2007-12-24 12:14:29

चीन और अधिक वैज्ञानिक व तकनीकी शक्ति डालकर कृषि का विकास करेगा

चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के संबंधित विभाग के प्रधान ने हाल में हमारे संवाददाता से बातचीत के दौरान कहा कि भावी पांच सालों में चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय कृषि के विकास में अधिक शक्ति लगाएगा , कृषि विकास के संदर्भ में सृजन शक्ति पर जोर देगा और कृषि प्रगति के विस्तार को बढ़ाएगा।

चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के ग्रामीण विज्ञान व तकनीक विभाग के प्रधान श्री तु चैन यवान ने कहा कि भावी पांच सालों में चीन शक्ति एकत्र कर अस्सी से सौ राष्ट्रीय स्तरीय विज्ञान व तकनीक उद्यानों का निर्माण करेगा , कृषि उत्पादन के तीनों भागों से जुड़ी कुंजीभूत तकनीकों का अनुसंधान व विस्तार करेगा , कृषि विज्ञान व तकनीक की सृजन व्यवस्था का निर्माण करेगा , और उद्योगधंधों को सृजन कार्यों में प्राथमिकता देने का प्रयास करेगा ।

ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि से जुड़ी तकनीकी सृजन क्षमता कमजोर है । हम ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी कारोबारों तथा कृषि से संबंधित कोराबारों का अधिक समर्थन करेंगे , और सरकार की पुष्टि प्राप्त कृषि तकनीक केंद्रों का निर्माण करेंगे , और उद्योगधंधों में कुछ प्रतिष्ठानों व परियोजना केंद्रों का निर्माण करेंगे ।

आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान में चीनी कृषि की वृद्धि में अड़तालीस प्रतिशत भाग तकनीकी प्रगति पर निर्भर है । चीनी कृषि की मशीनीकरण दर भी अड़तीस प्रतिशत रही है। लेकिन फिर भी चीनी कृषि की सृजन शक्ति कमजोर है । चीन की कृषि तकनीक आम तौर पर विदेशी तकनीक के अनुसरण पर निर्भर है या विदेशी तकनीक पर आधारित है , जिससे चीन का कृषि विकास सीमित ही रहा है । बीते पांच सालों में चीन ने कृषि तकनीक के विकास में कुल आठ अरब य्वान की पूंजी लगायी , जो औद्योगिक तकनीक के अनुसंधान व विकास रकम की तुलना में बहुत कम है ।

चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के जिम्मेदार के अनुसार वर्तमान स्थिति कृषि के विकास के लिए मददगार नहीं है । लेकिन इस में भारी परिवर्तन किया जाएगा । चीन की भावी तकनीक योजना अधिकाधिक तौर पर कृषि तकनीक का भाग बनेगी । इसमें जीव तकनीक, कृषि उपजों की प्रोसेसिंग तकनीक , ग्रामीण क्षेत्रों के सूचनाकरण तथा डिजिटल कृषि तकनीक आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा । वर्तमान में औद्योगिक तकनीकी अनुसंधान और कृषि विकास अनुसंधान में लगायी गयी पूंजी का अनुपात सात से तीन है । भविष्य में यह अनुपात पांच से पांच हो जाएगा । इस दौरान चीन नये किस्म वाले पशुओं और वनस्पतियों के प्रजनन पर जोर देगा , स्वस्थ पालन तथा साफ उत्पादन तकनीक का विस्तार करेगा , और कृषि के मिश्रित उत्पादन को बढ़ावा देगा ।

वर्तमान में चीन में कृषि संसाधन के प्रयोग की दर अपेक्षाकृत कम है । जिससे कृषि उत्पादन तथा किसानों की आय की वृद्धि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय मुख्य तौर पर जैव ऊर्जा के विकास पर जोर देगा , ताकि संसाधनों की प्रयोग क्षमता को और कृषि आय को उन्नत किया जा सके । चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के ग्रामीण विज्ञान व तकनीक ब्यूरो के उप प्रधान श्री च्या चींग तुन ने इस सवाल की चर्चा करते हुए कहा , मिसाल के लिए रासायनिक खाद , कृषि दवा आदि के प्रयोग में उन्नत तकनीक का भाग कमजोर है । चीन में प्रति वर्ष सत्तर करोड़ टन चारे का उत्पादन किया जाता है । और जंगलों में पेड़ काटते समय शेष बची सामग्री की मात्रा भी बीस करोड़ टन तक रहती है । ये सब मूल्यवान संसाधन हैं । नयी तकनीक के प्रयोग से इस सब का इस्तेमाल किया जा सकेगा ।

कृषि तकनीक का व्यापक प्रसार चीनी कृषि उत्पादन को उन्नत करने के लिए कुंजीभूत तत्व है । चीन सरकार ने ऐसी एक राष्ट्रीय योजना तय की है , जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के उन्मुख प्रायोजित तकनीक का प्रसार करना है। अभी तक इस योजना के तहत 1 लाख पचास हजार मुद्दों वाली नयी तकनीकों का प्रसार किया गया है । चीन में नब्बे प्रतिशत कांऊटियों को इस योजना का लाभ मिला है और दस करोड़ किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है ।

चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में विज्ञान व तकनीक मंत्रालय कृषि उपजों के प्रोसेसिंग उद्योग के विकास में कुछ कारोबारों का समर्थन करेगा , ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी कर्मचारी भेजकर किसानों व ग्रामीण कारोबारों को प्रबंध तकनीक प्रदान करेगा ।