Friday   Aug 1th   2025  
Web  hindi.cri.cn
संडे की मस्ती 2015-04-26
2015-05-03 19:45:17 cri

जी हां दोस्तों, शंघाई ऑटो शो ने कम कपड़े पहने महिला मॉडलों पर प्रतिबंध लगा दिया और इसके जवाब में वाहन कंपनियों ने डांसर्स एवं नए चेहरे वाली युवतियों को इस शो में लगाया जो टैबलेट कंप्यूटर हाथ में लिए हुए पेश हुईं। चीन के सबसे बड़े वाहन शो के आयोजकों ने फरवरी में घोषणा की थी कि इस बार कार कंपनियों को कम कपड़े पहने महिला मॉडलों को उतारने की अनुमति नहीं होगी।

आयोजकों ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोग कारों की ओर आकर्षित हों, न कि महिलाओं की ओर। वाहन शो में कम कपड़े पहने महिला माडलों पर प्रतिबंध ऐसे समय में लगाया गया है जब चीन सरकार वैश्यावृत्ति, ऑनलाइन पोर्नोग्राफी और टीवी पर अश्लील कार्यक्रमों पर अंकुश लगाने के प्रयास कर रही है।

लिली- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं एक हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

दोस्तों, इन दिनों चीन का एप्पल कहे जाने वाली श्याओमी कंपनी के स्मार्टफोन की धूम भारत में बहुत ज्यादा है। जहां देखों हर जगह श्याओमी फोन के ही चर्चे सुनने को मिलते हैं। लेकिन श्याओमी को टक्कर देने के लिए चीन की ही कंपनी ओप्पो भी भारतीय बाजार में उतर आयी है। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने भारत में ओप्पो कंपनी में सेल्स मैनेजर की पोस्ट पर काम करने वाले इसरार अहमद से बात की। चलिए.. हम आपको सुनवाते हैं उनके साथ की गई बातचीत के मुख्य अंश...

अखिल- चलिए दोस्तों, मैं आपको एक सच्ची खबर सुनाने जा रहा हूं कि कैसे केंचुआ और कचरे ने एक आदमी के कर्ज से उबारा।

दोस्तों, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के मेहनती किसान चंद्रशेखर साहू ने यह साबित कर दिखाया कि सच्ची लगन से कोई भी कार्य किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। किसान ने केंचुआ और कचरे से बने जैविक खाद का उपयोग कर फसलों की उपज इतनी बढ़ा ली कि कर्ज से मुक्त हो गया।

कांकेर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा पुसवाड़ा एक जनजाति बहुल गांव है। इस गांव के अधिकांश लोग पढ़े-लिखे हैं। यहां की मुख्य फसल धान, चना एवं सब्जी-भाजी है। क्षेत्र में कृषि के विकास की संभावनाएं देख कांकेर के पूर्व कृषि उप-संचालक कपिलदेव दीपक ने पुसवाड़ा का चयन आदर्श ग्राम के रूप में किया। जैविक खाद का उपयोग कर खुद को कर्ज से उबारने वाले चंद्रशेखर साहू इसी गांव के हैं।

वह महज 10वीं पास हैं। उनकी उनकी आर्थिक स्थिति दो साल पहले तक खराब थी। बड़ी मुश्किल से बड़े संयुक्त परिवार का गुजारा हो पाता था। परिवार के अधिकांश सदस्य मनरेगा के तहत कार्य करने जाया करते थे। आमदनी मामूली थी, इसलिए आर्थिक समस्या हमेशा बनी रहती थी। इस परिवार के पास छह एकड़ खेत था। रासायनिक खादों का इस्तेमाल करने के कारण मिट्टी खराब हो गई थी। उपज घटता चला गया और परिवार कर्ज के बोझ के तले भी दबने लगा।

चंद्रशेखर साहू ने एक दिन टेलीविजन पर 'कृषि दर्शन' कार्यक्रम देखा। कार्यक्रम में बताया गया कि केंचुआ और कचरों से खाद बनाकर उपयोग करने से खेत की उपज काफी बढ़ जाती है और मिट्टी की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। कृषि विभाग जैविक खाद बनाने के लिए 12 हजार रुपए का अनुदान देता है।

यह बात चंद्रशेखर को जंच गई। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क किया। उनके बताए तरकीब के मुताबिक चंद्रशेखर ने 10 गुना 3 गुना 2 फीट आकार के पक्के वर्मी टांका का निर्माण कराया। उसमें साग-सब्जियों के टुकड़े, गोबर व कचरा भरकर टांका को पैक किया। फिर उसमें दो किलो प्रति टंकी के हिसाब से केंचुआ डाला। इस तरह जैविक खाद तैयार हो गया। तीन महीने में ही इनकी मेहनत रंग लाई और इसके बाद किसान चंद्रशेखर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

चंद्रशेखर अब जैविक खाद (वर्मी कम्पोस्ट) का उपयोग न सिर्फ अपने खेतों में करते हैं, बल्कि खाद और केंचुआ बेचकर भी अच्छी-खासी आमदनी हासिल कर लेते हैं। वह खेती में लगने वाले सभी खर्चो का लेखा-जोखा रखते हैं।

उन्होंने बताया कि इस साल दो और पक्के वर्मी टांका बनाने की योजना है। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग और बिक्री से मुझे 30 हजार रुपए की शुद्ध बचत हुई है और अब पूरी तरह कर्ज से मुक्ति मिल गई है।

लिली- तो दोस्तों, हैं ना कमाल की बात। यह वाकई में सच है कि अगर सच्ची लगन से कोई भी कार्य किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है।

अखिल- हां बिल्कुल लिली जी। और हमारी इस ख़बर से हमारे उन श्रोता भाईयों के लिए भी एक नयी सीख हो सकती है जो खेती करते हैं। सीख यह है कि केंचुआ और कचरे से बने जैविक खाद का उपयोग कर फसलों की उपज बढ़ाई जा सकती है, और खाद तथा केंचुआ बेचकर भी अच्छी-खासी आमदनी की जा सकती है।

लिली- बिल्कुल अखिल जी। चलिए दोस्तों, अब बारी हैं मजेदार हंसगुल्लों की।

1 2 3 4 5
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040