2008-11-12 16:00:37

मनमोहक छुंगछिंग शहर

क्या आप को मालूम है कि जब चीन में किसी विश्वविख्यात मनमोहक पर्यटन स्थल का उल्लेख किया जाता है , तो तुरंत ही यांगत्सी नदी यानि छांगच्यांग नदी के ऊपरी भाग पर स्थित केंद्र शासित छुंगछिंग शहर की याद आ जाती है । क्योंकि इस शहर में सुप्रसिद्ध छांगच्यांग नदी का त्रिघाटी पर्यटन स्थल , बड़े पांव वाली पत्थर की बुद्ध की मूर्ति जैसे राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त संरक्षित प्रकृति क्षेत्र और सांस्कृतिक व ऐतिहासिक संरक्षित इकाईयां उपलब्ध हैं । अतः इधर के सालों में यह नवोदित केंद्र शासित शहर अपने अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध मानवीय विरासतों से अधिकाधिक देशी विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खींचता रहा है । आज के चीन के इस भ्रमण के कार्यक्रम में हम आप के साथ इसी शहर का दौरा करने जा रहे हैं ।

छांगच्यांग नदी का त्रिघाटी पर्यटन स्थल छुंगछिंग शहर का सब से आकर्षित पर्यटन केंद्र रहा है । त्रिघाटी , चीन की प्रथम लम्बी नदी के नाम से जानी जाने वाली 6 हजार 3 सौ से अधिक किलोमीटर लम्बी छांग च्यांग नदी के ऊपरी भाग पर स्थित है । इस त्रिघाटी का प्राकृतिक सौंदर्य अपनी विशेष पहचान रखता है । यह मशहूर त्रिघाटी पर्यटन क्षेत्र पश्चिम में छुंगछिंग शहर के अधीन फूंग च्ये कांऊटी के पाइ ती छंग से शुरु होकर पूर्व में हू पेह प्रांत ई छांग शहर के नान चिन क्वान तक पहुंचती है । इस की कुल लम्बाई दो सौ किलोमीटर है , जिस में 90 किलोमीटर घाटी है । इस में छू थांग घाटी की भव्यता , ऊ श्या घाटी का रमणीक प्राकृतिक सौंदर्य और शी श्या घाटी की अजीबोगरीब स्थिति से अतुलनीय विशाल पहाड़ व पानी चित्र का रूप दिया गया है ।

छांगच्यांग नदी की त्रिघाटी विश्व में एक ऐसी सब से बड़ी घाटी है , जहां पर्यटक जहाज पर सवार होकर घाटी के दोनों किनारों पर प्राकृतिक सौंदर्य और दुर्लभ मानवीय दृश्यों का आनन्द उठाते हैं। इतना ही नहीं , पर्यटक अपनी रुचि के अनुसार जहाज से उतरकर दोनों किनारों पर खड़े अलग ढंग के पर्यटल स्थलों पर भी आ-जा सकते हैं ।

पूर्वी चीन के शानतुंग प्रांत से आये पर्यटक ली ने जहाज पर सवार होकर पूरे त्रिघाटी पर्यटन क्षेत्र का दौरा किया । उन्हों ने अपना अनुभव बताते हुए कहा

मैं छुंगछिंग शहर के छाओ थ्येन मन घाट पर यात्री जहाज पर चढ़ा हूं , जब यात्री जहाज पानी के तेज बहाव से नीचे की ओर जाने लगा , तो हमें बड़े आराम से जहाज पर बैठे हुए अपार प्रसन्नता महसूस हुई । पर्यटक यात्री जहाज के अगले भाग के प्लेटफार्म पर बैठ सकते हैं और जहाज के बरामदे पर भी बैठ सकते हैं। घाटियों के दोनों किनारों पर आकाश से बातें करने वाले ऊंचे-ऊंचे पर्वतों , गहरी घाटियों और गांवों के अद्भुत दृश्यों को देखने से ऐसा जान पड़ता है कि कोई सुंदर फिल्म चल रही हो ।