श्री थांग क्वो छांग ने उसी दिन अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की परिषद में जनवादी कोरिया की परिमाणु समस्या पर विवेचन के समय कहा कि चीन सरकार ने जनवादी कोरिया के दुबारा परमाणु परीक्षण करने के प्रति दृढ़ विरोध प्रकट किया है और जनवादी कोरिया से मांग की कि वह गैर नाभिकीयकरण के वादे का पालन करे , वर्तमान स्थिति को और बिगाड़ने से संबंधित कार्यवाही बंद कर छह पक्षीय वार्ता में पुनःवापस लौट जाये ।
लेकिन श्री थांग क्वो छांग ने यह भी कहा कि एक राजकीय प्रभुसत्ता संपन्न देश तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य के रूप में जनवादी कोरिया की प्रभुसत्ता, प्रादेशिक अखंडता और उचित सुरक्षा चिंता व विकास हितों का सम्मान किया जाना चाहिए। परमाणु अप्रसार संधि में पुनःवापस आने के बाद जनवादी कोरिया को संस्थापक देश का शांतिपूर्ण उद्देश्यों से परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल करने का अधिकार होना चाहिए।
उन्होंने बल देकर कहा कि राजनीतिक व राजनयिक माध्यम जनवादी कोरिया की परमाणु समस्या समेत प्रायद्वीप के संबंधित सवालों को हल करने का एकमात्र सही रास्ता है। (मीनू)