यूरोपीय संघ-पाकिस्तान शिखर सम्मेलन 17 तारीख को ब्रसेल्स में आयोजित हुआ। दोनों पक्षों ने मुख्य तौर पर आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजूबत करने और द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को आगे बढ़ाने आदि मामलों की चर्चा की।
सम्मेलन के बाद आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पाक राष्ट्रपति जरदारी ने यूरोपीय संघ और सारे विश्व को पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी लड़ाई में दिये गये समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि तालिबान पर प्रहार एक विश्वव्यापी संयुक्त कार्रवाई बन गया है। यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश चेक के राष्ट्रपति क्लॉस ने कहा कि इस बार का सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में संयुक्त रुप से आतंकवाद पर प्रहार करने का एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि हम ने स्पष्ट कर दिया है कि यूरोपीय संघ पाक लोकतांत्रिक सरकार का समर्थन करता है। क्योंकि हमारे ख्याल से लोकतंत्र पाकिस्तान की स्थिरता, समृद्धि व विकास की ज़रूरी पूर्वशर्त है।
यूरोपीय संघ के राजनयिक व सुरक्षा नीति संभालने वाले उच्च स्तरीय प्रतिनिधि सोलाना ने कहा कि यूरोपीय संघ लगातार पाकिस्तान को राजनीतिक व आर्थिक मदद देगा। ठीक उसी दिन कुछ समय पहले यूरोपीय आयोग ने पाकिस्तान को देने वाली आपात मानवीय सहायता को पहले के 70 लाख यूरो से 7 करोड़ 20 लाख यूरो तक बढ़ाने का फैसला किया। इस फैसले की चर्चा में यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बारोसो ने कहा कि हम जानते हैं कि स्वात घाटी व आसपास के क्षेत्रों में आम लोग बड़ी मुसीबतें झेल रहे हैं। पाकिस्तान को आपात मानवीय सहायता बढ़ाने का फैसला करने का यह मुख्य कारण है।
यूरोपीय संघ व पाकिस्तान ने सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में यह भी कहा कि दोनों पक्ष आतंकवाद के विरोध, ऊर्जा, नाभिकीय अप्रसार, पर्यावरण संरक्षण, व्यापार आदि क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करेंगे।(चंद्रिमा)
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