2008-05-28 16:03:03

जंगली शहर क्वेयांग पर पर्यटक मोहित

क्वेयांग शहर दक्षिण-पश्चिमी चीन के क्वेचाओ प्रांत की राजधानी है। चीन की सबसे बड़ी नदी छांगच्यांग व तीसरी बड़ी नदी चूच्यांग के विभाजन स्थल पर स्थित इस शहर की भूस्थिति काफी जटिल है। यहां ऊबड़-खाबड़ ढलान, छोटे-बड़े बेसिन और घाटियां हर जगह देखने को मिलेंगी। इसकी इस विशेष भौगोलिक स्थिति में विशाल वृक्षों ने चार चांद ही लगाये हैं।

क्वेयांग शहर का जंगल पार्क चीन का प्रथम शहरी जंगल पार्क माना जाता है। वह क्वेयांग के दक्षिणी भाग में दो किलोमीटर दूर स्थित है। इस शहरी जंगल पार्क का क्षेत्रफल 530 हैक्टर से अधिक है और यह कोई दस किलोमीटर लम्बी पर्वतमाला से सटा हुआ है। इस समय यह चीन का सब से बड़ा शहरी जंगली पार्क भी माना जाता है।

इस जंगली पार्क में कदम रखने पर लगता है मानो हम एक अनोखे जंगली शाही राज्य में प्रवेश कर गये हों। यहां हजारों किस्मों की दुर्लभ वनस्पति ऊंचे पर्वतों या ऊबड़-खाबड़ ढलानों पर उगी नजर आती है। यदि आप पैदल चलें तो घने छायादार पेड़ों के बीच झरनों की कल-कल और पक्षियों की चहचहाट की मधुर ध्वनि सुनकर मन खुश हो उठता है। कभी-कभार जंगली खरगोश और सुअर जैसे जानवर भी दौड़ते दिखते हैं।

वास्तव में यह जंगली पार्क पहले क्वेयांग शहर की वन विज्ञान अकादमी का प्रयोगात्मक बागान था। चीन के स्वर्गीय प्रधानमंत्री चाओ एन लाई ने 1960 में क्वेयांग शहर के दौरे के समय इस प्रयोगात्मक बागान में पायी जाने वाली इतनी दुर्लभ वनस्पति और इसके अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को देखा, तो इस जंगली बागान को जंगली पार्क का रूप देने का प्रस्ताव पेश किया। तब से आज तक के कई दशकों तक इस बागान में कार्यरत सभी कर्मचारी इसके संरक्षकों व निर्माताओं के रूप में इस जंगली पार्क को मूर्त रूप देने की अथक कोशिश करते रहे। उन के कठोर परिश्रम से ही आज इस जंगली पार्क में इतना निखार आ सका और यह देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन पाया।