स्छ्वान ऑपेरा चीन के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र के सछ्वान प्रांत में प्रचलित है। इसकी चर्चा करते समय लोग अकसर मुखौटा बदलना、आग निकालना、ऑपेरा में रंगीन मुख वाले पेंटेड पात्र और गायन आदि को याद करते हैं। 2006 में स्छ्वान ऑपेरा चीनी राष्ट्रीय गैरभौतिक सांस्कृतिक धरोहरों की सूची में शामिल किया गया। पिछले 10 सालों में स्छ्वान ऑपेरा की स्थिति में व्यापक परिवर्तन आ चुका है और ऑपेरा कलाकारों का जीवन भी रंग-बिरंगा हो चुका है।
स्छ्वान ऑपेरा की धुन गूंजता रहती है, जिसमें गहरी स्थानीय विशेषता होती है। एक प्रदर्शन कला के रूप में प्रदर्शन करने से विकास हो सकता है। छोंगछिंग छवान ऑपेरा कला केंद्र में अभिनेता-अभिनेत्री कुछ दिन बाद प्रदर्शित करने वाले नये ऑपेरा की तैयारी कर रहे हैं। कला केंद्र के कर्मचारी ने पत्रकार से कहा कि अब हर हफ्ते के अंत में स्छ्वान ऑपेरा होता है। साथ ही ऑपेरा मंडल अकसर देश में भी प्रदर्शन करता है, कभी कभार वे लोग जर्मनी, इटली और अमेरिका आदि देशों में भी अभिनय करते हैं। अब स्छ्वान ऑपेरा का प्रदर्शन पहले से ज्यादा होता है और दर्शकों की संख्या भी बढ़ती रहती है। छोंगछिंग स्छ्वान ऑपेरा कला केंद्र के वरिष्ठ अभिनेता शोंग फिंगआन ने कहा, छोटे थिएटर में ऑपेरा देखने वाले दर्शक ज्यादा नहीं हैं, बल्कि हमारे बड़े थिएटर में करीब 800 दर्शक बैठ सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दर्शक और ज्यादा होते हैं। अब हम युवा दर्शकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। पहले स्छ्वान ऑपेरा देखने वाले दर्शक आम तौर पर बूढ़े लोग थे, अब 20 या 30 की उम्र वाले युवक भी शामिल हो रहे हैं।
स्छ्वान ऑपेरा के ज्यादा से ज्यादा युवा दर्शकों को आकर्षित करने की चर्चा में श्योंग फिनआन बहुत खुश हुए। उनकी नजर में आजकल कई लोग स्छ्वान ऑपेरा देखने जाते हैं। यह चीनी परम्परागत ऑपेरा के विकास की अच्छी प्रवृत्ति है।