2008-05-27 14:38:47

सिंच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश में व्यापार करने वाली क्वो लान श्यांग की कहानी

सिंच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश चीन में मशहूर जवाहरात उत्पादन का क्षेत्र है जिन में ह-थिएन जेड कीमती पत्थर सब से अधिक मूल्यवान माना जाता है । ऐसे अद्भुत रत्न से आकर्षित होकर बहुत से लोग देश के भीतरी इलाकों से सिंच्यांग जाकर ह-थिएन जेड का व्यापार करने लगे हैं । सुश्री क्वो लान श्यांग इन में से एक है।

चालीस साल की होने पर सुश्री क्वो लान श्यांग पर एक विपदा आयी । एक तरह के खतरनाक मर्ज़ ने उन्हें पकड़ लिया , और बात इतनी गंभीर बनी कि परिवारजनों ने उन की अंत्येष्टि की तैयारियां भी पूरी कर लीं । लेकिन क्वो लान श्यांग ने बीमारी के सामने अपना सिर नहीं झुकाया । उन्हों ने व्यापक सामग्री इक्ट्ठी कर अपना इलाज करने की कोशिश की । अस्पताल में इलाज करवाने और व्यायाम पर डटे रहने के बाद क्वो लान श्यांग ने अंततः मर्ज को हरा दिया और यम के पंजे से अपने को मुक्त कर लिया । अच्छी होने के बाद क्वो लान श्यांग ने अकेले ही सिंच्यांग की राजधानी ऊरुमूछी शहर में अपना कारोबार शुरु किया ।

सुश्री क्वो लान श्यांग ने कहा , सन 1994 में मैं एक कारखाने में काम करती थी , लेकिन झगड़े के कारण इस कारखाने के मालिक ने मुझे निकाल दिया । मैं इस कारखाने से निकल कर सड़क पर आ गयी । सड़क के दोनों तटों पर रंगबिरंगी दुकानों की पंक्तियां थीं । जेड बेचने की एक दुकान में मैं ने दुकानदार के साथ बातचीत की । उन्हों ने मुझे ह-थिएन जेड का अच्छा परिचय दिया । ह-थिएन क्षेत्र में बहुत साल रहने और जेड का उत्पादन देखने के कारण मुझे इस जेड के बारे में कुछ जानकारी थी । बाद में मुझे पता लगा कि यह दुकानदार वास्तव में ह-थिएन वासी नहीं , पर दूसरे शहर आरथाई का था । तब मैं अचानक सोचने लगी कि अगर आरथाई वासी ह-थिएन जेड की बिक्री कर सकते हैं , तो मैं भी ऐसा काम कर सकती हूं । क्योंकि मैं ह-थिएन में इतना लम्बा समय गुज़ार चुकी हूं और वहां मेरे कितने दोस्त रहते हैं ।

ह-थिएन क्षेत्र में डॉक्टरी का काम करते समय सुश्री क्वो लान श्यांग ने अनेक स्थानीय दोस्त बनाए थे । बहुत से आदमी , जिन की क्वो लान श्यांग ने मदद की थी , अपने बढ़िया ह-थिएन जेड के साथ क्वो लान श्यांग को देखने गये । एक आदमी ने हजार किलोमीटर की दूरी तय कर क्वो लान श्यांग को एक श्रेष्ठ जेड दिया । और कहानी यह थी कि क्वो लान श्यांग ने डॉक्टरी का काम करते समय एक रोगी के उण्डुकशोथ का ऑपरेशन किया था , इस के बदले में इस रोगी ने क्वो लान श्यांग को 97 किलो वजन का एक बढ़िया ह-थिएन जेड उपहार के रूप में दिया ।

प्रभावित होते हुए सुश्री क्वो लान श्यांग ने कहा , इस रोगी को देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए। मेरे इस दोस्त ने मुझे देखने के लिए कई दिनों तक कुछ भी नहीं खाया । मेरे दिल में कितना दर्द हुआ मैं बता नहीं सकती। मेरे इलाज के बदले में उस ने मुझे 97 किलो का एक जेड दिया ।

सुश्री क्वो लान श्यांग ने किसी मूर्तिकार को इस जेड की एक बोतल बनाने को कहा । बाद में इस जेड बोतल को चीन की एक मूर्तिकला प्रतियोगिता में बड़ा पुरस्कार मिला । कुछ व्यापारियों ने उन से ऊंचे दाम पर यह बोतल खरीदनी चाही। पर उन्हों ने इन्कार किया । क्योंकि यह उन का परमप्रिय उपहार था ।

बाद में सुश्री क्वो लान श्यांग ने भी अपना कारोबार स्थापित किया , जिस में जेड का कच्चा पत्थर खरीदने , प्रोसेसिंग करने और उत्पादित वस्तुएं बेचने के सब काम शामिल थे। देश में आयोजित भिन्न-भिन्न मूर्तिकला प्रतियोगिताओं में सुश्री क्वो लान श्यांग की रचनाओं को बार-बार पुरस्कार मिला।

सुश्री क्वो लान श्यांग के हमपेशा लोगों की नज़र में मेहनती महिला हैं । लेकिन अपने परिवारजनों की आंखों में वे एक महान मा हैं , उन की हरेक बात और आचरण का बच्चों पर प्रभाव पड़ता है । बहू चांग क्वेइ मेइ ने कहा कि सास एक अथक व्यक्तित्व की मालिक हैं , जो दिन रात काम करती हैं ।

चांग क्वेइ मेइ ने कहा , सास अपने बर्ताव से हमें शिक्षा देती हैं , मालूम है कि वे हर वक्त किसी न किसी काम की तैयारी में होती हैं । और वे बहुत गंभीर और संजीदगी से काम करती हैं , वे किसी भी काम को, चाहे वह बड़ा हो या छोटा , शुरू करने से पहले पूरी तैयारी करती हैं ।

सुश्री क्वो लान श्यांग आज भी ह-थिएन जेड के व्यापार में व्यस्त हैं । सुश्री क्वो लान श्यांग ने कहा कि वर्ष 2008 चीन का चूहा वर्ष और इस वर्ष ऑलंपियाड का आयोजन पेइचिंग में होगा। उन की योजना है कि सिंच्यांग में एक जेड संग्रहालय खोला जाए , जहां देशी-विदेशी पर्यटकों को जेड संबंधी संस्कृति की जानकारी प्राप्त हो सकेगी ।

मैं ने विशेष तौर पर ह-थिएन जेड की जानकारी देने का एक संग्रहालय खोलने की योजना बनायी है । हमारे सिंच्यांग में सिर्फ बढ़िया जेड पत्थर ही नहीं ,बढ़िया मूर्तिकला व मूर्तिकार भी हैं । (श्याओयांग)