2008-03-31 10:34:58

मशहूर गायक सिन्चांग वासी शामिली

सिन्चांग एक अच्छी जगह है शीर्षक गीत है । यह गीत वेवूर जाति का लोक गीत है , जिस के बोल श्री शामिली ने दोबारा लिखे और उन्हीं की आवाज में प्रस्तुत हुआ । उन्हों ने कहा कि इधर के सालों में पर्यटन बहुत लोकप्रिय हो गया है । सिन्चांग के निवासी होने के नाते वह चाहते हैं कि अपनी आवाज से सिन्चांग की खूबसूरती का बखान करते हैं , ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आकर्षित हो कर सिन्चांग आएं । उन के एल्बम में पर्यटन से जुड़े अनेक गीत शामिल हैं । इस पर शामिली ने कहाः सिन्चांग एक अच्छी जगह है , जिस का प्रचार प्रसार करने के लिए गीत संगीत ज्यादा उपयोगी है . जो लोग सिन्चांग आया है , वह सालों के बाद भी उसे नहीं भूल सकता । क्यों , क्योंकि सिन्चांग में विशेष अतूल्य जातीय रीति रिवाज और विरल सांस्कृतिक परम्पराएं देखने को मिलती हैं ।

गीत गाने और रचने के अलावा श्री शामिली .शाकर सार्वजनिक कल्याण कार्य में भी सक्रिय रहे हैं । वे अकसर असहाय लोगों को मदद देते हैं । 2002 में वे सिन्चांग के प्रथम परोपकारी दूत के रूप में चुने गए । अब तक उन्हों ने कितने लोगों को सहायता दी है , उन की संख्या खुद वे भी साफ साफ याद नहीं कर सकते । लेकिन उन से मदद मिलने वाले उन्हें नहीं भूलते । उन की सहायता और प्रोत्साहन से प्रेरित हो कर सिन्चांग निवासी श्री रैसितान . युनुस ने अपने गुरदे के प्रत्यारोपण में सफलता पायी । वर्ष 2003 में सिन्चांग के पाछी इलाके में भारी भूकंप आया , श्री शामिली ने अपने पास किफायत से बचे तमाम दस हजार य्वान की धन राशि लिए विपत्ति ग्रस्त इलाके गए और उन्हों ने अपने इन सभी पैसे का सौ बच्चों में बंटवारा किया , जिस से वे फिर स्कूल पढ़ने जा सके । इस प्रकार की मर्मस्पर्शी कहानी शामिली के बारे में बहुत सी सुनने को मिलती हैं । अपने परोपकारी काम की चर्चा में उन्हों ने कहाः बालावस्था में माता पिता ने हमें ह शिक्षा दी है कि हमें जन कल्याण काम करना चाहिए । इसलिए मैं सक्रिय रूप से परोपकारी काम में भाग लेता हूं । मैं अकसर चंदा जोटाने वाले सांस्कृतिक समारोह में भाग लेता हूं । मैं ने रक्त कैंसर से ग्रस्त रोगियों , गरीब छात्रों और आशा परियोजना के तहत स्कूलों के निर्माण आदि में चंदा दिये । कुछ समय पहले मैं ने दो लाख दस हजार पुस्तकें चंदा स्वरूप प्रदान किए , जिन का कुल मूल्य दो लाख 40 हजार य्वान है । परोपकारी कार्य से मुझे आनंद और संतोष का मनोभाव मिलता है ।

श्री शामिली .शाकर सिन्चांग के इस विशेष पुरातन इलाके में जन्मे और सेना में तप कर परिपक्व श्रेष्ठ उज्जबेक गायक हैं , वे अपनी आवाज से अपनी जाति उज्जबेक का गुणगान करते हैं । उन्हों ने कहा कि सिन्तांग में कुछ पुराने उज्जबेक लोक गीत प्रचलित है , मैं उन गीतों को अपनी आवाज में प्रस्तुत करता हूं । जैसा कि तुम्हारा पर्दा उठाओ और अर्ध चांद उगा आदि अल्पसंख्यक जातीय गीतों के बोल हान भाषा में अनुवादित किए गए हैं , मैं उन उज्जबेक गीतों का भी हान भाषा में अनुवाद कर पेश करना चाहता हूं , ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग गा सकें ।

अब तक श्री शामिली ने 60 से ज्यादा उज्जबेक लोक गीतों का अनुवाद किया है और अनेक गीत संगीत रचित भी किए हैं । उन की इन कोशिशों ने उन के संगीत जीवन को एक बुलंदी पर पहुंचाया है । (श्याओयांग)