"इससे पहले जब टीवी स्टेशन में काम करता था, मेरा काम स्वास्थ्य से संबंधित था। कार्यक्रम बनाते समय मैंने बहुत से संसाधन इकट्ठा किए। मुझे लगता है कि पुस्तक के लिए विषय सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए हमें सबसे पहले दिशा और रास्ता निर्धारित करना चाहिए। तो हमने 'महान चिकित्सा गुरु' और 'सुपर डॉक्टर' नाम की दो श्रृंखला की किताबें छापीं, जो क्रमशः चीनी और पश्चिमी चिकित्सा शास्त्र से संबंधित हैं। 'महान चिकित्सा गुरु' सिलसिलेवार किताबों के लेखकों की औसत उम्र 90 से भी अधिक है।"
पुस्तक प्रकाशन में वांग शीछी का व्यापार सुचारु रूप से विकसित हो रहा है। वर्ष 2016 में उनकी कंपनी ने 'महान चिकित्सा गुरु' श्रृंखला की दस किताबें बनाने की योजना बनाई। वे चाहते हैं कि मशहूर चीनी चिकित्सकों के जीवन अनुभव और कहानियां सुनाने के साथ साथ पाठकों को स्वास्थ्य बनाए रखने के बारे में वैज्ञानिक जानकारी भी दी जाएगी।
परंपरागत काग़ज़ की पुस्तकें छापने के साथ साथ वांग शीछी वर्ष 2015 में अपने दल के साथ इंटरनेट पर व्यापार करने का प्रयास भी करने लगे। उन्होंने इंटरनेट पर किताबें साझा करने और दोस्त बनाने का मंच स्थापित किया, जिसका नाम है ताशंग पूलो। वे आशा करते हैं कि इंटरनेट के माध्यम से और ज़्यादा लोग काग़ज़ पर छपी किताब पढ़ने की आदत पकड़ें। ताशंग पूलो नाम के मंच पर लोग अपनी किताबों को इंटरनेट पर दूसरों को दिखा सकते हैं, इसके साथ साथ दूसरों के बुकशेल्फ़ पर अपनी पसंद की पुस्तकें भी ढूंढ़ सकते हैं। फिर लोग किसी और को किताब बदलने का निमंत्रण देते हैं। जब दोनों में सहमति होती है, तो दोनों व्यक्ति मिलते हैं और किताबें साझा करते हैं। दोनों लोग किताब पढ़ने का अनुभव भी शेयर कर सकते हैं।