अखिल- रविशंकर बसु जी आगे लिखते हैं... इसके बाद आपने चेन्नई के 36 साल का एक ऑटो ड्राइवर रमेश कु्मार की इमानदारी की जो स्टोरी हमें सुनायी, वह वाकई दिल को छू लेने वाली एक घटना है। सुना है कि उक्त ऑटो ड्राइवर ने एक लाख रूपए उसके मालिक को वापस लौटा कर नजीर पेश किया। इमानदारी की जो नमूना ऑटो ड्राइवर रमेश कु्मार ने दिखाया, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। मैं आपके माध्यम से चीन के हुबेई प्रांत में रहने वाली स्कूल टीचर झू यूफांग को मेरा प्यार भरा नमस्कार देता हूं। सुना है कि वो स्कूल शिक्षिका बीमारी से ग्रस्त होने भी पिछले तीन साल से रस्सी के सहारे बच्चों को पढ़ा रही है। उनकी dedication एक विरल निदर्शन है। लिली- आज चीनी कैलेंडर के 12 प्रतीकों को लेकर आपने हमें जो जानकारी दिया वह मुझे बहुत ही पसंद आया। चीनी कैलेंडर के 12 जानवर को लेकर दिलचस्प कहानी मुझे चीनी संस्कृति के बारे में और भी आकर्षित किया। आज प्रचारित प्रेरक कहानी में इमरान और प्रोफेसर को लेकर सफलता का जो स्टोरी सुनाया वह बहुत ही उत्साहवर्धक लगी । यह सच है कि सफलता पाने के लिए लगातार कोशिश का कोई विकल्प नहीं है क्योंकि Hard labour is the key to succeed in life. आज प्रोग्राम में पेश चार जोक्स मुझे बहुत ही मजेदार लगा। एक सुंदर प्रस्तुति हेतु आपको धन्यवाद।
अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद रविशंकर बसु जी। आपकी विस्तृत प्रतिक्रिया और हमारे कार्यक्रम की प्रशंसा ने हमारा जरूर उत्साहवर्धन किया है। हम आपका तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। दोस्तों, हमें अगला पत्र मिला है पश्चिम बंगाल से भाई बिधान चंद्र सान्याल जी का। भाई बिधान जी लिखते हैं... दिनांक 19 April के कार्यक्रम में देश विदेश की ताजा समाचार सुनने के बाद अखिल और बनिताजी द्वारा पेश मस्ती की पाठशाला यानि सण्डे की मस्ती क्रार्यक्रम सुना। चीनी गाने के साथ आरम्भ हुए इस क्रार्यक्रम में परीक्षार्थी के उत्तरपत्र मेँ लिखी गईं टिप्पनी के बारे मेँ पता लगा, जो बेहद मजेदार लगे। चीनी धनी लेडी के बारे मेँ जानकारी भी अच्छी लगी। चीनी पंचाग के अनुसार 12 जानवरों के प्रतीकों के बारे मेँ भी मजेदार जानकारी मिली। साथ ही अडियो जोकस ने हमारे दिल को छु लिया।
लिली- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद भाई बिधान चंद्र सान्याल जी। आपने हमें पत्र लिखा और हम तक अपनी प्रतिक्रिया पहुंचाई। दोस्तों, ग्रेटर नोएडा से भाई विजय शर्मा जी ने भी पत्र भेजा है। वे लिखते हैं... नमस्कार, हर बार की तरह इस बार का अंक भी लाजवाब रहा, किंतु श्रोताओं के पत्रों को नहीं पढ़े जाने की वजह से थोड़ा सा फिका रहा। शायद अखिल जी के युन्नान दौरे की वजह से ऐसा हुआ हो। खैर, आपका कार्यक्रम तो मस्त रहता ही है। यूपी बोर्ड के एग्जाम की बात आपने जो बताई, वो वाकई में हकिकत है। सबसे ज्यादा दिल को छू लेने वाली बात चेन्नई के ऑटो ड्राइवर की लगी, जिसने 1 लाख रूपयों से भरे बैग को सही आदमी को लौटा दिया। ऐसे इंसान के प्रति हमारा मन उनको नमन करने लगता है। चीन के एक लाचार टीचर के बारे में पता लगा, जो रस्सी के सहारे खड़ी होकर बच्चों को पढ़ाती है। उन्हें भी नमन करता हूं। बाकि सभी जानकारियां और जोक्स उम्दा थे। बढ़िया प्रस्तुति के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद भाई विजय शर्मा जी। हमें खुशी हुई कि आपको हमारा यह अंक पसंद आया।
लिली- चलिए दोस्तों... अभी हम आपको सुनवाते हैं एक चाइनिज सोंग...।