छन च्या ने कहा कि चीन की ताई ची संस्कृति को और अधिक देशों और क्षेत्रों तक पहुंचाना सेंटर खोलने के बाद उनका हमेशा का सपना है। वे निरंतर ताई ची का विदेशों में प्रचार करने में जुटी हुई हैं। विदेशी दोस्तों के साथ बात करते समय छन च्या ने देखा कि ताई ची मुक्केबाज़ी पर विदेशी लोगों को गलतफ़हमी भी होती है। वे भी सोचते हैं कि ताई ची मुक्केबाज़ी बूढ़े लोगों के लिए उपयुक्त व्यायाम है। विदेशी लोगों को और अच्छी तरह ताई ची मुक्केबाज़ी बताने और समझाने के लिए छन च्या और उनका दल अकसर आवाजाही कार्यक्रम और संगोष्ठी में भाग लेते हैं और ख़ुद विदेशी छात्रों को सिखाते हैं।
"हम मुख्यतः सिखाने के माध्यम से विदेशों में ताई ची का प्रचार करते हैं। हमने स्पेन, फ़्रांस और बुल्गेरिया आदि यूरोपीय देशों में कक्षा खोली। हम विदेशों में स्थित कन्फ्यूशियस इंस्टिटूट में संगोष्ठी का आयोजन भी करते थे और स्थानीय ताई ची मुक्केबाज़ी संघ के साथ आदान-प्रदान करते थे।"
छन च्या के लिए ताई ची मुक्केबाज़ी उनके पूरे जीवन का कैरियर ही नहीं, श्रद्धा भी है।