2010 से शांगहाई-निंगपो, शांगहाई-हांगचो, निंगपो-हांगचो और हांगचो-निंगपो हाई स्पीड रेलवे के क्रमशः खुलने से शांगहाई, नानचिन व हांगचो के केंद्र वाला यात्सी नदी डेल्टा का महानगर सर्कस औपचारिक रूप से स्थापित किया गया है। इस क्षेत्र में रहने वाले लोग हाई स्पीड रेल की सुविधा पा सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा लोग विभिन्न शहरों में काम करते हैं और जीवन बिताते हैं। यह एक स्थिर जीवन तरीका बन चुका है। चीन के च्यांग सू प्रांत के नानचिन रेलवे स्टेशन के उप प्रधान यू यिंगली ने पत्रकार को दिलचस्प डेडा दिया,
नानचिंग में रहना और शांगहाई में काम करना और वूशी में रहकर नानचिंग में काम करना एक सामान्य फार्मूलन बन चुका है। हमारे पास एक विश्लेषण है। एक ही महीने में कुछ यात्री शांगहाई-निंगपो और निंगपो-वूशी के बीच 80 से ज्यादा बार यात्रा करते हैं। अन्य एक अपूर्ण आंकड़े के अनुसार नानचिंग शहर में हरेक 4 नवविवाहित दंपतियों में एक दंपति के दूल्हा व दूल्हन दो शहरों के निवासी होते हैं।
नानचिंग की निवासी चांग लिंग का पति हू चो में काम करता है। हाई स्पीड रेलवे के खुलने से पहले दोनों बहुत मुश्किल से मिल पाते थे। लेकिन हाई स्पीड खुलने के बाद 205 किलोमीटर दूरी इन दो शहरों के बीच यात्री का समय एक घंटे में सीमित रहा है। 2015 में उन के बेटे का जन्म हुआ। अब बेटे के साथ हूचो में अपने पति को देखना चांग लिंग के जीवन की सामान्य स्थिति बन चुकी है। चांग लिंग के अनुसार, बेटा पापा चाहता है। इसलिए करीब हर हफ्तांत में या तो मेरे पति घर वापस लौटता, या मैं बेटे के साथ पति के पास जाती हूं। हाई स्पीड रेलवे ने हमारे परिवार की दूरी को कम कर दिया है।
हाई स्पीड पर्यटन भी लोकप्रिय होने लगा है। अब सप्ताहांत की दो छुट्टियों में भी लोग यात्रा कर सकते हैं। सुश्री स्वन ने बताया,मुझे पर्यटन बहुत पसंद है। सप्ताहांत में मैं अकसर आसपास स्थलों की यात्रा करती हूं। पहले मेरे जन्मस्थान से शांगहाई जाने के लिए पाँच घंटों की जरूरत है, अब केवल एक ही घंटे में पहुंच पाती हूं। विदेश यात्रा के लिए मैं भी हाई स्पीड रेल के जरिए शांगहाई पहुंचकर वहां से हवाई जहाज लेती हूं। एक महीने में कम से कम एक दो बार यात्रा करती हूं।