सुश्री कुओ यू मेयी शान शी प्रान्त के सो जोउ शहर के पिंग लू क्षेत्र जीन पिंग कस्बे के होंग कोउ गांवों में रहती है। हाल में उन्होंने सरकार से यह जीवन भत्ता प्राप्त किया है। वृद्धा के मन में बहुत खुशी है।
कमाई नहीं है। कई सालों से काम नहीं करती हूं। बेटे के सामने भी मुश्किल है। वे मुझे पैसे नहीं देते तो मैं भी नहीं लेना चाहती।
हर महीने 30 य्वान का भत्ता काफी नहीं है। लेकिन सुश्री कुओ यू मेयी आदि वृद्धों की जीवन स्थिति में कुछ सुधार किया जा सकेगा। अब 76 वर्षीय सुश्री कुओ के 3 बेटे, 2 बेटियां हैं। लेकिन उन का जीवन भी मुश्किल है और वे सुश्री कुओ के पास नहीं रहते। वे सिर्फ अपने पति के साथ मुश्किल से जीवन बिता सकती हैं। गांव के प्रबंध समिति के प्रधान श्री रेन शी छ्यांग ने संवाददाता से कहा कि उन के बेटे और बेटियों की कमाई काफी नहीं है। लड़कों को स्कूल पहुंचाने के लिए पैसे लगते हैं। वे वृद्धों को अच्छी तरह नहीं संभाल सकते।
सो ज्यो शहर के गांवों में 40 हजार से ज्यादा वृद्ध सुश्री कुओ की समान स्थिति में हैं। वे बहुत मुश्किल से जीवन बिताते हैं। इसलिए उन को विशेष सहायक भत्ता देने से उन की बड़ी मदद हुई है। पैसे प्राप्त करने वाले वृद्धों को यह नीति बहुत अच्छी लगी है।
अब समाज बहुत अच्छा है। मुश्किल में पड़े वृद्धों को सहायता दी जा रही है। हमें बहुत बड़ी मदद दी गयी है।
सरकार 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों को पैसे देती है। मैं ने 180 य्वान प्राप्त किए हैं। इन पैसों से अनाज खरीदकर आधा साल खा सकेंगे।
सो ज्यो शहर सरकार ने सन् 2006 के जून में यह नीति बनायी कि सरकार गांवों में रहने वाले 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों को हर महीने 30 य्वान सहायक भत्ता देगी। इस नीति के बनाने से कुछ मुश्किल में पड़े किसानों के परिवारों के लिए बड़ी मदद दी गयी है। सो ज्यो शहर गृहमामला ब्युरो के उप निदेशक श्री रेन काई ने कहा कि गांवों में रहने वाले 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोग बहुत गरीब हैं। वे गांवों में एक बहुत मुश्किल से गुजारा करते हैं।
भत्ता देने में भ्रष्टाचार न हो, इस के लिए सो ज्यो सरकार ने यह नीति बनाई है कि सामाजिक वित्त विशेष पूंजी वृद्धों के व्यक्तिगत कार्ड में जमा की जाएगी। हर वृद्ध को एक विशेष कार्ड दिया गया है। श्री रेन काई ने कहा कि इस नीति में हर वृद्ध को भत्ता मिले ,यह गारंटी करने के लिए सो ज्यो शहर गृहमामला ब्युरो के विभिन्न विभागों ने जांच पड़ताल की है।
पहले, हम ने हर परिवार में जाकर जांच पड़ताल की। हर व्यक्ति की स्थिति जानी है। अब तक दोनों क्षेत्रों में 40581 व्यक्तियों को भत्ता दिया जा रहा है।
सो ज्यो शहर गृहमामला ब्युरो के उप निदेशक श्री रेन काई ने कहा कि सो ज्यो शहर एक कृषि क्षेत्र में स्थापित किया गया नया शहर है। पूरे शहर के 15 लाख नागरिकों में गांवों में रहने वाले 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों की संख्या लगभग 1 लाख 2 हजार है। अब तक बहुसंख्यक वृद्ध अपने बेटा व बेटियों की मदद से जीवन बिताते हैं। लेकिन उन के सामने विभिन्न मुश्किलें हैं। गांवों में एक एक सब से मुख्य समस्या है।
सो ज्यो शहर के मेयर श्री टियन शी रोंग ने संवाददाता से कहा कि वृद्धों को भत्ता देना चीन के विकास का एक चिन्ह है। यह भी समाज के विकास का जरूरी रास्ता है। चीन एक विकासशील देश है। सामाजिक वित्त सभी वृद्धों के जीवन का गारंटी नहीं कर सकता। लेकिन सो ज्यो शहर ने 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों को भत्ता देने के लिए अपनी यथा संभव कोशिश की है। श्री टियन शी रोंग ने कहा कि गांवों में वृद्धों के जीवन को गारंटी देना एक आपातकालीन नीति नहीं है। यह हमारे देश के विकास में प्राप्त की गयी उपलब्धियों को गांवों के सभी लोगों के हित तक पहुंचाने की एक कोशिश है।
उन्होंने कहा कि सो ज्यो शहर 3 सालों में इस नीति में सुधार करेगा। सामाजिक विकास के साथ-साथ वृद्धों को भी ज्यादा भत्ता दिया जाएगा।