फान चीफेंग होंग याओ वस्त्र दिखाते हुए
आज गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत के उत्तराधिकारी के रूप में फान चीफ़ंग को पारिवारिक काम करने के अलावा होंगयाओ जाति के इस वस्त्र बनाने की तकनीक को युवा लोगों को सीखाना है। उन्होंने कहा कि याओ जाति की इस मूल्यवान तकनीक को आगे ले जाने में उसे गर्व महसूस होता है। फान ने कहा:
"मुझे अधिक कार्य करना है। खुद सिलाई और कढ़ाई करने के अलावा शिष्य को सीखाना है। मेरे पास कई शिष्य हैं। हमारे गांव में महिलाओं और लड़कियों को आम तौर पर यह तकनीक आती है, लेकिन पूरी तरह से महारत हासिल नहीं है। कई लोग मुझसे सीखने आते हैं। मैंने कभी-कभार युवतियों से कहा कि सिलाई और कढ़ाई में महारत हासिल करने के बाद हमारे वस्त्र की तकनीक जारी रहेगी।"
साल 2014 में होंगयाओ वस्त्र चीन में राष्ट्र स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक अवशेषों की सूची में शामिल हुआ। इसके अलावा लोंगशंग क्षेत्र में कई मूल्यवान जातीय रीति रिवाज़ और संस्कृति भी शहर स्तरीय या स्वयत्त प्रदेश स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक अवशेषों की सूची में शामिल किया गया।
जातीय संस्कृति का उत्तराधिकार इसके संरक्षण से अलग नहीं किया जा सकता। लोंगशंग काउंटी ने जातीय संस्कृति के संरक्षण और विकास के लिए विशेष संस्था की स्थापना की और इसके लिए विशेष राशि का भी अनुदान दिया जाता है। लोंगशंग काउंटी के प्रसार विभाग के प्रधान फू छिंगफ़ंग ने जानकारी देते हुए कहा:
"जातीय संस्कृति लोंगशंग काउंटी का जड़ है, बल्कि हमारी काउंटी के पर्यटन का मूल भी है। हमें जातीय संस्कृति का अच्छी तरह संरक्षण करना चाहिए। इसका अच्छी तरह विकास करने के साथ-साथ अच्छी तरह उत्तराधिकार भी करने की जरूरत है। साल 2014 में काउंटी ने इससे जुड़ा विशेष नेतृत्वकारी दल स्थापित किया। उद्देश्य है कि जातीय रीति रिवाज़, पारंपरिक संस्कृति, चिकित्सा और स्वास्थ्य जीवन तरीका जैसे अनुसंधान से कायम हुई किताबों और बड़ी मात्रा में सामग्रियां बनाई जाएंगी, ताकि भविष्य में जातीय संस्कृति के संरक्षण, विकास और प्रयोग के लिए बेहतर आधार तैयार हो सके।"