते हैं।

63 वर्षीय दादा छन एक किसान हैं। वे बचपन से ही गाना पसंद करते थे। 9 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने पिता जी से ख्वेई बैन सीखना शुरु कर दिया था।पिछले दस वर्षों से वे ख्वेई बैन ऑपेरा गा रहे हैं।पहले दादा छन मजा लेने के लिए अपने लिए ही ख्वेई बैन गाते थे, कभी-कभी वे ख्वेई बैन गाने से पैसे भी कमाते थे। अब उन के जीवन में परिवर्तन आ गया है और जीवन पहले से बेहतर है। वे खान-पान की चिंता नहीं करते हैं।ख्वेई बैन गाना उन के जीवन में सब से खुशी की बात बन गयी है। दादा छन अपने ख्वेई बैन में ह्वेई जाति के रीति रिवाज़ और जन-जीवन के भारी परिवर्तनों को प्रतिबिंबित करते हैं।हालांकि दादा छन बूढ़े हो गये हैं, फिर भी वे किसी युवक की ही तरह ख्वेई बैन गाते हैं, उन के द्वारा गाए गए ख्वेई बैन की एक धुन।

अब दादा छन जिले में अध्यापक का काम करने के साथ-साथ अक्सर ईंग छ्वान शहर के बाहर के गांवों में जा कर भी अभिन्य करते हैं, ताकि किसान भी उन का ख्वेई बैन सुन सकें । पहले वे साईकल से गांव जाते थे, अब वे मोटर से ग्रामीण क्षेत्रों में जाते हैं। इधर के वर्षों में जीवन में परिवर्तन की चर्चा में दादा छन ने कहा,पहले मैंने 90 य्वान में साईकिल खरीदी। 20 वर्षों से यह मेरे साथ है। पिछली शताब्दी के 80 के दशक में मैंने मोटर खरीदी और अभी तक कुल मिलाकर मैंने 10 से ज्यादा मोटर खरीदी हैं। अब मेरी मोटर 8000 य्वान मूल्य वाली यामाहा ब्रांड की है।

इस वर्ष की शुरुआत में दादा छन ने अचानक अपने परिवारजनों को बताया कि वे एक कंप्यूटर खरीदना चाहते हैं। उन के अनुरोध को सुनकर उन के परिवारजनों को बहुत आश्चर्य हुआ। मीडिल स्कूल तक न पढ़ने की वजह से क्या दादा छन कंप्यूटर की जानकारी हासिल कर सकेंगे। दादा छन ने अपने परिवारजनों से कहा कि वे कंप्यूटर से ख्वेई बैन के बोल लिखना चाहते हैं और वेबसाइट पर अपनी कला का प्रसार करना चाहते हैं, ताकि और ज्यादा लोग ख्वेई बैन जैसी लोकप्रिय कला में रुचि ले सकें। भारी प्रयास से दादा छन ने आखिरकार कंप्यूटर में टाइप करना सीख लिया। उन्होंने संवाददाता से कहा,शुरु में मैं केवल एक उंगली से कंप्यूटर पर टाइप करता था। लेकिन बाद में मेरे बेटे, पोता एवं पोती ने क्रमशः मेरी मदद की।इस तरह, मैंने आखिरकार जल्दी ही टाइप करना सीख लिया।

कंप्यूटर पर टाइप सीखने के बाद दादा छन ने और मेहनत से कंप्यूटर पर टाइप करना शुरु किया। उन्होंने अपने आसपास की कहानियों को आधार बना कर ख्वेई बैन के बोल लिखे। अब दादा छन रोज ख्वेई बैन के बोल लिखते हैं और ऑपेरा गाते हैं। वे बहुत खुशी से जीवन बिताते हैं।लेकिन, उन के लिए सब से गौरव की बात यह है कि उन का बड़ा पोता छन च्या हाओ ने ख्वेई बैन के प्रति भारी रुचि दिखायी है। केवल आधा साल तक सीखने के बाद, दादा छन अपने दादा के साथ मंच पर अभिनय कर रहा है।च्या हाओ ने संवाददाता को बताया कि ख्वेई बैन से उस में आत्म विश्वास आया है,मुझे ख्वेई बैन बहुत पसंद है।पहले स्कूल में सांस्कृतिक समारोह में केवल गीत और नृत्य होते थे।अब मैं लोगों के लिए ख्वेई बैन के साथ अभिनय करता हूं। सब लोगों को यह कला अच्छी लगती है।

आजकल दादा छन और छन चा हाओ जिले के मशहूर आदमी बन गये हैं। अनेक लोग उन्हें आमंत्रित करके जगह-जगह पर ख्वेई बैन देखते हैं। दादा छन का रोजाना का जीवन बहुत व्यस्त है।उन्होंने संवाददाता से कहा कि उन की आशा है कि और ज्यादा लोग उन की ख्वेई बैन कला से आनंद उठा सकें।(श्याओयांग)