2008-08-25 10:15:01

बाहर काम करने वाले शिनच्यांग वासी

चीन के शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अल्पसंख्यक जातियों के किसान व चरवाहे रहते हैं, खासकर दक्षिण शिनच्यांग के ह थ्येन और काशी आदि क्षेत्रों में रहने वाली अल्पसंख्यक जातियों के किसानों व चरवाहों की आबादी कुल आबादी के 95 प्रतिशत से ज्यादा है। इन क्षेत्रों में रहने वाली अल्पसंख्यक जातियों के किसानों के जीवन का सुधार करने के लिए शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की सरकार ने वर्ष 2006 से ग्रामीण क्षेत्रों के अतिरिक्त श्रमिकों को चीन के भीतरी इलाकों के बड़े व मध्य शहरों में काम करने भेजा।

चीन के भीतरी इलाकों के प्रांतों के विभिन्न शहरों में कुछ ऐसे युवक हैं, जिन की बड़ी-बड़ी आंखें हैं, ऊंची नाक हैं और घुंघराले बाल हैं। उन का चेहरा हान जाति के लोगों के चेहरे से भिन्न है। वे उत्तर पश्चिमी चीन के शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश से आये किसान मजदूर हैं।

वे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आधुनिक कारखानों की वर्कशॉपों में काम करते हैं। पहले वे किसान थे, अब वे शहर के निवासियों की ही तरह रोज निश्चित समय पर काम पर आते-जाते हैं। वे बहुत फैशनेबल भी बन गये हैं। उन की वेशभूषा में परिवर्तन आया है, इतना ही नहीं ,उन के जीवन की आदतों और विचारधारा में भी भारी परिवर्तन आया है।

श्री बुरजाखान समाई ह थ्येन से आये किसान हैं और सब से पहले बाहर काम करने वाले किसानों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि बाहर काम करने से उन के जीवन में बड़ा परिवर्तन आया है।

मेरे घर में भूमि बहुत ज्यादा नहीं है।इसलिए, मैं बाहर काम करना चाहता हूं। मैंने अन्य क्षेत्रों में काम करने के बारे में भी सोचा।वर्ष 2002 में मैं पहली बार बीस लोगों को शिनच्यांग के कपास उत्पादन क्षेत्रों में कपास उगाने के लिए लाया। एक महीने के बाद, हर एक आदमी आमदनी के साथ घर वापस लौटा ।

इस के बाद, ज्यादा से ज्यादा लोग इस तरह के काम करने आने लगे हैं।लोगों की सक्रियता भी बहुत बढ़ी है। भूमि हमारे जीवन का आधार है। लेकिन, खेती में काम करने के अलावा, हम ने अन्य तरीकों से अपने जीवन को और बेहतर बनाने की कोशिश की है।

इस वर्ष 27 मार्च को, शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के काशी क्षेत्र की शूफू काऊंटी में विशेष हलचल है। 50 से ज्यादा दंपतियों को एक महीने से अधिक चीनी भाषा के प्रशिक्षण के बाद चीन के भीतरी इलाकों में काम करने भेजा गया। ये दंपति काफी दूर से यहां आए हैं। उन के परिवारजनों ने या तो उन्हें गधा गाड़ी पर , या मोटर गाड़ी पर सवार करके विदा किया है। वेवुर जाति के वृद्ध युसुफ सुलेमान अपनी बेटी और दामाद को बिदा करने के लिए आये हैं। उन्होंने बताया, गत वर्ष के नवम्बर माह में मेरे रिश्तेदार के बेटे ने भीतरी इलाके के थ्येन चिन शहर में काम किया। हमारे गांव में नियमित वीडियो बातचीत करने के बाद हमें पता लगा कि थ्येन चिन में उस का जीवन बहुत अच्छा है। इसलिए, इस बार मैंने भी अपनी बेटी और दामाद को भीतरी इलाकों में काम करने जाने के लिए विदा किया। दंपति का एक साथ वहां जाना बहुत अच्छी बात है, वे एक दूसरे की देख-भाल कर सकते हैं। मैं भी बहुत संतुष्ट हूं।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े। (श्याओयांग)