दोस्तो, चीन की भूकंप नेटवर्क द्वारा जारी औपचारिक सूचना के अनुसार 8 अगस्त की रात को नौ बजकर 19 मिनट पर चीन के स्छ्वान प्रांत के आबा क्षेत्र के जोचाएको काऊंटी में 7.0 तीव्रता वाला भूकंप आया। 13 अगस्त तक भूकंप से 25 लोगों की मौत हुई, अन्य 525 लोग घायल हुए हैं। लेकिन इस आपदा में सौभाग्य से जीवित लोगों के प्रति डर के अलावा मन में स्नेह भी प्राप्त है। सुश्री च्यांग मिन तो उनमें से एक है। सुरक्षा के साथ जोचाएको से दूसरी जगह जाने के बाद उन्होंने अपने परिवार की इस खतरनाक यात्रा के बारे में हमें बताया।
पर्यटन एक आनंदमय बात होनी चाहिये थी, खास तौर पर जोचाएको की यात्रा। क्योंकि यहां पृथ्वी पर परियों का देश माना जाता है। जब सुश्री च्यांग अपने मां-बाप व छोटी बेटी के साथ जोचाएको में सुन्दर दृश्य देख रही थी, तो उन्होंने नहीं सोचा था कि उसी रात को एक तीव्र भूकंप उनका स्वागत करेगा। जहां उन्होंने खूब तनाव व बेचैन महसूस किया, जो कभी नहीं मिला। साथ ही उन का दिल भी दूसरे लोगों से प्राप्त स्नेह व ध्यान से भरा हुआ है। पहली बार भूकंप आने की स्थिति की चर्चा में सुश्री च्यांग की याद अभी ताजा है। उन्होंने कहा,जब भूकंप आया, तब हम सोने ही वाले थे। उसी समय हम बिस्तर पर सोने वाले थे। इसलिये हमने अच्छी तरह से यह महसूस किया कि बिस्तर पालने जैसा झूल रहा था। दिमाग में अचानक एक विचार आया:शायद भूकंप आ गया है। फिर बिजली चली गयी। तो दिल में तनाव हुआ। क्योंकि मोबाइल फ़ोन हाथ के पास था, तो मोबाइल टॉर्च खोलकर इसकी रोशनी में मैं अपनी बेटी के जूते ढूंढ़कर जल्द ही होटल से भाग गयी।