ज़ीका के मुकाबले में ब्राज़ील सरकार ने बहुत अनुभव प्राप्त किये। ब्राज़ील में वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद हैं, देश भर में विशेष मेडिकल संस्थानों की स्थापना की गयी, जनता में व्यापक रूप से मच्छरों को हटाने के लिए आंदोलन चलाये गये, और बड़ी पूंजी निवेश लगाकर टीके के अध्ययन केंद्र का निर्माण किया गया। उन गरीब परिवारों, जिन में मैक्रोसेफ़ले बच्चे होते हैं, के प्रति सरकार ने विशेष पूंजी लगाकर समर्थन दिया है। और समाज से खुला व सहनशील रुख अपनाकर उन दुर्भाग्य बच्चों का समान व्यवहार करने का आह्वान किया गया।
संबंधित रिपोर्ट के अनुसार अब ज़ीका वायरस के मुकाबले में टीके के अध्ययन में उल्लेखनीय प्रगति हासिल हुई है। उम्मीद है कि कुछ समय के बाद ज़ीका वायरस को खत्म कर दिया जाएगा। और ब्राज़ील को मैक्रोसेफ़ले से ग्रस्त बच्चों को खुश जीवन देने की क्षमता भी होगी। इसकी चर्चा में युवा मां निकोल मेलो ने यह आशा जतायी कि, हालांकि बहुत मुश्किल है, लेकिन मुझे विश्वास है कि अगर प्रेम होता है, तो आशा होगी। हम सभी मुश्किलों को दूर कर सकेंगे।