दूसरा, पर्याप्त नींद नहीं लेना
अब बहुत से मां-बाप को नींद नहीं आने की आदत होती है। वे शायद टीवी देखते हैं, इन्टरनेट पर खबर पढ़ते हैं, या अतिरिक्त काम करते हैं। पर वे ये नहीं जानते कि उनकी इस बुरी आदत से बच्चों पर भी बुरा असर पड़ता है, और धीरे-धीरे बच्चों में रात को जागने की आदत बन जाती है। इस उम्र में बच्चों का शरीर बढ़ाव पर होता है। अगर वे लंबे समय तक रात में नींद नहीं लेते हैं, तो बच्चों के कद रूक जाता है और प्रतिरक्षात्मक क्षमता कमजोर हो जाती है। और कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसी स्थिति के मुख्य कारण यह है कि अगर बच्चे रात को नहीं सोते हैं, तो अगले दिन सुबह वे ठीक समय पर नहीं उठते हैं, जिससे वे ठीक समय पर नाश्ता नहीं करते हैं, और ठीक समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। फिर बच्चों को कक्षा में नींद के झटके आ रहे होते हैं और दिमाग भी ठीक से काम नहीं कर पाता है। धीरे धीरे बच्चों की बुद्धि के विकास पर बुरा असर पड़ता है, और परीक्षा में अंक भी कम आते हैं।