"हमारे मंच का मुख्य काम है किताबें साझा करना और दोस्त बनाना। हम आशा करते हैं कि लोग किताबें पढ़ने के बाद और ज़्यादा लोगों को किताबों के बारे में बताते हैं और अपना अनुभव दूसरों के साथ शेयर करते हैं। ऐसे में किताब पढ़ने का सकारात्मक चक्र क्रम स्थापित होगा। मुझे लगता है कि भविष्य में पर्यटन, विशेष रेस्ट्रोरेंट, फ़िल्म और टीवी कार्यक्रम आदि सबका व्यापार इस मंच के आधार पर शुरू हो सकता है। ताशंग पूलो एक बड़ी निहित शक्ति वाला मंच है।"
अब 500 से अधिक उपयोगी इस मंच पर सक्रिय हैं। वे अक्सर इंटरनेट पर लेख या फ़ोटो के माध्यम से किताबें साझा करने का अनुभव नेटिजनों को बताते हैं। इसका ऐप्लीकेशन भी जल्द ही सामने आएगा। वांग शीछी ने कहा कि ऐप लांच होने के बाद वे विभिन्न विषयों पर रुचिकर प्रसार कार्यक्रम आयोजित करेंगे, ताकि पुस्तक पसंद करने वाले लोग एक साथ बैठकर और ज़्यादा किताबें पढ़ सकें और अपने अनुभव साझा कर सकें।
सुचारु रूप से पुस्तक प्रकाशन के क्षेत्र में व्यापार करते समय वांग शीछी अपना फ़िल्म निर्देशक बनने का सपना कभी नहीं भूलते। उन्होंने कहा कि हालांकि देखने में प्रकाशन और ई-कॉमर्स इन दोनों कामों का फ़िल्म से कोई संबंध नहीं है, लेकिन किताबें पढ़ने और विचार साझा करने से उन्हें बहुत से ज्ञान और अनुभव मिले हैं। इसके अतिरिक्त, वांग शीछी ने पेइचिंग फ़िल्म अकादमी के पोस्ट्ग्रैजुएट की प्रवेश परीक्षा भी पास की है। वे पेशेवर ज्ञान सीखने और व्यावहारिक अनुभव इकट्ठा करने दोनों में एक साथ कोशिश करेंगे।