2007-12-24 12:19:19

विदेशियों को दी जा रही हान भाषा की शिक्षा

इधर के वर्षों में चीन ने अपनी समग्र शक्ति के बढ़ते के चलते विश्व व्यापार संगठन की सदस्यता प्राप्त की , और वर्ष 2008 में होने वाले 28वें ओलंपियाद के आयोजन का अधिकार भी जीत लिया । इन प्रगतियों के कारण चीनी भाषा के अध्ययन व अध्यापन ने विश्व भर में भारी जोर पकड़ा है ।

चीनी अर्थतंत्र के तेज़ विकास होने और चीन की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा दिन ब दिन उन्नत होने के साथ चीनी भाषा यानी स्टंडर्ड हान भाषा सीखने वाले विदेशियों की संख्या उत्तरोत्तर बढ़ता जा रही है। चीन के विदेशियों को हान भाषा की शिक्षा देने के नेतृत्वकारी राजकीय दल के नेता श्री चांग शीन शन ने बुधवार को पेइचिंग में एक न्यूज़ ब्रीफ़िंग में कहा कि हाल के कुछ वर्षों में चीन ने विदेशियों को हान भाषा की शिक्षा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।

श्री चांग शीन शन ने बुधवार को पेइचिंग में आयोजित न्यूज़ ब्रीफ़िंग में कहा कि विश्व के बहुत से देशों में हान भाषा सीखने वाले विदेशियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। विकासमान देश हो या विकसित देश सब में हान भाषा सिखाने के कार्य की अनेक तौर तरीकों व अनेक स्तरों तथा बड़े पैमाने पर जो मांग हो रही है ,वह हमारे अनुमान से परे है। इस से चीन को गहरा महसूस हुआ है कि हमें विदेशियों को हान भाषा सिखाने के कार्य में और तेजी लाने तथा सुधार लाने की आवश्यकता है ।

श्री चांग शीन शन ने कहा कि आज से कुछ दशक पहले चीन ने विदेशियों को हान भाषा सिखाने के कार्य का नेतृत्वकारी दल कायम किया। हाल के कुछ वर्षों में विदेशों की मांग को ध्यान में रखते हुए चीन ने विदेशों में हान भाषा के सांस्कृतिक केंद्र कायम करने और विदेशों में चीनी शिक्षक भेज कर प्रशिक्षण देने जैसे अनेक कदम उठाए और अब हान भाषा पर महारत हासिल करने वाले 5000 विदेशी अध्यापकों को प्रशिक्षित किया है तथा विश्व के 5 महाद्वीपों के 80 से अधिक देशों में हान भाषा सिखाने वाले कुल 1000 चीनी अध्यापक भेजे हैं।

प्राप्त आंकडों के अनुसार हाल के कुछ वर्षों में चीन के कुछ प्रकाशनगृहों ने इस से संबंधित 200 से अधिक पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित कीं, जिन्हें विदेशों में स्वागत मिला , जिन में आधुनिक हान भाषा , आज की हान भाषा और व्यवहारिक हान भाषा पाठ्यपुस्तक आदि विदेशों में बहुत लोकप्रिय रहे हैं । इस के अलावा चीन इंटरनेट पर भी हान भाषा की शिक्षा दे रहा है।

चीन के विदेशियों को हान भाषा सिखाने के कार्य के नेतृत्वकारी दल के एक नेता श्री ल्यू ज़-फन ने इस मौके पर कहा कि 100 से अधिक देशों व क्षेत्रों में रह रहे कई करोड़ प्रवासी चीनियों ने हान भाषा सिखाने के कार्य को बढ़ावा देने के लिए ढेर सारे काम किये हैं।

उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार विभिन्न देशों में रह रहे प्रवासी चीनियों के समुदाय में करीब 10 हज़ार हान भाषा सिखाने वाले स्कूल हैं। इन स्कूलों के अध्यापक अधिकांशतः प्रवासी चीनी हैं , जो संख्या में दो तीन लाख के बराबर हैं।

इस के मद्देनज़र चीन सरकार ने आगामी जुलाई के अंत में पेइचिंग में विश्व हान भाषा सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। अब तक 63 देशों, क्षेत्रों व संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों समेत कुल 300 से अधिक व्यक्ति सम्मेलन में भाग लेने के लिए नामांकन करा चुके हैं। सम्मेलन में विदेशों के सरकारी शिक्षा अधिकारियों तथा उच्च शिक्षालयों के कुलपतियों तथा हान भाषा विद्वानों को आमंत्रित किया जाएगा और विश्व में हान भाषा की शिक्षा पर सहयोग बढाने के सवाल पर विचार विमर्श किया जाएगा , ताकि विश्व के अनेक देशों में अब भी हान भाषा सिखाने वाले शिक्षकों की कमी की समस्या हल करने का उपाय खोजा जाए ।