परम्परागत विचारधारा से प्रभावित होकर पहले शिनच्यांग के वेवुर स्वायत प्रदेश के दक्षिणी भाग में रहने वाले लोगों की विचारधारा अपेक्षाकृत रुढ़िवादी रही है। वे अपनी भूमि से अलग नहीं होना चाहते। लेकिन, अब ज्यादा से ज्यादा युवक बाहर काम करना चाहते हैं। भीतरी इलाकों में काम करने वाले बच्चों के जीवन के वीडियो कैसेटों को देखने के बाद मां-बाप की विचारधारा में भी परिवर्तन आया है।
वेवुर जाति के वृद्ध ईमींगएईशैन ने बताया,पहले जो कुछ भी मिल जाता था खा लेते थे। लेकिन, जब हम सच्चे माइने में भीतरी इलाके में गये, तो हमें पता लगा कि खेती पर काम करने के अलावा, समृद्ध बनने के लिए और ज्यादा काम भी किए जा सकते हैं।भूमि हो तभी समृद्ध बना जा सकता है,य़ह विचार बहुत बेवकूफी भरा है।
इन्तजार करने के बजाए, समय का लाभ उठा कर अपनी कुशलता बढ़ाना ,अनेक युवा किसानों व चरवाहों का हालिया विचार है।
इधर के वर्षों में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के विभिन्न स्थलों में विविधतापूर्ण प्रशिक्षण गतिविधियों का आयोजन किया गया, ताकि घर में ठहरने वाले किसानों को भी कम से कम एक तकनीक सीखने को मिल जाए। स्थानीय सरकार ने किसानों को अपने श्रम के जरिये जीवन का सुधार करने में मदद दी है।
काशी क्षेत्र के चीनी शिनच्यांग जातीय वाद्य गांव में पूरे गांव में 520 किसानों द्वारा 27 किस्म के जातीय वाद्यों का निर्माण किया जाता है। ये वाद्य विश्व के युरोप, अमरीका और जापान आदि क्षेत्रों व देशों तक निर्यात किये जाते हैं। जातीय विशेषता वाले प्रशिक्षण ने आसपास की अनेक काऊंटियों के किसानों को आकर्षित किया है।
हाल में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित काशी , ह थ्येन और कजलसूकर्खज प्रिफेक्चर की विभिन्न काऊंटियों व गांवों में अधिक से अधिक अल्पसंख्यक जातियों के युवकों ने बाहर जाकर काम करना शुरु किया।
शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की लड़कियों और लड़कों ने भीतरी इलाकों में काम करने की विभिन्न कठिनाइयों को दूर करके उल्लेखनीय काम किया है। उन के मां-बाप के खिले चेहरों से हमें अंदाजा हो गया कि बच्चों के बाहर काम करने से उन के परिवारों के जीवन में क्या परिवर्तन आया है।
परिचय के अनुसार, आइंदा तीन से पांच वर्षों में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश सारे क्षेत्र में किसानों को इकट्ठा करके बाहर काम करने के लिए भेजने की कोशिश करेगा। स्थानीय सरकार किसानों को बुनियादी तकनीक का प्रशिक्षण देती है, ताकि वे लोग भीतरी इलाकों के शहरों में काम करने के लिए सक्षम हो सकें। हमें विश्वास है कि भविष्य में चीन के विभिन्न स्थलों में हम ज्यादा से ज्यादा शिनच्यांग किसानों को देख पाएंगे। वे लोग अपने जीवन को बेहतर और समृद्ध बनाने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं। (श्याओयांग)