2008-11-03 14:51:23

चार विकलांग लड़कियों की कहानी

आज हम आप लोगों को चीन के उत्तर पश्चिमी चीन के शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश से आयी चार लड़कियों का परिचय देंगे। इन चार लड़कियों ने इस वर्ष के सितम्बर माह में पेइचिंग पैरा-ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह में दर्शकों के सामने अनार का फूल नामक गीत पेश किया था।

वर्ष 2005 में चीन के विकलांग लोगों के छठे सांस्कृतिक समारोह में शिनच्यांग की चार लड़कियों ने अनार का फूल नामक गीत गाया और रजत-पदक जीता। वे हैं, वेवुर जाति की लड़की नुर्गुली, हान जाति की लड़की वैन फींग, ली चींग लींग और या फांग। इस गीत के कारण वे सब एक साथ हैं। उन के इस समूह का नाम भी अनार का फूल ही रखा गया है। इस अप्रैल माह में पेइचिंग विकलांग ऑलंपिक आयोजन कमेटी ने पेइचिंग 2008 पैरा ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए इस गीत का चुनाव किया। शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के विकलांग संघ के प्रसार व संस्कृति विभाग की उप मंत्री श्री च्याओ ली ने कहा,देश में केवल 11 प्रांतों के गीतों को चुना गया है। इसलिए, शिनच्यांग की विकलांगों को उन के गीत के चुनाव के कारण बहुत प्रेरणा मिली है।

जब चारों लड़कियों ने सुना कि वे लोग पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह में गीत गाएंगी, तो वे बहुत खुश हुईं। इस समूह की सदस्या या फांग ने पत्रकार से कहा,उस समय मुझे बिलकुल विश्वास नहीं हुआ। लेकिन मैं बहुत खुश हुई।

अपने गाने के स्तर को यथाशीघ्र ही उन्नत करने के लिए कई विकलांग लड़कियों ने मेहनत से अभ्यास करना शुरू किया। वर्ष 2008 के जून माह में उरुमुछी का मौसम बहुत गर्म होता है। शिनच्यांग थियेटर के एक छोटे से कमरे में चारों विकलांग लड़कियों ने अध्यापक जीमेई के निर्देशन में अनार का फूल गीत का अभ्यास करना शुरु किया ।

35 वर्षीय नुर्गुली उरूमुछी शहर की एक मालिश संस्था में कार्यरत हैं। फुरसत के समय वे गाना पसंद करती हैं। लेकिन, उन्होंने कभी भी संगीत का विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया। नुर्गुली ऊंची आवाज़ में गाती हैं।

अब हम पहले की ही तरह नहीं गाती हैं।अध्यापकों ने हमें पूरी तरह प्रशिक्षण दिया। हालांकि यह बहुत कठोर प्रशिक्षण रहा है, फिर भी हम ने बहुत मेहनत से अभ्यास किया है।

नुर्गुली एक बहुत मेहनती लड़की है। जब भी उसे समय मिलता है, वह गाना गाती है।मेरा काम मालिश करना है। दिन में मुझे गाना गाने का समय नहीं मिलता है । इसलिए, सुबह उठने के बाद मुंह धोते समय या आराम करते समय मैं गाने का अभ्यास करती हूं।

हान जाति की लड़की वैन फींग ने मीडिल स्कूल से स्नातक होने के बाद अध्यापकों से गाना सीखना शुरु किया। चूंकि वे अच्छी तरह गा सकती हैं, इसलिए, उन्हें अक्सर बड़े-बड़े समारोहों में गाना गाने के लिए आमंत्रित किया जाता है। धीरे-धीरे वे बहुत मशहूर हो गईं। पिछली शताब्दी के 90 के दशक में वे उरूमुछी की विभिन्न बारों में लोकप्रिय स्टार के रुप में मशहूर थीं।मेरे हाथ में रोग है। मुझे अपना हाथ बहुत भद्दा लगता है। हम विकलांगों के मन में झिझक तो होती ही है। जब लोग मुझे देखते हैं, तो मुझे यह सोच कर बड़ा बुरा लगता है कि वे क्या सोच रहे होंगे कि इस का हाथ कितना भद्दा है और मन ही मन वे मेरा मजाक उड़ा रहे होंगे।

लेकिन, संगीत ने वैन फींग के लिए दूसरी दुनिया को जानने वाला द्वार खोल दिया। मंच पर वैन फींग अन्य गायकों की ही तरह सुन्दर हैं। वैन फींग ने पत्रकारों को बताया,मुझे पता नहीं कि भविष्य कैसा होगा। हर एक आदमी को सुख का उपभोग करने का अधिकार है। मैं सुख का उपभोग करने के अधिकार को नहीं खोना चाहती हूं।

ली चींग लींग अनार का फूल समूह में सब से बड़ी लड़की है। बचपन में पोलियो के रोग से ली चींग लींग का बायां पैर प्रभावित हुआ और वह सामान्य आदमी की तरह नहीं चल सकती हैं। मीडिल स्कूल से ही ली चींग लींग को भर पेट खाने के लिए जगह-जगह काम करना पड़ा। उस के पति भी कुछ वर्ष काम करके फिर बेरोज़गार हो गये। लेकिन, इन सब कठिनाईयों के सामने उस ने कभी सिर नहीं झुकाया और जीवन की कठिनाईयों का उस ने हमेशा मुस्करा कर सामना किया । उन्होंने कहा,

मुझे लगता है कि संगीत में मैंने अपना खोया हुआ आत्म विश्वास प्राप्त किया है। मेरा आदर्श वाक्य है कि जीवन से प्रेम करने वाले लोग गाना गाते हैं, जबकि जीवन से प्रेम न करने वाले लोग सोते हैं।

संगीत से इन लड़कियों को अपना वजूद हासिल हुआ है। नुर्गुली ने इसी तरह इस संगीत समूह का परिचय दिया।

अनेक अविस्मरणीय घटनाएं हुई हैं। ली चींग लींग बहुत कोमल ह्दय की हैं, जबकि या फांग बहुत जोशीली हैं। हम अच्छी तरह से आपस में सहयोग करते हैं।यदि कभी मैं बहत नर्वस हो जाती हूं , तो ली चींग लींग धीरे से मुझे कहती है कि चिंता मत करो। हम धीरे-धीरे काम कर लेंगे। हमारी विभिन्न विशेषताएं हैं,लेकिन हम आपस में पूरे सहयोग से रहते हैं।