2016 के जुलाई माह में चीनी शिक्षा मंत्रालय ने एक पट्टी एक मार्ग की शैक्षिक कार्यवाई की सूचना जारी की। सूचना में जोर दिया गया कि शिक्षा देश की शक्तिशाली, जातीय समृद्धि, जनता के सुखमय का आधार है, जो एक पट्टी एक मार्ग में अहम भूमिका अदा करती है। शैक्षिक आवाजाही एक पट्टी एक मार्ग से जुड़े विभिन्न देशों की जनता के बीच पुल की स्थापना की है। सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण ने विभिन्न देशों के नीतिगत संपर्क, संरचनाओं के संपर्क, व्यापार सहयोग, पूंजी निवेश और वित्तीय सहयोग के लिए स्तंभ तैयार की है। इस पर हेरिगुल नियाज़ ने अपने विचार प्रकट किए। नीतिगत संपर्क, यातायात संपर्क, व्यापार संपर्क, पूंजी निवेश व वित्तीय संपर्क और जनता संपर्क कुल पांच संपर्क होते हैं। मेरा विचार में इन में से सब से अहम है मानव व सांस्कृतिक आवाजाही है। लेकिन उपरोक्त पांच संपर्कों में शिक्षा पेश नहीं की गयी। फिर भी वास्तव में शिक्षा मानव व सांस्कृतिक आवाजाही का आधार ही है। इसलिए शिक्षा की एक कुंजीभूत व नेतृत्व भूमिका है। सिर्फ शिक्षा की आवाजाही, खास तौर पर युवाओं के बीच आवाजाही से मानव व सांस्कृतिक आवाजाही सुभीता से की जा सकती है। युवक देश के भविषय हैं। युवाओं के बीच आपसी समझ, आपसी विश्वास व आपसी सम्मान के बढ़ने से ही विभिन्न देशों के लोगों के बीच समझ बढ़ सकेगी।
साथ ही हेरिगुल नियाज़ ने कहा कि भविषय में शिनच्यांग के उच्च शिक्षालय चीन की केंद्र सरकार की भावना का कार्यान्वयन करेंगे और भौतिक व सुयोग्य व्यक्तियों की श्रेष्ठता का इस्तेमाल करके रेशम मार्ग की आर्थिक पट्टी से जुड़े देशों के साथ उभय प्रयास करेंगे, एक पट्टी एक मार्ग के निर्माण के लिए विविधतापूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सुयोग्य व्यक्तियों को ट्रेनिंग देंगे।