श्री छ्यू लिन ने हमें भी यह बताया कि शान्नान प्रिफेक्चर में अपने ढंग के प्राकृतिक व मानवीय दृश्य उपलब्ध हैं , और यहां की विशेष तिब्बती-बौद्ध धार्मिक संस्कृति भी बेहद आकर्षित है , क्योंकि समुद्र की सतह से शान्नान प्रिफेक्चर की ऊंचाई ज्यादा नहीं है , इसलिये देशी-विदेश पर्यटक इस शान्नान क्षेत्र को अपनी तिब्बत यात्रा का प्रथम पड़ाव बनाना ज्यादा पसंद करते हैं ।
शान्नान प्रिफेक्चर में सब से उल्लेखनीय मानवीय पर्यटन क्षेत्रों की गिनती में तिब्बती शाही कब्रिस्थान , युंगपुलाखांग राजमहल , छांगचू मठ और सांगये मठ आते हैं ।
तिब्बती शाही कब्रिस्थान दक्षिण शान्नान क्षेत्र में स्थित छ्योंग चे कांऊटी की यालुंग नदी के घाटी क्षेत्र में फैला हुआ है । तिब्बत के 29 वें राजा चानपू से से ले कर 42 वें राजा चानपू , मंत्रियों व रानियों की समाधियां तक इसी कब्रिस्थान में पायी जाती हैं । नदी तट के नज़दीक की सब से बड़ी समाधि में प्रसिद्ध राजा सुगचानकानपू और राजकुमारी वन छंग के ताबूत दफनाये गये हैं । पिछले हजार वर्षों की हवाओं व वर्षा की चपेट से आज यहां की समाधियां एक-एक छोटी नंगी मामूली ढलान के रूप में नजर आती हैं । श्री छ्यो लिन ने कहा कि तिब्बती शाही समाधियां तिब्बत के अतिम संस्कार के तौर तरीकों और चीन के भीतरी क्षेत्र के साथ तिब्बत की सांस्कृतिक आवाजाही के लिये भारी महत्व रखती हैं 〉