लिली- आपका बहुत-बहुत शुक्रिया सुरेश अग्रवाल जी। वाकई... आपकी इस प्रतिक्रिया ने हमारे उत्साह में एक नया जोश भर दिया है। धन्यवाद। दोस्तों, हमें अगला पत्र भागलपूर, बिहार से डॉ. हेमंत कुमार जी का मिला हैं। डॉ. हेमंत कुमार जी लिखते हैं.... 27 जुलाई को शाम की सभा मेँ प्रस्तुत कार्यक्रम 'संडे की मस्ती' मेँ एक अमेरिकी पिता द्वारा अपनी पुत्री को राजकुमारी बनाने संबंधी कहानी वाकई बहुत ही दिलचस्प लगी। इसके अलावा प्रस्तुत ऑडियो, चुटकुले तथा हिँदी गीत भी काफी मजेदार लगे। इस कार्यक्रम को सुनने से हमारे सभी प्रकार के तनाव दूर हो जाते है तथा अपने आप को तरोताजा महसूस करता हूं। बेहतर प्रस्तुति के लिए कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता और सीआरआई परिवार को धन्यवाद!
अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद डॉ. हेमन्त कुमार जी। दोस्तों, अब बारी है अगले पत्र की जिसें भेजा है सउदी अरब से हमारे भाई सादिक आजमी से ने। सादिक जी लिखते हैं.... नमस्कार। सबसे पहले मेरी ओर से समस्त CRI कार्यकर्ताओं और सभी श्रोता मित्रों को ईद की हार्दिक बधाई। मैं बताना चाहूंगा कि इस बार मैंने मक्का और मदीना की तीर्थयात्रा यानी ( उमरा ) किया है और उन पवित्र जगहों को देखा जो इस्लाम धर्म में काफी महत्व रखते हैं।
आगे सादिक भाई कार्यक्रम की चर्चा करते हुए लिखते हैं... इस बार आपका कार्यक्रम सण्डे की मस्ती इंटरनेट के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ सुना जिसे प्रस्तुत किया अखिल जी और लिली जी ने। एक बार फिर आपके द्वारा श्रोताओं के सम्मान स्वरूप उनकी प्रतिक्रियाओं को प्रेम भाव से पढ़ा जाना अच्छा लगा। उसके बाद अमरीका के एक पिता द्वारा अपनी बेटी को राजकुमारी बनाने की कोशिश ने स्पष्ट उदाहरण दिया कि माँ बाप की ममता और प्यार का दुनियां मे कोई मोल नही है जिस प्रकार अमेरिका के वर्जीनिया प्रांत के एक पिता ने अपनी सात साल की बेटी को सचमुच की राजकुमारी बनाने के लिए नई सल्तनत की नींव रखी और उन्होंने नए राज्य की स्थापना की सोची। एक ओर अखिल जी की जापान के सबसे लम्बे कबाब बनाने के विश्व रिकार्ड को चीन और रूस के रसोईयों के संयुक्त प्रयास द्वारा तोड़े जाने की घटना काफी रोचक लगी तो वहीं दूसरी तरफ लिली जी की चोर द्वारा पुलिस स्टेशन मे पिज्ज़ा मंगवाने की घटना ने हँसने पर मजबूर कर दिया। मेरे ख्याल से पुलिस वालों ने पिज़्ज़ा खा-खा कर उसकी धुनाई की होगी।
लिली- आगे सादिक जी लिखते हैं.... ऑनलाइन ईबे पर इटली के कुछ लोगों द्वारा गाँव के बेचने की घटना बड़ी अजीब लगी पर यह भी सच है आधुनिक युग में कुछ भी सम्भव है। इस बार के सारे जोक लाजवाब रहे और सबसे उम्दा रहा अखिल जी का पेश करने का अंदाज़ साथ में बाप द्वारा बेटे को होम वर्क करवाने की ऑडियो सुनकर हंस-हंस के बुरा हाल हो गया। पर हँसी मज़ाक़ के बीच अखिल जी की वह चंद पंक्ति दिल को छू गई कि बड़ा बनकर खारा हो जाने से अच्छा है कि मैं छोटा बन कर मीठा रहूँ। संदेश और उपदेश से भरी गुणकारी और लाभकारी प्रस्तुति हेतु अखिल जी और लिली जी को बहुत-बहुत धन्यवाद ।
अखिल- सादिक भाई.. सबसे पहले हम आपको कुछ कहना चाहते हैं....
सदा हँसते रहो जैसे हँसते हैं फूल;
दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल;
चारों तरफ फ़ैलाओ खुशियों के गीत;
इसी उम्मीद के साथ तुम्हें मुबारक हो ईद।
आपको सीआरआई की तरफ से ईद की ढेर सारी बधाईयां।
आशा करते हैं कि यह ईद आपके जीवन में खुशीयां भर दें। अपनी प्रतिक्रिया भेजने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।