लूरनडी साक्षात्कार करते हुए
शांगयानचिंग गांव की कुल जनसंख्या 800 है, जिनमें 650 लोग कैथोलिक धर्म के अनुयायी हैं, जो पूरे गांव की आबादी का 80 प्रतिशत से अधिक है। इस गांव में तिब्बती बौद्ध धर्म के अनुयायी भी रहते हैं। भिन्न-भिन्न धर्म मेंविश्वास करने से गांव वासियों के बीच कोई मतभेद नहीं हैं। वे एक साथ अच्छे ढंग से रहते हैं। लूरनडी ने कहा:
"गांव में तिब्बती बौद्ध धर्म में विश्वास करने वाले लोगों के अल्वा कैथोलिक धर्म के लोग भी रहते हैं। दिलचस्प बात यह है कि एक ही परिवार में इन दोनों धर्मों के विश्वास करने वाले सदस्य मेल मिलाप के साथ रहते हैं। कैथोलिक धर्म बाहर से आए धर्म के नाते इतिहास में हमारे यहां विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच मुठभेड़ हुई। लेकिन आजकल लोगों का मन खुला हो गया है, साथ ही चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अच्छी नीति लागू करती है। इस तरह इसी क्षेत्र में ही नहीं एक ही परिवार में दो धर्मों के अनुयायी सामंजस्यपूर्ण रूप से साथ-साथ रहते हैं। लोग अपने-अपने धार्मिक विश्वास करते हैं, एक दूसरे पर हस्तक्षेप नहीं करते।"
यानचिंग कैथोलिक धर्म प्रबंधन समिति के प्रधान लुरनडी ने कहा कि एक परिवार में दो धर्मों में विश्वास करने से रोजमर्रे के जीवन में असुविधाएं पैदा होने के बावजूद परिवार के सदस्यों के संबंध पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। अगर सदस्यों के बीच विवाद पैदा हुआ, तो वे विचार विमर्श करते हुए सवालों का समाधान करते हैं। परिवार में हर व्यक्ति दूसरे लोग के धार्मिक विश्वास पर हस्तक्षेप नहीं करता। लुरनडी का कहना है:
"एक ही परिवार में दो विभिन्न धर्मों में विश्वास करना जीवन के लिए कुछ न कुछ असुविधाएं पैदा होती हैं। मसलन् बौद्ध धर्म में भविष्यवक्ता यानी फ़ॉर्चन टेलर के मुताबिक कुछ काम किया जाता है, जबकि कैथोलिक धर्म में भगवान पर विश्वास किया जाता है। लेकिन यह तो रोज़मर्रा के जीवन में छोटी बात है। बड़ी-बड़ी बातों में पारिजनों के बीच कोई विवाद मौजूद नहीं है। जैसा कि विवाह के मामले में, अगर कैथोलिक धर्म में विश्वास करने वाले परिवार का सदस्य किसी बौद्ध धर्म अनुयायी के साथ शादी करना चाहता, तो शादी के पूर्व परिवार में विचार विमर्श किया जाता है। आम सहमति हासिल होने के बाद दोनों की शादी हो सकती है। कुछ परिवार में सदस्य अपने-अपने धार्मिक विश्वास मानते हैं, वे स्तवंत्र रूप से अपना धार्मिक विश्वास चुनते हैं।"