फान चीफेंग वस्त्र बनाते हुए
बताया जाता है कि इस संस्था की स्थापना की जाने के बाद लोंगशंग काउंटी ने बड़े दायरे में गैर-भौतिक सांस्कृतिक अवशेष से जुड़ी जांच की। इसी दौरान करीब 40 लाख शब्दों वाले रिकॉर्डिंग सामग्रियां, 22 ओडियो रिकोर्डिंग, 287 विडियो रिकोर्डिंग का संग्रहण किया गया। गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों की सूची में 1043 पहलु शामिल हुए। इनके अलावा"लोंगशंग विभिन्न जातियों के लोक गीत","सांगश्वुई का फूल गीत"और"लोंगशंग होंगयाओ"जैसे किताब प्रकाशित हुईं। इसके साथ ही काउंटी में जातीय संस्कृति के स्कूल में प्रवेश समेत कई गतिविधियों का आयोजन किया गया।
ऑस्ट्रियाई पत्रकार क्लब के अध्यक्ष,"स्टेटमेंट"पत्रिका के जनरल संवादक प्रोफेसर फ़्रेड तुर्नहेम ने लोंगशंग का दौरा कर भाव विभोर होकर कहा:
"इस यात्रा में जातीय रीति रिवाज़ और संस्कृति ने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी। कई युवा लोगों को अपनी जातीय संस्कृति सीखने , इसका प्रदर्शन करने और उत्तराधिकार करने में बड़ी रुचि है। उनकी संस्कृति रोजमर्रा के जीवन और उत्पादन में दिखती है।"
गांव में लड़कियों को याओ जाति की पारंपरिक कढ़ाई तकनीक सीखाने के साथ ही फान चीफ़ंग ने काउंटी शहर में बटिक प्रशिक्षण कक्षा खोली थी। उसकी प्रशिक्षण कक्षा में कई लोग प्रशिक्षण लेने आए थे। याओ जातीय वस्त्र के भविष्य में विकास और उत्तराधिकार की चर्चा करते हुए फान चीफ़ंग ने आशा जताई:
"मुझे उम्मीद है कि और एक कक्षा खोलूंगी, जहां शिष्यों को एकत्र करके सीखाऊंगी। उन्हें कढ़ाई और बुनाई तकनीक सीखाऊंगी, ताकि वे इस याओ जातीय वस्त्र से जुड़ी पूर्ण तकनीक में महारत हासिल कर सकें। मुझे विश्वास है कि सीखाने के बाद वे निपुण होंगे और हमारी जातीय तकनीक का उत्तराधिकार कर सकेंगे।"