जी आठ का दो दिवसीय विकास मंत्री सम्मेलन 12 तारीख को रोम में समाप्त हुआ । सम्मेलन के बाद जारी अध्यक्षीय देश वक्तव्य में कहा गया कि सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न देश व अंतरराष्ट्रीय संगठन अपने अपने वचन को मूर्त रूप देंगे, विकासशील देशों के आर्थिक विकास व वित्तीय संकट के मुकाबले का समर्थन करेंगे ।
वक्तव्य में कहा गया कि आर्थिक वृद्धि की धीमी गति, ऊर्जा संकट और खाद्य पदार्थ संकट के समान प्रभाव से वैश्विक आर्थिक विकास पर गंभीर असर पड़ रहा है । विशेष कर विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि को और खतरे का सामना करना पड़ रहा है । इस तरह वित्तीय संकट से ज्यादा गंभीर सामाजिक संकट पैदा होने से बचना चाहिए । सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न पक्ष वर्ष 2005 में हुए ग्लेनीग्लस शिखर सम्मेलन में निश्चित सरकारी विकास सहायता व अंतरारष्ट्रीय सहायता वाले वचन का पालन कर संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास कार्यक्रम को मूर्त रूप देंगे ।(श्याओ थांग)