उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति कारिमोव ने 23 जून को ताशकंद में कहा कि सिर्फ सैन्य माध्यम से अफगानिस्तान के सवाल का समाधान नहीं किया जा सकता।
श्री कारिमोव ने उसी दिन अफगानिस्तान व पाकिस्तान के सवालों के जिम्मेदार फ्रांस के विशेष प्रतिनिधि लेलुश से वार्ता में कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति सुधारने के लिए अफगानिस्तान में सामाजिक अर्थतंत्र को बहाल करना , अफगान नागरिकों को देश के पुनर्निर्माण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना, आंतरिक एकता प्राप्त करने और सरकारी संस्था को सुधारने आदि के सवालों के समाधान की जरूरत है। केवल ऐसी स्थिति में ही,अफगानिस्तान के सवाल का हल किया जा सकेगा।
श्री लेलुश ने कहा कि फ्रांस उज़्बेकिस्तान को मध्य एशिया में अपना एक महत्वपूर्ण दोस्त मानता है। फ्रांस की आशा है कि उज़्बेकिस्तान के साथ बहुस्तरीय आपसी लाभ वाला सहयोग किया जा सकेगा। उन्होंने राजनीति,अर्थतंत्र,संस्कृति आदि क्षेत्रों में फ्रांस व उज्बेकिस्तान के सहयोग की वर्तमान स्थिति पर कारिमोव के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। (मीनू)