2008-06-03 10:20:59

सिंच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश में रहने वाले बुजुर्ग चित्रकार

चित्रकारी संघ के उपाध्यक्ष श्री चेन थिएन छींग भी सार्वजनिक कल्याण के कार्यों में लगे हुए हैं। श्री चेन थिएन छींग 80 की उम्र से भी अधिक की है । उन की रचना का दाम आम तौर पर हजार अमेरीकी डॉलर के ऊपर रहता है । लेकिन उन्हों ने चित्र खरीदने से प्राप्त आय का अधिकांश भाग समाज के योगदान में लगा दिया है । इधर के बीसेक सालों में चित्रकारी से प्राप्त अधिकांश आय का इस्तेमाल उन्होंने गरीबों, बेघरों तथा स्कूली अध्ययन को छोड़ने वाले छात्रों की मदद में किया है । इन के अतिरिक्त श्री चेन थिएन छींग ने समाज में अनेक चित्रकारों का प्रशिक्षण भी किया है , उन के छात्र देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में रहते हैं ।

सार्वजनिक कल्याण के कार्यों में सब को यथासंभव योगदान करना चाहिये । मैं ने सन 1993 से चित्रकार संघ में भाग लेने से अभी तक कुल सौ से अधिक चित्र दान दिए हैं । और मैं कभी-कभी छात्रों को प्रशिक्षण देने भी जाता हूं , यह सब निशुल्क है । मैं ने बिना कोई पैसा लिए अपने 13 छात्रों को तीन साल कक्षाएं पढ़ायीं , अब उन में से अधिकांश चित्रकारी संघ के सदस्य हैं , इसलिए मैं खुश हूं। कारण यह है कि मैंने मेहनत और धैर्य से छात्रों को पढ़ाया , और छात्रों ने भी अपनी उपलब्धियों से जवाब दिया ।

सुश्री वांग पींग 80 वर्ष की हैं , पर उन के गोरे मुख और सुसंस्कृत आदतों से वे देखने में 60 की ही लगती हैं । उन्हों ने चित्रकारी के प्रसार पर जोर देने का अथक प्रयास किया है । किसी गतिविधि का निमंत्रण आया , तो वे जरूर वहां जाएंगी और चित्रकारी व हस्तलिपि के महत्व का परिचय देंगी। एक बार वांग पींग के पति बीमार हुए , तब वे रात को बीमार की देखभाल करती और दिन में बाहर कक्षाओं में चित्रकला पढ़ाने जातीं । उन की सब से बड़ी उम्मीद यही है कि चीन की बढ़िया पारंपरिक संस्कृति का विकास किया जाए ।

छात्रों ने बार-बार मुझे टेलिफोन किया है और मुझे कक्षा में पढ़ाने के लिए कहा है । मैं ने वायदा भी किया है । अगर छात्र चाहें , तो मैं ज़रूर जाऊंगी । मेरे पति हाल में बीमार हुए हैं , पर वे मेरी गतिविधियों में साथ दे रहे हैं । मेरा अध्ययन-अध्यापन निशुल्क है , मैं यहां दूसरों के साथ संपर्क बनाने के लिए आयी हूं , और उन के साथ रहकर मुझे खुशी मिलती है ।

लेकिन बुजुर्ग चित्रकार संघ में केवल बुजुर्ग ही नहीं हैं । संवाददाता ने देखा कि चित्रकार संघ के हाल में बहुत से लड़के लड़कियां भी हैं । चित्रकार संघ की कक्षाओं में बुजुर्ग और युवक आधे-आधे नज़र आते हैं । पता चला कि बुर्जुग चित्रकारों के नाम का प्रसार होने के बाद बहुत से नागरिकों ने अपने बच्चों को यहां चित्रकारी और हस्तलिपि सीखने भेजा है । क्योंकि बच्चे निःशुल्क कला का अध्ययन करने के साथ-साथ बुजुर्गों से सही व्यवहार और आचारण भी सीख सकते हैं । दूसरी तरफ बुजुर्गों को भी बच्चों के साथ खेलना पसंद है । इसलिए बहुत से बुजुर्ग चित्रकार संघ में अक्सर प्राइमरी स्कूल के छात्र-छात्राएं चित्र रचते दिखाई पड़ जाते हैं । मिसाल के तौर पर नौ वर्ष की वांग च्या हर इतवार को चित्रकार संघ में चित्रकारी सीखने आती है । उस की रचनाओं को स्कूल की कला प्रदर्शनी में पुरस्कार भी मिल चुका है । वांग च्या ने बताया कि बुजुर्ग चित्रकार संघ में पढ़ने से न सिर्फ खुशी मिलती है , यह उस की पढ़ाई के लिए भी बहुत मददगार है ।

सिंच्यांग स्वायत्त प्रदेश के अखिल बुजुर्ग चित्रकारी व हस्तलिपि संघ के एक पदाधिकारी ने संवाददाता को बताया कि अभी तक संघ की 68 शाखाओं में कुल तीन हजार आठ सौ सदस्य भाग ले चुके हैं। प्रति दो हफ्तों में बुजुर्गों का एक समारोह आयोजित किया जाता है , मौके पर बुजुर्ग कला और अपनी रचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं । बुजुर्ग बहुत खुशी से अपने अवकाश का समय बिता रहे हैं। पेइचिंग ऑलंपियाड की अगवानी करने के लिए हाल में सैकड़ों बुजुर्ग चित्रकारों ने 2008 मीटर लम्बा एक चित्र बनाया , जिस पर प्राचीन काल के चीनी कवियों की कई सौ कविताएं और उन के अनुकूल दृश्यों का वर्णन हुआ है। बुजुर्ग ने कहा कि वे मातृभूमि के लिए अपना सब कुछ बलिदान करेंगे । (श्याओयांग)