2008-02-29 13:34:46

नानचिंग में अमरीकी लाओ गेई का आरामदेह जीवन

आज के इस कार्यक्रम में हम आप लोगों को दक्षिण पूर्वी चीन के च्यांग सू प्रांत के नानचिंग शहर के एक विदेशी टी वी प्रोग्राम के होस्ट गेईशानदींग की कहानी सुनाएंगे। वे न केवल स्थानीय टी वी स्टेशन के सब से लोकप्रिय कार्यक्रम के होस्ट हैं, बल्कि मीडिल स्कूल में अध्यापक भी हैं। उन्होंने एक चीनी लड़की से शादी की है।

नमस्ते, मेरा नाम गेई शान दींग है। मैं च्यांग सू प्रांत के शिक्षा टी वी स्टेशन का होस्ट हूं और नानचिंग विदेशी भाषा स्कूल के चीन-कैनेडा अंतरराष्ट्रीय मीडिल स्कूल का रासायनिक अध्यापक और मैनेजर भी हूं।

गेई शान दींग का मूल नाम केईथ एफ गालिनेली है, जो अमरीका से आए हैं। उन के मित्र अकसर उन्हें लाओ गेई कह कर पुकारते हैं। वर्ष 2001 में लाओ गेई काम के सिलसिले में इस पुराने ऐतिहासिक शहर नानचिंग में आए। शुरु में लाओ गेई ने यहां का काम पूरा करने के बाद अमरीका वापस लौटने की योजना बनायी, लेकिन, जीवन में कुछ न कुछ परिवर्तन जरुर आते हैं। लाओ गेई ने कहा कि वे सौभाग्य से टी वी स्टेशन के एक होस्ट बन गए हैं।मैं बहुत भाग्यवान हूं .एक चीनी लड़की मिली जिस ने कहा कि वह च्यांग सू टी वी स्टेशन में काम करती हैं। हम ने टी वी प्रोग्राम के बारे में बातचीत की। दूसरे दिन, लड़की ने मुझे फोन किया और पूछा कि क्या आप हमारे लिए स्माल टॉक यानिकि एक छोटा सा संवाद का कार्यक्रम बना सकते हैं। मैंने कहा कि ठीक है, कोई समस्या नहीं है। तो हम ने प्रथम प्रोग्राम बनाना शुरु किया।

स्मॉल टॉक च्यांग सू प्रांत का एकमात्र ब्रिटिश टॉक शौ प्रोग्राम है। लाओ गेई तथा उन के चीनी मित्र विभिन्न देशों एवं विभिन्न पृष्ठभूमि वाले मेहमानों को स्टूडियो में आमंत्रित करके चीनी समाज के ज्वलंत सवालों पर बातचीत करते हैं। लाओ गेई अपने इस काम को बहुत पसंद करते हैं। वे अकसर सहकर्मियों के साथ प्रोग्राम के विषयों पर विचार-विमर्श करते हैं कि किस तरह के प्रोग्राम चीनी दर्शकों को पसंद आएंगे । लाओ गेई की सहकर्मी सुश्री शी ल्यू मेई ने कहा कि नान चिंग में लाओ गेई एक प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। उन के अनुसार,अनेक लोग उन्हें जानते हैं। चूंकि हमारा प्रोग्राम अंग्रेज़ी में है, इसलिए हमें लगता है कि अंग्रेज़ी जानने वाले लोग हमारा प्रोग्राम देखेंगे। लेकिन, वास्तव में तथ्य यह नहीं है। अनेक टैक्सी ड्राइवर मेरा प्रोग्राम देखते हैं। सड़कों पर चलते हुए अनेक चीनी लोग उन्हें पहचान लेते हैं।

लाओ गेई प्रोग्राम के होस्ट होने के साथ-साथ कई सौ विद्यार्थियों को भी पढ़ाते हैं। यह उन के लिए बहुत गौरव की बात है। वे नान चिंग विदेशी भाषा स्कूल के अंतरराष्ट्रीय मीडिल स्कूल में रासायनिक विषय पढ़ाते हैं। चीन में अनेक विदेशी अध्यापक अंग्रेजी पढ़ाते हैं। अंग्रेजी में चीनी विद्यार्थियों को जटिल रासायनिक कक्षा पढ़ाना आसान नहीं है। उन की विद्यार्थी हू य्वन शींग ने लाओ गेई की क्षमता की बड़ी प्रशंसा की।शुरु में हमारे लिए यह बहुत कठिन था। लेकिन, लाओ गेई की क्लास बहुत जीवंत है। क्लास में वे कुछ चित्र भी बनाते हैं। हम केवल उन के चित्रों से ही रासायनिक जानकारी को समझ सकते हैं।

लाओ गेई के मन में वे न केवल एक अध्यापक हैं, बल्कि वे गपशप करने और हंसी मजाक कर सकने वाले मित्र भी हैं। वे अकसर विद्यार्थियों को प्रोत्साहन व विश्वास देते हैं।

लाओ गेई को अपने विद्यार्थी बहुत पसंद हैं। उन्होंने कहा,मैं अपने विद्यार्थियों को बहुत पसंद करता हूं। वे लोग मेरे बच्चों की तरह हैं। अब मेरे पास बेटे नहीं हैं, लेकिन मेरे ख्याल में वे लोग मेरे बच्चे ही हैं। मेरे तीन चार सौ बच्चे हैं। यह कितनी खुशी की बात है।

लाओ गेई के निजी जीवन में सब से खुशी की बात यह है कि उन्होंने एक सुन्दर चीनी पत्नि ली ना से शादी की है। लाओ गेई और ली ना की मुलाकात शांग हाई में हुई। दोनों ने कुछ समय के लिए अलग-अलग तौर पर शांगहाई और नान चिंग दोनों शहरों में जीवन बिताया। अंत में ली ना ने आखिरकार अपने नौकरी को छोड़ने और नान चिंग में लाओ गेई के साथ रहने का निर्णय लिया। सुश्री ली ना ने कहा कि शुरु में लाओ गेई से मुलाकात करते समय उन की बुद्धिमत्ता और हास्य ने उन्हें प्रभावित किया। उन के अनुसार,

मुलाकात करते समय मुझे लगा कि यह विदेशी लड़का अच्छी तरह चीनी भाषा बोल सकता है और बहुत हास्यपूर्ण भी है।उन की जानकारी बहुत प्रचुर है। उस वक्त हम ने कई बार चीन में खेले जाने वाला एक खेल खेला, लेकिन,हर बार उन्होंने मुझे पराजित किया।

त्योहारों में लाओ गेई अपनी पत्नि के साथ पर्यटन करना पसंद करते हैं। उन्होंने चीन के अनेक बड़े शहरों व प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्रों की यात्रा की है। उन्होंने दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के वसंत शहर खुनमिंग से चीन के सब से युवा प्रत्यक्ष प्रशासनिक शहर छुंग छींग और राजधानी पेईचिंग तक की यात्रा पूरा की है।

नान चिंग में छह वर्ष तक रहने के बाद अब लाओ गेई पूर्ण रुप से इस शहर को अपना जन्मस्थान मानते हैं। सामान्य नान चिंग वासियों की ही तरह, उन्होंने नान चिंग में अपना घर बनाया है। वे आशा करते हैं कि नान चिंग का वातावरण और सुन्दर बन सकेगा। चूंकि जब लाओ गेई अमरीका में थे, वे पर्यावरण संरक्षण संबंधित काम भी करते थे। उन्होंने कहा कि नान चिंग की सरकार भी उन से नीतिगत परामर्श करती है।श्री लाओ गेई ने कहा कि जब उन्होंने देखा कि अपने अनेक सुझावों का कार्यान्वित किया गया, तो उन्हें लगा कि वे खुद ही इस शहर के मेजबान हैं। उन के अनुसार,

चीन एक ऐसा देश है, जहां मैं आराम से काम कर सकता हूं और जीवन बिता सकता हूं। मुझे चीन पसंद है। चीन एक बहुत सुरक्षित स्थल भी है और अच्छा भी।