2016 के नेशनल दिवस के दौरान शन थ्येमेई ने स्छ्वान ऑपेरा लीयाश्येन के साथ 2016 क्वांगचो कला उत्सव में भाग लिया, जिसे स्थानीय लोगों ने बहुत पसंद किया। हालांकि स्छ्वान ऑपेरा लीयाश्येन की कहानी पुराने समय की है, फिर भी ऑपेरा के संपादक ने आधुनिक लोगों की रूचि के अनुसार इस का पुनः संपादन किया। क्लासिकल व आधुनिक तत्वों के मेल से यह ऑपेरा और आकर्षक हो गया है।
पुराने ऑपेरा का आधुनिक संपादन के अलावा शन थ्येमेई ने स्छ्वान ऑपेरा को आधुनिक विज्ञान व तकनीक को भी जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने स्छ्वान ऑपेरा चिनजी को एक फिल्म बनाने की योजना बनायी। अब इस फिल्म की शूटिंग हो रही है। यह स्छ्वान ऑपेरा के फिल्म में बनाने का पहला टेस्ट है। शन थ्येमेई ने कहा कि यह स्छ्वान ऑपेरा का प्रसार का नया टेस्ट है। वे आशा करती हैं कि फिल्म के रूप से और ज्यादा दर्शक स्छ्वान ऑपेरा को संपर्क करके स्वीकार कर सकेंगे और स्छ्वान ऑपेरा की मनोहरता को महसूस कर सकेंगे।
हाल में अन्य कला तरीकों की तुलना में स्छ्वान ऑपेरा का प्रभाव शायद कमजोर रहा है, फिर भी एक हजार साल से ज्यादा लम्बे इतिहास वाले गैरभौतिक सांस्कृतिक धरोहर के नाते स्छ्वान ऑपेरा अवश्य ही सृजन व विकास में नयी मनोहरता दिखा सकेगा।